सीएम योगी पर बनी फिल्म 'अजेय' पहले खुद देखेगा बॉम्बे हाईकोर्ट, उसके बाद सुनाएगा आदेश, मूवी रिलीज होगी या नहीं
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित फिल्म 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी' को लेकर बॉम्बे कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई. इस फिल्म को लेकर सेंसर बोर्ड (सीबीएफसी) और फिल्म के निर्माता आमने-सामने हैं.
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फिल्म ‘अजेय : द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ बीते कई दिनों से चर्चाओं में बनी हुई है, इस फिल्म को लेकर आए दिन कोई ना कोई बड़ी खबर सामने आती ही रहती है. बीते कई दिनों से ऋतु मेंगी द्वारा प्रोड्यूस की गई की फिल्म की रिलीज़ डेट टाली जा रही है.
पहले बॉम्बे हाईकोर्ट देखेगा सीएम योगी पर बनी फिल्म अजेय
वहीं अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित फिल्म 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी' को लेकर बॉम्बे कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई. इस फिल्म को लेकर सेंसर बोर्ड (सीबीएफसी) और फिल्म के निर्माता आमने-सामने हैं, जिसके चलते अब बॉम्बे हाईकोर्ट ने खुद फिल्म देखने और फैसला सुनाने का निर्णय लिया है. जस्टिस रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति नीला गोखले की पीठ ने गुरुवार को फिल्म निर्माताओं को निर्देश दिया कि वे फिल्म की एक प्रति कोर्ट में जमा करें, जिसमें CBFC द्वारा चिह्नित किए गए दृश्यों या हिस्सों को स्पष्ट रूप से अंकित किया गया हो.
The Bombay High Court on Aug 21 said that it will watch the film 'Ajey: The Untold Story', before deciding on a plea filed by the movie's makers challenging the Central Board of Film Certification's (CBFC) refusal to certify the film.
— Bar and Bench (@barandbench) August 21, 2025
The movie, inspired by the book 'The Monk… pic.twitter.com/kuuAjZF8co
फिल्म के मेकर्स ने किया दावा
फिल्म के निर्माता सम्राट सिनेमैटिक प्रोडक्शन हाउस ने दावा किया है कि उन्होंने 5 जून को फिल्म सर्टिफिकेट के लिए सेंसर बोर्ड में आवेदन किया था, लेकिन तय समय सीमा 15 दिन के भीतर सीबीएफसी ने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद, उन्होंने 3 जुलाई को 'प्राथमिकता योजना' के तहत तीन गुना फीस भरकर फिर से आवेदन किया. उन्हें 7 जुलाई को स्क्रीनिंग की तारीख मिली, लेकिन स्क्रीनिंग एक दिन पहले ही बिना कारण रद्द कर दी गई.
फिल्म के निर्माता और अभिनेता अजय मेंगी ने कहा, ''हमें नहीं पता कि फिल्म क्यों रोकी जा रही है. हमने पूरी मेहनत से फिल्म बनाई है, और इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है. यह फिल्म 'द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर' किताब पर आधारित है. अगर योगी जी ने समाज के लिए काम किया है, तो उन पर फिल्म बननी ही चाहिए.’’
उन्होंने आगे कहा, ''सीबीएफसी की एग्जामिनेशन कमेटी ने बिना कोई ठोस कारण बताए 29 सीन पर आपत्ति जताई. फिर, रिवाइजिंग कमेटी ने 8 आपत्तियां हटा दीं, लेकिन 21 को बरकरार रखा. इन 21 में से एक सीन में केवल 'सॉरी' कहा गया था, जिस पर सीबीएफसी ने पूछा कि इसमें सॉरी क्यों बोला गया है. ऐसी आपत्तियां पूरी तरह से असंगत हैं.”
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कोर्ट ने कहा कि अब वह खुद फिल्म देखेगा और सोमवार को फैसला सुनाएगा.
निर्माताओं ने सीबीएफसी पर लगाया था आरोप
याचिका में फिल्म निर्माताओं ने एक गंभीर आरोप लगाया है कि सीबीएफसी ने मुख्यमंत्री कार्यालय से 'नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट' लाने को कहा, जबकि कानून में इसकी कोई जरूरत नहीं है. यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन है और एक फिल्म को रोकने का अवैध तरीका है. निर्माताओं का कहना है कि यह फिल्म योगी आदित्यनाथ के निजी और राजनीतिक जीवन की एक प्रेरणादायक कहानी है, जिसे देश के लोगों तक पहुंचना चाहिए.
