बॉर्डर से BSF जवान का अपहरण कर ले गए बांग्लादेशी उपद्रवी, कुछ ही घंटों के बाद करना पड़ा रिहा
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में सीमा सुरक्षा बल के एक जवान को अगवा किए जाने की खबर सामने आई है. दावा किया गया कि जवान को कुछ घंटो के लिए अगवा कर बंधक बनाकर रखा गया था, जिसे बाद में सुरक्षित बचा लिया गया है.

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में सीमा सुरक्षा बल के एक जवान को अगवा किए जाने की खबर सामने आई है. दावा किया गया कि जवान को कुछ घंटो के लिए अगवा कर बंधक बनाकर रखा गया था, जिसे बाद में सुरक्षित बचा लिया गया है.
बीएसएफ जवान को अगवा कर ले गए बॉर्डर पार
मुर्शिदाबाद से बीएसएफ जवान के अगवा होने की खबर सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. आरोप है कि कुछ बांग्लादेशी नागरिक बीएसएफ के एक जवान को अगवा कर उसे बांग्लादेश की सीमा में ले गए थे. हालांकि, कुछ ही घंटों बाद जवान को छोड़ दिया गया. लेकिन अब इस घटना के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.
बताया जा रहा है कि 4 जून की सुबह लगभग आठ बजे बीएसएफ को पता चलता है कि बांग्लादेश के कुछ ग्रामीण बीएसएफ के एक जवान को जबरन खींचकर बांग्लादेश की सीमा में ले गए और वहां उसे बांध दिया. इस घटना की जानकारी मिलने पर बीएसएफ के बड़े अधिकारी माल्दा सीमा की ओर रवाना हुए. इसके बाद बीएसएफ सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेश के कुछ आपराधिक तत्व जवान को खींचकर बांग्लादेश की सीमा में ले गए. बता दें कि यह घटना सुइटी थाना क्षेत्र के चांदनी चौक बॉर्डर आउटपोस्ट के पास हुई, जहां बीएसएफ की 71वीं बटालियन के जवान श्री गणेश सीमा पर संदिग्ध गतिविधियों की जांच कर रहे थे.
सीमा पर गश्त लगा रहे जवानों की सुरक्षा पर उठे सवाल
मुर्शिदाबाद के इस घटना में बीएसएफ जवान को तो सुरक्षित बचा लिया गया लेकिन इस पूरी घटना ने कई गंभीर सवाल उठा दिए हैं. सवाल जवानों की सुरक्षा को लेकर हैं. अक्सर देखा जाता रहा है सीमा पर गस्ती लगा रहे जवानों के साथ कई तरह से हादसे होते रहे हैं. जिसपर रोक लगाने के लिए बीएसएफ को नियम में बदलाव कर जवानों की सुरक्षा और सुनिश्चित करने की आवश्यकता है.