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Chitrakoot Mela : पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़, आज CM मोहन करेंगे कामदगिरी की परिक्रमा और विधि-विधान से करेंगे पूजा

चित्रकूट मेले का पहला दिन उत्सवपूर्ण रहा, जिसमें आठ लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे. आज मुख्यमंत्री मोहन सिंह कामदगिरी की परिक्रमा करेंगे और मेले में श्रद्धालुओं के बीच उपस्थित होकर पूजा अर्चना का कार्यक्रम संपन्न करेंगे.

19 Oct, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
05:49 PM )
Chitrakoot Mela : पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़, आज CM मोहन करेंगे कामदगिरी की परिक्रमा और विधि-विधान से करेंगे पूजा

मध्य प्रदेश के चित्रकूट धाम में दीपोत्सव के अवसर पर आयोजित चित्रकूट मेले का आगाज धूमधाम से हुआ. पहले ही दिन आठ लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान राम के तप स्थल पर पहुंचे, जिससे मंदाकिनी नदी के घाटों पर भक्तिमय माहौल बन गया. कल सोमवती अमावस्या के पावन अवसर पर भारी भीड़ उमड़ी, जबकि आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा करेंगे.

यह मेला भगवान राम के वनवास काल से जुड़े स्थलों को जीवंत करता है और लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है. प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, ताकि भक्त सुरक्षित दर्शन कर सकें. 

आठ लाख श्रद्धालुओं ने लगाया डुबकी

दीपोत्सव के पहले दिन चित्रकूट धाम में सात लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे, जो मंदाकिनी नदी में स्नान करने के लिए उत्सुक थे. राम घाट और अन्य घाटों पर सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लग गईं. स्थानीय प्रशासन के अनुसार, सोमवती अमावस्या पर स्नान और दर्शन के लिए देशभर से लोग आए, जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार से बड़ी संख्या में यात्री शामिल थे. मेला क्षेत्र में भजन-कीर्तन और रामचरितमानस पाठ का आयोजन हुआ, जो भक्तों को मंत्रमुग्ध कर गया.

डीएम शिवशरणप्पा जीएन ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और स्वास्थ्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. यह भीड़ पिछले वर्षों से भी अधिक थी, जो चित्रकूट की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाती है. 

भगवान राम का तप स्थल

कामदगिरी पर्वत चित्रकूट का हृदय स्थल है, जहां भगवान राम ने वनवास के दौरान तपस्या की थी. लगभग 5 किलोमीटर लंबी इस परिक्रमा को करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होने का विश्वास है. रामायण के अनुसार, यहां भरत मिलाप मंदिर जैसे पवित्र स्थल हैं, जहां भरत ने राम से मुलाकात की थी. परिक्रमा का रास्ता मंदिरों से सुसज्जित है, जिसमें प्राचीन मुखारविंद, चौपड़ा मंदिर और बराहा हनुमान जी शामिल हैं. श्रद्धालु नंगे पैर परिक्रमा करते हैं, जो 3-4 घंटे लगती है. अमावस्या पर लाखों भक्त यहां आते हैं, और आज सीएम की परिक्रमा से मेला को नई ऊर्जा मिलेगी. पर्यटन विभाग ने रास्ते पर पानी स्टेशन और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं.

विकास और आध्यात्मिकता का संदेश

आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव चित्रकूट पहुंचकर कामदगिरी की परिक्रमा करेंगे, जो मेले का प्रमुख आकर्षण होगा. हाल ही में उन्होंने चित्रकूट के धार्मिक पर्यटन परियोजनाओं की समीक्षा की थी, जिसमें राम वन पथ और परिक्रमा पथ के विकास पर जोर दिया गया. सीएम ने कहा कि चित्रकूट को राम जन्मभूमि और काशी के साथ जोड़कर पर्यटन हब बनाया जाएगा. उनकी परिक्रमा के दौरान स्थानीय विधायक और अधिकारी साथ होंगे, और यह कार्यक्रम लाइव प्रसारित होगा.

 इससे न केवल श्रद्धालुओं को प्रेरणा मिलेगी, बल्कि चित्रकूट के विकास को गति भी मिलेगी. सीएम ने पहले भी यहां दर्शन कर प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की है.

सुरक्षा और सुविधाओं पर जोर

मेला आयोजन के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं. सात लाख श्रद्धालुओं के आने के बावजूद ट्रैफिक फ्लो सुचारू रखने के लिए विशेष यातायात व्यवस्था की गई है. स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा शिविर लगाए हैं, जबकि पुलिस ने ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी बढ़ाई है. पर्यटन विभाग ने धर्मशालाओं और आवासगृहों में बुकिंग सुनिश्चित की है.

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डीआईजी ने बताया कि सोमवती अमावस्या पर कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए 24 घंटे अलर्ट मोड में हैं. मेला 5 दिनों तक चलेगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शामिल हैं. यह आयोजन चित्रकूट को वैश्विक तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित कर रहा है.

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