हरियाणा में बीजेपी की हुई प्रचंड जीत, कांग्रेस की उम्मीदें हुई स्वाहा
हरियाणा और जम्मू कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद वोटो की गिनती में जब 8 अक्टूबर मंगलवार को हुई तो शुरूआती रुझान को देखकर कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय में ढोल नगाड़े और मिठाइयां बटनां शुरू हो गई थी लेकिन जल्दबाजी में जश्न मना रहे यह कार्यकर्ता तब मायूस हो गए जब हरियाणा को लेकर जश्न मना रहे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता को दोबारा जश्न मनाने का मौका ही नहीं मिला।

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे अब हम सभी के सामने आ चुके हैं। एक बार फिर से राज्य में भारतीय जनता पार्टी जीत की हैट्रिक लगाते हुए सरकार बनाने जा रही है। राज्य की 90 सीटों पर हुए मतदान के लिए जब मंगलवार की सुबह वोटो की गिनती शुरू हुई तो शुरूआती रुझान में कांग्रेस लगातार बढ़त बना रही थी लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया वैसे-वैसे माहौल भी बदला और राज्य का सियासी हवा का रुख भी और सूर्यास्त होने तक चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक एक बार फिर से राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है। वही एक दशक बाद राज्य की सत्ता में वापसी करने का सपना देख रहे कांग्रेस पार्टी को फिर से निराशा हाथ लगी है जो बहुमत के आंकड़े से लगभग 10 सीट दूर आकर रुक गई है।
पार्टी | बढ़त | जीत | कुल सीट |
BJP+ | 0 | 48 | 48 |
CONG+ | 0 | 37 | 37 |
INLD+ | 0 | 2 | 2 |
JJP+ | 0 | 0 | 0 |
OTH+ | 0 | 3 | 3 |
हरियाणा और जम्मू कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद वोटो की गिनती में जब 8 अक्टूबर मंगलवार को हुई तो शुरूआती रुझान को देखकर कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय में ढोल नगाड़े और मिठाइयां बटनां शुरू हो गई थी लेकिन जल्दबाजी में जश्न मना रहे यह कार्यकर्ता तब मायूस हो गए जब सुबह 11:00 बजे के बाद से रुझान में बदलाव होना शुरू हुआ और यह बदलाव ऐसा हुआ कि हरियाणा को लेकर जश्न मना रहे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता को दोबारा जश्न मनाने का मौका ही नहीं मिला। इसी के साथ राज्य के अंदर कांग्रेस पार्टी की राजनीति करने वाले कई कई दिग्गज नेताओं के मुख्यमंत्री बनने के सपने पर भी पानी फिर गया है। हरियाणा विधानसभा चुनाव की 90 सीटों पर हुई वोटिंग की मतगणना के बाद जब चुनाव आयोग ने नतीजे घोषित किया तो जश्न मनाने का मौका कांग्रेस पार्टी को नहीं बल्कि केंद्र और देश के कई राज्यों की सत्ता चलने वाली पार्टी यानी कि भाजपा के पक्ष में रहा। हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 48, कांग्रेस 37, इंडियन नेशनल लोक दल 2 वही 3 सीटों पर निर्दल प्रत्याशियों ने जीत का परचम लहराया है।
गौरतलब है कि ऐसा पहली बार हुआ था जब हरियाणा विधानसभा चुनाव पर देशभर की निगाहें थी क्योंकि इस बार हरियाणा में कांग्रेस एक मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही थी यही वजह थी कि तमाम ऐसी कंपनियां जो चुनाव के सर्वे करती है उनके एग्जिट पोल में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाते हुए दिख रही थी। लेकिन नतीजा इसके बिल्कुल उलट सामने आए हैं। भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ एक बार फिर 5 साल के लिए हरियाणा को चलाने के लिए तैयार है। इन चुनावी नतीजे को देखकर यही कह सकते हैं कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा में जातीय समीकरण को साधने में कुछ कमी कर दी वहीं बीजेपी नेतृत्व के अनुभव राज्य के जातीय समीकरण को साधने में कामयाब हुआ है। जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी जीत की हैट्रिक के साथ आज जश्न मना रही है ।