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‘150 कांग्रेस सांसदों को रूस से मिली फंडिंग’, BJP सांसद निशिकांत दुबे का दावा, अमेरिकी दस्तावेज़ का दिया हवाला

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक्स पर 2011 के सीआईए दस्तावेज़ का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि दिवंगत कांग्रेस नेता एचकेएल भगत के नेतृत्व में 150 से अधिक कांग्रेस सांसदों को रूस से फंडिंग मिली थी और वे कथित रूप से रूसी एजेंटों की तरह काम कर रहे थे. इस दावे के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है.

30 Jun, 2025
( Updated: 01 Jul, 2025
01:34 PM )
‘150 कांग्रेस सांसदों को रूस से मिली फंडिंग’, BJP सांसद निशिकांत दुबे का दावा, अमेरिकी दस्तावेज़ का दिया हवाला

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक नई सियासी बहस छेड़ दी है. निशिकांत दुबे ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी का दस्तावेज साझा किया है कि जो साल 2011 का है. इसका हवाला देते हुए निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि दिवंगत कांग्रेस नेता एचकेएल भगत के नेतृत्व में 150 से अधिक कांग्रेस सांसदों को रूस से फंडिंग मिली थी.

दुबे के मुताबिक, इन सांसदों ने कथित रूप से रूसी एजेंटों के तौर पर काम किया और भारत में उस दौरान विदेशी हितों को साधने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि यह दस्तावेज अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा जारी किया गया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कैसे कांग्रेस ने राष्ट्रीय हितों के साथ समझौता किया. भाजपा नेता के इस बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है और आने वाले समय में इस मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग और तेज हो सकती है. कांग्रेस की ओर से इस पर अभी तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.

कांग्रेस सांसदों को सोवियत रूस से मिली फंडिंग
निशिकांत दुबे ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और विदेशी एजेंटों से सांठगांठ का गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, "कांग्रेस = भ्रष्टाचार + गुलामी. यह दस्तावेज 2011 में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए द्वारा अनक्लासिफाइड किया गया था, जिसमें बताया गया है कि दिवंगत कांग्रेस नेता एचकेएल भगत के नेतृत्व में 150 से अधिक कांग्रेस सांसदों को सोवियत रूस से फंडिंग मिली थी. ये सांसद कथित तौर पर रूस के एजेंट के रूप में काम कर रहे थे." भाजपा सांसद ने आगे दावा किया कि रूस ने भारत में अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए पत्रकारों के एक समूह को भी एजेंट के रूप में इस्तेमाल किया और कुल 16,000 समाचार प्रकाशित कराए, जिनमें सोवियत समर्थक विचारों को बढ़ावा दिया गया. दुबे के मुताबिक, "उस समय भारत में रूस की खुफिया एजेंसियों के लगभग 1100 लोग सक्रिय थे, जो नौकरशाहों, व्यापारिक संगठनों, कम्युनिस्ट पार्टियों और राय निर्माताओं को प्रभावित करके भारत की नीतियों को प्रभावित करने का काम कर रहे थे."

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निशिकांत दुबे का कांग्रेस पर नया आरोप
निशिकांत दुबे ने अपने पोस्ट में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सुभद्रा जोशी को लेकर बड़ा दावा किया है, उन्होंने आरोप लगाया कि सुभद्रा जोशी ने चुनाव के लिए जर्मन सरकार से पांच लाख रुपये की फंडिंग ली थी, और चुनाव हारने के बाद इंडो-जर्मन फोरम की अध्यक्ष बन गईं. उन्होंने अपने पोस्ट में सवाल उठाते हुए लिखा,  "क्या यह देश है या गुलामों, एजेंटों और बिचौलियों की कठपुतली? कांग्रेस को इस पर जवाब देना चाहिए। क्या इस मामले की जांच नहीं होनी चाहिए?"

बताते चलें कि निशिकांत दुबे का यह आरोप का उस लंबे सिलसिले का हिस्सा है जिसमें वे कांग्रेस नेताओं पर विदेशी सरकारों और एजेंसियों से संबंध रखने का आरोप लगाते रहे हैं. इससे पहले उन्होंने 2011 में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए द्वारा जारी एक दस्तावेज़ के हवाले से कहा था कि 150 से अधिक कांग्रेस सांसदों को सोवियत रूस से फंडिंग मिली थी.

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