Advertisement

मुझे भरोसा नहीं हुआ कि वो नाम...कौन होगा BJP का अध्यक्ष? RSS की क्या होगी भूमिका, देवेंद्र फडणवीस ने कर दिया साफ!

कौन होगा बीजेपी का अध्यक्ष? क्या होगी बीजेपी के मुखिया के चयन में संघ की भूमिका और क्या देवेंद्र फडणवीस को संघ पार्टी की कमान देगा? इन्हीं तमाम अटकलों पर खुद महाराष्ट्र सीएम फडणवीस ने विराम लगा दिया है और खुलकर बड़ी बात कह दी है.

Created By: केशव झा
25 Sep, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
07:14 PM )
मुझे भरोसा नहीं हुआ कि वो नाम...कौन होगा BJP का अध्यक्ष? RSS की क्या होगी भूमिका, देवेंद्र फडणवीस ने कर दिया साफ!
Image: Devendra Fadnavis And Mohan Bhagwat (File Photo)

देश और दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी मानी जाने वाली बीजेपी के अगले अध्यक्ष का चुनाव पेंडिंग है. संगठन के चुनाव, विभिन्न राज्यों के चुनावों, लोकसभा चुनाव आदि के कारण इसमें देरी हुई. इस दौर में कई नाम हैं जो आगे चल रहे है. चुनाव कब होंगे इसको लेकर अभी कोई खबर सामने नहीं आई है और ना ही पार्टी ने कोई शेड्यूल जारी किया है. तमाम कयासबाजियों और अटकलों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अध्यक्ष पद के दावेदार होने को लेकर शिगूफों का जवाब दिया है. इतना ही नहीं उन्होंने मीडिया में आए दिन होने वाली RSS यानी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की भी भूमिका पर बात पर अपना रुख साफ कर दिया है.

आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के अगले अध्यक्ष का चुनाव करीब दो सालों से बाकी हैं. फिलहाल, पार्टी ने कोई शेड्यूल जारी नहीं किया है, लेकिन अटकलें लगाई जा रही हैं कि बिहार चुनाव के पहले पार्टी का प्रमुख तय हो सकता है.

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में जब महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस से उनकी महत्वाकांक्षाओं को लेकर सवाल हुआ तो उन्होंने साफ कहा कि 'मैं भारतीय जनता पार्टी में काम करता हूं और ये बात आपको बखूबी मालूम है कि हमारी पार्टी में कोई एक व्यक्ति तय नहीं करता और ना कर सकता है कि कौन मुंबई में रहेगा, दिल्ली में रहेगा, नागपुर में रहे या और कहीं और चला जाए. हमारे यहां एक व्यक्ति तय नहीं करता, हमारी पार्टी तय करती है, संगठन तया करता है, मैं ऐसा मानता हूं'

फडणवीस का क्या होगा रोल?

इसी कार्यक्रम में जब फडणवीस से उनके सियासी रोल को लेकर सवाल किया गया कि वो खुद को आने वाले दिनों में कहां देखते हैं तो उन्होंने कहा कि 'जहां तक मैं अपनी पार्टी की कार्यपद्धति को जानता हूं उसके आधार पर मैं आपको ये कह सकता हूं कि ये 5 साल तो मैं महाराष्ट्र में ही हूं. 5 साल बाद पार्टी जो भी निर्णय ले.' 

बीजेपी अध्यक्ष के सवाल पर क्या बोले फडणवीस?

जब पत्रकार ने उनसे सवाल किया कि भाजपा का अध्यक्ष कब बनेगा तो इस पर फडणवीस ने दो टूक अंदाज में सलाह दी कि, 'आप इसे सॉल्व करने की कोशिश मत कीजिए, पार्टी में लोग है, प्रक्रिया है, पार्टी कर लेगी. सही समय पर सही चीजें हो जाएंगी. सारे प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएंगे. प्रॉब्लम कोई है नहीं, अध्यक्ष का चुनाव भी हो जाएगा.'

संघ प्रमुख मोहन भागवत की एक हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर जब उनसे सवाल किया गया, तो फडणवीस ने साफ कहा कि 'देखिए किसी का  नाम चलना-चलाना वगैरह खबरों के लिए होते हैं. उन्होंने मजाकिया अंदाज में तंज करते हुए कहा कि हमने भी इतने नाम सुन लिए और तो और उनमें से कई नाम तो ऐसे भी थे कि हमें भरोसा ही नहीं हुआ कि इन नामों को भी मीडिया चला सकता है. लेकिन मेरा मानना है कि भाजपा में एक पद्धति है.

और परमपूज्य सरसंघचालक जी ने जो भी जवाब दिया, उसका अर्थ भी यही है कि यह निर्णय हम (RSS) नहीं करते भाजपा करती है. हमारी निर्णय पद्धति (संघ की) अलग है, भाजपा की निर्णय पद्धति अलग है. भाजपा अपनी निर्णय पद्धति के अनुसार ही इसका (अध्यक्ष के नाम को लेकर) निर्णय करेगी... जो भी कमेटी अध्यक्ष के नाम को तय करती है और फैसला करती है कि अध्यक्ष कौन होगा, उसका सदस्य मैं नहीं हूं.'

फडणवीस को क्यों देनी पड़ी संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया?

आपको बाते दें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत से अगस्त में ये सवाल पूछा गया था कि क्या संघ तय करता है कि भाजपा अध्यक्ष कौन होगा-कौन नहीं. इस पर संघ प्रमुख ने साफ लहजे में, इसे सिरे से इनकार करते हुए कहा था कि 'मैं 50 सालों से शाखा चला रहा हूं और अगर कोई मुझे इसके बारे में सलाह दे, तो मैं विशेषज्ञ हूं. जब देश चलाने की बात आती है, तो वह इसे लंबे समय से कर रहे हैं, तो वह जानकार हैं. सुझाव दिए जा सकते हैं, लेकिन उनकी फील्ड का फैसला उनका और हमारी फील्ड का हमारा है.' इसके बाद उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, 'अगर हम तय कर रहे होते, तो इस काम में देर ही क्यों लगती?'

कब होंगे बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव

यह भी पढ़ें

भगवा पार्टी को कवर करने वाले जानकारों का मानना है है कि हो सकता है कि बिहार चुनाव से पहले पार्टी को अगला अध्यक्ष मिल जाए और उसी के नेतृत्व में आगे बढ़ा जाए. वहीं एक तबका ये मानता है कि चुकि देश में इन दिनों OBC-पिछड़ों के अधिकार की बहस चल रही है और बिहार जैसे राज्य में जहां जाति एक अहम फैक्टर है, उस राज्य में चुनाव में जाने से पहले अपने अध्यक्ष की जाति को लेकर पार्टी कोई विवाद नहीं चाहेगी है. आपको बता दें कि मौजूदा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल दो साल पहले खत्म हो चुका और वह विस्तार पर हैं.

Tags

Advertisement

टिप्पणियाँ 0

LIVE
Advertisement
Podcast video
'मुसलमान प्रधानमंत्री बनाने का प्लान, Yogi मारते-मारते भूत बना देंगे इनका’ ! Amit Jani
Advertisement
Advertisement
शॉर्ट्स
वेब स्टोरीज़
होम वीडियो खोजें