इन राजनीतिक नेताओं पर बनी फिल्मों को मिल चुका है सर्टिफिकेट
दिलचस्प बात यह है कि सीबीएफसी पहले भी कई राजनीतिक नेताओं पर बनी फिल्मों को सर्टिफिकेट दे चुका है, जिनमें 'पीएम नरेंद्र मोदी' (2019), 'मैं हूं अटल' (2024), 'धर्मवीर' (2022), 'थलाइवी' (2021), 'ठाकरे' (2019), 'यात्रा' (2019), और हाल ही में योगी आदित्यनाथ पर आधारित 'द यूपी फाइल्स' (2024) शामिल हैं.
योगी का किरदार निभाने के लिए लिया बड़ा फैसला
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित फिल्म के लिए एक्टर अनंत विजय जोशी ने अपने सिर के बाल मुंडवाए, ताकि वह योगी आदित्यनाथ की छवि के करीब दिख सकें. अनंत ने बताया कि यह फैसला उनके लिए आसान फैसला नहीं था. उन्होंने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि इस किरदार के लिए उन्हें सिर्फ एक्टिंग नहीं, बल्कि उसे जीना भी था.
किस किताब पर बेस्ड है सीएम योगी पर बनी फिल्म?
रवींद्र गौतम के डायरेक्शन में तैयार 'निर्भीक योगी' की कहानी को दमदार अंदाज में पेश किया गया है. यह फिल्म लेखक शांतनु गुप्ता की किताब ‘द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर’ पर आधारित है, जो योगी आदित्यनाथ की असाधारण जीवन यात्रा को पर्दे पर पेश करने को तैयार है.
क्या है फिल्म की कहानी?
‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ योगी’ एक संत की कहानी है, जो भ्रष्टाचार और माफिया राज के खिलाफ लड़ता है. टीजर में योगी के ‘जनता दरबार’ को दिखाया गया था, जो सत्ता और जनता के बीच टूटे रिश्तों को जोड़ने का प्रतीक है. फिल्म की कहानी उत्तर प्रदेश की अस्थिर राजनीति के इर्द-गिर्द घूमती है और यह दिखाती है कि कैसे एक संन्यासी व्यवस्था को बदलने के लिए सामने आता है.
फिल्म मेकर ऋतु मेंगी ने बताया था, “यह उस साहसी कहानी की झलक है, जो पुरानी व्यवस्था को चुनौती देती है. योगी एक आध्यात्मिक गुरु होने के साथ-साथ सुधारक भी हैं, जो भ्रष्ट तंत्र को बदलने की ताकत रखते हैं. दर्शकों की प्रतिक्रिया से साफ है कि वे ऐसी कहानी चाहते हैं, जो साहस और उद्देश्य से भरी हो.”
फिल्म की दमदार स्टाकास्ट
‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ में अनंत विजय जोशी के अलावा दिनेशलाल यादव ‘निरहुआ’, अजय मेंगी, परेश रावल राजेश खट्टर, पवन मल्होत्रा और गरिमा विक्रांत सिंह जैसे एक्टर्स अहम भूमिकाओं में हैं. रवींद्र गौतम के निर्देशन में बनी फिल्म का निर्माण ऋतु मेंगी ने किया है और फिल्म का संगीत मीत ब्रदर्स ने तैयार किया है. इसकी कहानी दिलीप बच्चन झा और प्रियांक दुबे ने लिखी है.
पांच भाषाओं में रिलीज़ होगी योगी पर बनी फिल्म
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फिल्म हिंदी के साथ तेलुगू, तमिल, कन्नड़ और मलयालम में रिलीज होगी. यह फिल्म 1 अगस्त को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली थी, लेकिन फ़िलहाल सेंसर बोर्ड ने ऋतु मेंगी द्वारा प्रोड्यूस की गई इस फिल्म को सर्टिफ़िकेट नहीं दिया है. अब मेकर्स की उम्मीदें सोमवार को आने वाले बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले से लगी हुई हैं.
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