झांसी रेलवे स्टेशन पर महिला ने दिया बच्चे को जन्म, रेलवे की मेडिकल टीम की तत्परता से प्लेटफॉर्म पर हुई सुरक्षित डिलीवरी
उत्तर मध्य रेलवे के झांसी स्टेशन पर शनिवार को एक गर्भवती महिला को रास्ते में अचानक तेज प्रसव पीड़ा होने लगी. जिसके बाद रेलवे की तत्परता से स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ही सुरक्षित डिलीवरी कराई गई. महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया.
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उत्तर मध्य रेलवे के झांसी स्टेशन पर शनिवार को एक भावुक और मानवीय दृश्य देखने को मिला. एक महिला यात्री को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी, जिस पर रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत सक्रियता दिखाई और प्लेटफॉर्म पर ही सुरक्षित प्रसव की व्यवस्था कराई.
रेलवे जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि स्टाफ की तत्परता और सहयोग से महिला व नवजात दोनों सुरक्षित हैं. घटना के बाद मां और बच्चे को बेहतर देखभाल के लिए स्थानीय अस्पताल भेजा गया.
रेल कर्मियों की तत्परता और समर्पण को सलाम🫡🚆
— North Central Railway (@CPRONCR) July 5, 2025
वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन पर ट्रेन संख्या 15066 (पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस) में यात्रा कर रही महिला यात्री को प्रसव पीड़ा होने की सूचना मिलते ही रेलवे चिकित्सा टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सुरक्षित प्रसव कराया।
डिलीवरी के… pic.twitter.com/2mfspqLd6z
झांसी स्टेशन पर दिखी मानवता की मिसाल
ट्रेन संख्या 15066 पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस से पनवेल से बाराबंकी जा रही थी. इसी दौरान एक गर्भवती महिला को रास्ते में अचानक तेज प्रसव पीड़ा होने लगी. महिला की हालत बिगड़ती देख सहयात्रियों ने तुरंत रेलवे हेल्पलाइन से संपर्क किया. सूचना मिलते ही झांसी रेल कंट्रोल को अलर्ट कर दिया गया.
रेलवे प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला मेडिकल टीम, रेलवे स्टाफ, और डॉक्टरों को स्टेशन पर तैनात कर दिया. जैसे ही ट्रेन वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर पहुंची, महिला यात्री को मेडिकल टीम, टिकट चेकिंग स्टाफ प्रभारी पीएन सोनी, महिला टिकट कर्मचारी, उप स्टेशन अधीक्षक (वाणिज्य) मणि राय, और स्टेशन पर मौजूद आर्मी डॉक्टर की सहायता से तत्परता के साथ अटेंड किया गया.
महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को दिया जन्म
रेलवे कर्मियों की तत्परता से झांसी स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ही सुरक्षित डिलीवरी हुई और महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया.
घटना के दौरान रेलवे की ओर से मौजूद मेडिकल टीम और महिला चेकिंग स्टाफ — लिली कुशवाहा, राखी कुशवाहा, ज्योतिका साहू और कविता अग्रवाल ने मिलकर स्थिति को तुरंत संभाला. बिना समय गंवाए प्लेटफॉर्म को अस्थायी प्रसव कक्ष में बदल दिया गया और महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई.
महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया. इस दौरान लिली कुशवाहा ने निस्वार्थ भाव से, बिना किसी हिचक या परवाह के, नवजात को सुरक्षित गोद में लिया और मां को सौंपा. उनका यह मानवीय कदम सबके लिए प्रेरणास्रोत बना. डिलीवरी के तुरंत बाद महिला को प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया और फिर एंबुलेंस के माध्यम से नजदीकी अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि मां और बच्ची दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं.