शर्मिष्ठा पनोली पर FIR कराने वाले वजाहत खान को गिरफ्तार करने कोलकाता पहुंची असम पुलिस, धार्मिक भावनाएं भड़काने का है आरोप
देश में इस वक्त सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी ने राजनीतिक भूचाल खड़ा कर दिया है. बीजेपी ममता सरकार के खिलाफ आक्रामक है तो वहीं असम पुलिस और कोलकाता पुलिस आमने सामने हैं. असम पुलिस पनोली पर केस दर्ज करा कर उन्हें गिरफ्तार कराने वाले वजाहत खान को गिरफ्तार करने कोलकाता पहुंच गई है.

शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचला है, ममता बनर्जी की पुलिस पर यह आरोप बीजेपी और उसके सहयोगी दल लगा रहे हैं. वहीं नीदरलैंड से भी शर्मिष्ठा की रिहाई के लिए आवाज उठ रही है.
वजाहत की गिरफ्तारी के लिए कोलकाता पहुंची असम पुलिस
सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की शिकायत करने वाले वजाहत खान के खिलाफ अब कई राज्यों में केस दर्ज हो चुके हैं. असम पुलिस ने वजाहत खान पर धार्मिक भावनाएं भड़काने और घृणा फैलाने वाली सामग्री पोस्ट करने के आरोप में मामला दर्ज किया है. वजाहत की गिरफ्तारी के लिए असम पुलिस ने कोलकाता में दबिश दी.
वजाहत खान ने ही शर्मिष्ठा पनोली के खिलाफ यह कहकर शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो शेयर किया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई.
वजाहत खान की शिकायत के आधार पर 22 साल की शर्मिष्ठा को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था. उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. अब वजाहत खान पर भी सोशल मीडिया पर घृणा फैलाने और धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप लगे हैं. कोलकाता पुलिस ने भी ‘श्रीराम स्वाभिमान परिषद’ नामक संस्था की शिकायत पर खान के खिलाफ केस दर्ज किया है. पुलिस वजाहत खान के कोलकाता स्थित घर पर पहुंची तो वह मौजूद नहीं थे.
पनोली की गिरफ्तारी से खड़ा हुआ राजनीतिक भूचाल
पनोली की गिरफ्तारी ने देश में राजनीतिक भूचाल ला दिया है. BJP और सहयोगी दलों ने ममता बनर्जी सरकार पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचलने का आरोप लगाया है. इस मामले में नीदरलैंड से भी प्रतिक्रिया आई है. डच सांसद और राइट-विंग पार्टी फॉर फ्रीडम के नेता गीर्ट वाइल्डर्स ने कहा कि शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर धब्बा है और प्रधानमंत्री मोदी से उन्हें रिहा करने की मांग की है.
अगर वजाहत खान जल्द नहीं पकड़े जाते तो उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस या गैर जमानती वारंट जारी हो सकता है. वहीं पनोली के वकील अब हाइकोर्ट में जमानत याचिका दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं.