‘भारत को परेशान करने के लिए कई देश उन्हें पैसे दे रहे हैं...’, पाकिस्तान को लेकर भाजपा नेता दिलीप घोष का बड़ा दावा
भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र में जब भी राष्ट्र सम्मेलन होता है, पाकिस्तान को खरी-खोटी सुननी पड़ती है. चाहे प्रधानमंत्री हों या फिर विदेश मंत्री, वे संयुक्त राष्ट्र में सीधी बात करते हैं. यही कारण है कि आज पाकिस्तान के साथ कोई नहीं है.
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संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 'पाकिस्तान' का नाम लिए बिना ही उसे 'वैश्विक आतंकवाद' का केंद्र बताया. जयशंकर के इस बयान का भाजपा नेता दिलीप घोष ने समर्थन किया और कहा कि आज कोई भी देश पाकिस्तान के साथ नहीं है.
भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र में जब भी राष्ट्र सम्मेलन होता है, पाकिस्तान को खरी-खोटी सुननी पड़ती है. चाहे प्रधानमंत्री हों या फिर विदेश मंत्री, वे संयुक्त राष्ट्र में सीधी बात करते हैं. यही कारण है कि आज पाकिस्तान के साथ कोई नहीं है. भारत को परेशान करने के लिए कई देश उन्हें पैसे दे रहे हैं ताकि तेजी से बढ़ते भारत को रोका जा सके. अब ऐसा नहीं हो सकता. इससे उनकी छवि और आर्थिक स्थिति खराब होगी और पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिए."
करूर भगदड़ पर घोष ने जताया दुख
दिलीप घोष ने करूर भगदड़ पर दुख जताया. उन्होंने कहा, "यह एक दुखद घटना है और मैं मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. मुझे लगता है कि आयोजकों को इस तरह की रैलियों को लेकर सतर्क होना चाहिए ताकि किसी की जान न जा सके."
बंगाल में महिलाओं की स्थिति पर की बातचीत
बंगाल में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार को लेकर भाजपा नेता ने कहा, "बंगाल के अंदर महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है. यहां रेप और मर्डर आम बात हो गई. बंगाल में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है. ममता बनर्जी के हाथ में अब कुछ नहीं बचा है और मुझे लगता है कि वह कुछ संभाल भी नहीं सकती हैं."
‘भाजपा ने बंगाल सरकार के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पश्चिम बंगाल को 'सोनार बांग्ला' के आह्वान पर दिलीप घोष ने कहा, "भाजपा ने बंगाल सरकार के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है. यह तभी संभव होगा, जब सरकार हटेगी और बंगाल को 'सोनार बांग्ला' बनाया जाएगा. पूरा देश आगे बढ़ रहा है, लेकिन बंगाल पीछे जा रहा है. राज्य में भ्रष्टाचार, हिंसा और लूटपाट चरम पर है और बंगाल के लोग राज्य को छोड़कर भाग रहे हैं."
UNGA में विदेश मंत्री का दिखा आक्रमक रूप
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर का आक्रमक रूख देखने को मिला. उनके भाषण के दौरान दुर्लभ क्षण उस समय आया जब उन्होंने पाकिस्तान को सीधे तौर पर 'वैश्विक आतंकवाद का केंद्र' बताया. जयशंकर के इन बातों को सुनते ही महासभा में बैठे अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने जोरदार ताली बजाई. विदेश मंत्री के इस बयान से भारत के लंबे समय से अपनाए गए रुख को स्पष्ट रूप से दर्शाया गया, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देना शामिल है. उनके इस कड़े और स्पष्ट संदेश को महासभा के अन्य सदस्य देशों ने भी समर्थन प्रदान किया.
EAM Jaishankar called out the Pahalgam terror attack as cross-border barbarism and branded Pakistan the global epicentre of terrorism.
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 27, 2025
The UNGA erupted in applause.
And by not even naming Pakistan, he showed its true status—irrelevant, isolated, self-destructing. pic.twitter.com/CAZQ3Puf6N
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि भारत आजादी के बाद से आतंकवाद जैसी गंभीर समस्या का सामना कर रहा है, जबकि उसका पड़ोसी देश लंबे समय से ‘वैश्विक आतंकवाद का केंद्र’ रहा है. जयशंकर ने पाकिस्तान की सीमा पार से होने वाली हिंसा को उजागर करते हुए कहा कि पहलगाम हमला इसका ताजा और बर्बर उदाहरण है. उन्होंने इसे आतंकवाद की जड़ तक पहुंचने की चुनौती बताया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस ओर आकर्षित किया. अपने संबोधन की शुरुआत जयशंकर ने “भारत की जनता की ओर से नमस्कार” कहकर की. उन्होंने महासभा के मंच से दुनिया भर के नेताओं को यह स्पष्ट संदेश दिया कि दशकों से होने वाले बड़े अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी हमलों का स्रोत एक ही देश माना जाता रहा है.
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