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देश का सवाल है, पाकिस्तान को औकात दिखाओ… IND vs PAK मुकाबले से पहले भड़के युवा, दिखाया आईना!

14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान की टीम एशिया कप में आमने-सामने होंगी. लोगों का कहना है कि, पहलगाम हमले में देश के मासूम लोग मारे गए. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की फायरिंग में सेना के कई जवान शहीद हो गए. देश इसे कैसे भूला सकता है.

22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर मासूम पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया. सीमा पार से आए आतंकियों की इस वहशीयाना हरकत के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी रिश्ते खत्म करने का ऐलान किया था, लेकिन 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान की टीम एशिया कप में आमने-सामने होंगी. इससे भारतीय क्रिकेट फैंस में रोष है. 

भारत-पाकिस्तान के बीच महामुकाबले को लेकर लोगों में इस बार हमेशा जैसा क्रेज नहीं है. पहलगाम हमले के बाद पहली बार दोनों टीमें आमने-सामने होंगी. जबकि लोगों का कहना है कि जब तक पाकिस्तान जैसे देश आतंक को पनाह देना बंद नहीं करते तब तक उसके साथ खेल नहीं होना चाहिए. लोगों ने इस मुकाबले का बॉयकॉट करने की मांग की है. बिहार के पटना में कुछ क्रिकेट प्रेमियों से NMF News ने बात की तो उनकी मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आई. 

NMF News से बात करते हुए कुछ युवाओं ने कहा कि, पाकिस्तान के साथ मुकाबला होना जरूरी भी है क्योंकि यही वो प्लेटफॉर्म है जहां पाकिस्तान की अकड़ तोड़ी जा सकती है. हालांकि, कुछ युवाओं ने इस मैच को BCCI का असंवेदनशील कदम बताया. उनका कहना है कि पहलगाम हमले में देश के मासूम लोग मारे गए. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की फायरिंग में सेना के कई जवान शहीद हो गए. देश इसे कैसे भूला सकता है.

(Photo- पहलगाम हमले की दर्दनाक तस्वीर)

आतंक और खेल एक साथ क्यों? 

दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के बाद PM मोदी ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी थी कि, खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते, आतंक और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती, आतंक और व्यापार एक साथ नहीं हो सकता. ऐसे में खेल और आतंक भी एक साथ नहीं हो सकते. गौरतलब है कि 14 सितंबर को दुबई के इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत-पाकिस्तान के बीच भिड़ंत होगी. इससे पहले मैच के बहिष्कार की मांग तेज होने लगी है. आपका इस मुकाबले को लेकर क्या कहना है? क्या पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ भारत को खेल का मंच साझा करना चाहिए? रिएक्शन में अपनी राय जरूर दें. 

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