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क्या है Relationship Anarchy? जानें बिना label वाले प्यार का नया ट्रेंड

Relationship Anarchy एक philosophy है जो मानता है कि रिश्तों को किसी भी सामाजिक ढाँचे या लेबल से मुक्त होना चाहिए. Gen Z और LGBTQ+ में ये ट्रेंड ज्‍यादा पॉपुलर हो रहा है. हर रिश्ता इसमें बराबर होता है और इनमें आपको पूरी तरह आजादी होती है. हर रिश्ते में शामिल व्यक्ति अपनी ज़रूरतों और इच्छाओं के अनुसार आज़ादी से संबंध बना सकते हैं, बिना किसी सामाजिक दबाव के.

प्यार और रिश्ते हमेशा से इंसान के जीवन का प्रमुख हिस्सा रहे हैं. सदियों से समाज ने रिश्तों को कुछ तयशुदा ढाँचों और लेबलों में बाँधा है – जैसे 'दोस्त', 'प्रेमी', 'पति-पत्नी', 'भाई-बहन'. इन लेबलों के साथ कुछ अपेक्षाएँ और ज़िम्मेदारियाँ भी तय हो जाती हैं. लेकिन, आधुनिक दुनिया में, जहाँ personal space और पहचान को अधिक महत्व दिया जा रहा है, रिश्तों को देखने का एक नया तरीक़ा उभर रहा है: Relationship Anarchy. यह ट्रेंड इन पारंपरिक लेबलों और नियमों को चुनौती दे रहा है.

क्या है Relationship Anarchy?

Relationship Anarchy एक philosophy है जो मानता है कि रिश्तों को किसी भी सामाजिक ढाँचे या लेबल से मुक्त होना चाहिए. Gen Z और LGBTQ+ में ये ट्रेंड ज्‍यादा पॉपुलर हो रहा है. हर रिश्ता इसमें बराबर होता है और इनमें आपको पूरी तरह आजादी होती है. हर रिश्ते में शामिल व्यक्ति अपनी ज़रूरतों और इच्छाओं के अनुसार आज़ादी से संबंध बना सकते हैं, बिना किसी सामाजिक दबाव के.

Relationship Anarchy में, रिश्ते में शामिल लोग अपने नियम खुद तय करते हैं. वे एक-दूसरे की ज़रूरतों, भावनाओं और सहमति को सबसे ऊपर रखते हैं. इसमें कोई तयशुदा ज़िम्मेदारियां नहीं होतीं कि किसे क्या करना है, और न ही कोई किसी पर कोई दबाव डालता है. इस रिश्ते में लोग समाज की परवाह किए बिना, अपनी शर्तों पर एक साथ आते हैं.

Relationship Anarchy में क्या चुनौतियाँ हैं?

पारंपरिक धारणाओं के आदी लोगों के लिए इस अवधारणा को समझना मुश्किल हो सकता है, जिससे गलतफहमी पैदा हो सकती है. समाज में अभी भी इसे पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया गया है, जिससे ऐसे रिश्ते में रहने वाले लोगों को सामाजिक दबाव का भी सामना करना पड़ सकता है.

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