Dengue Fever: बदलते मौसम में बढ़ रहे डेंगू के मामले, जानें इसके कारण, लक्षण और उपचार
एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस नामक के काटने से ही डेंगू फैलता है. ये देखने में छोटे काले और सफेद धारियों वाले होते हैं, ये मच्छर कूड़े, कचरे, गंदी नालियों और जमे हुए पानी में पनपते हैं. आसपास सफ़ाई ना होने के कारण डेंगू हो सकता है, घरों और आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर साफ पानी में पनपता है. लोगों को पानी की टंकियों और कूलरों को नियमित रूप से साफ करने, पुराने बर्तनों, टायरों और गमलों में पानी जमा न होने देने.
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डेंगू का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. ये एक वायरल बीमारी है, डेंगू के मच्छर गर्म माहौल में भी जिंदा रह सकते हैं, इतना ही नहीं ये सर्दियों की शुरुआत में संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ाते हैं. डेंगू को ब्रेकबोन फीवर के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि डेंगू से संक्रमित होने के बाद सबसे पहले हड्डी तोड़ बुख़ार आता है. हालांकि डेंगू के काटने के तुरंत बाद इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. कहा जाता है कि इसके लक्ष्ण दिखने में लगभग 4 से 14 दिन लग जाते हैं. यूं तो डेंगू के मच्छर 24 डिग्री सेल्सियस के नीचे तापमान होने पर सर्वाइव नहीं कर पाते है, लेकिन फिर भी सर्दियों में इनका संक्रमण तेजी से फैल रहा है.
डेंगू फैलने का कारण
एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस नामक के काटने से ही डेंगू फैलता है. ये देखने में छोटे काले और सफेद धारियों वाले होते हैं, ये मच्छर कूड़े, कचरे, गंदी नालियों और जमे हुए पानी में पनपते हैं. आसपास सफ़ाई ना होने के कारण डेंगू हो सकता है, घरों और आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर साफ पानी में पनपता है. लोगों को पानी की टंकियों और कूलरों को नियमित रूप से साफ करने, पुराने बर्तनों, टायरों और गमलों में पानी जमा न होने देने.
डेंगू होने के लक्षण
बता दें कि ज्यादातर डेंगू मच्छर के काटने के बाद इसके लक्षण नहीं दिखते हैं. बल्कि चार से चौदह दिन बाद दिखाई देते हैं, और चार से सात दिन तक रहता है, जिसमें 104 तक का तेज बुख़ार आम बात होती है और साथ ही उल्टी, दस्त, सिर दर्द, आंखों में दर्द, थकान और शरीर में तेज दर्द होता है. इतना ही नही बुख़ार के चार पाँच दिन बाद स्किन पर चकत्ते दिखाई दे सकते हैं और नाक और मसूड़ों से खून आ सकता है. डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू से बचाव के लिए समय पर जांच कराना सबसे जरूरी है. साथ ही, किसी भी प्रकार के बुखार को हल्के में न लिया जाए. तुरंत डॉक्टर के पास जाकर चेकअप कराएं, ताकि बड़े खतरे को टाला जा सके.
डेंगू के बचने के लिए क्या करें
डेंगू के मच्छरों के काटने से बचना बेहद ही जरूरी है, क्योंकि ये बीमारी जानलेवा भी हो सकती है. डेंगू से बचने के लिए बाहों और पैरों को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़ों को पहनना चाहिए. इतना ही नहीं अपनी बॉडी पर कीट विकर्षक क्रिस का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, ताकि डेंगू के मच्छरों के संक्रमण से बचा जा सकें. डेंगू के मच्छरों से बचने के लिए आपने आस पास सफ़ाई रखना बेहद जरूरी है. आपको घर के अग़ल बगल में जमे हुए पानी और नालियों को साफ़ रखना चाहिए साथ ही कीट नाशक दवाईयां छिड़क सकते हैं.
इसके अलावा आप पास के कूड़े कचरे को हटाकर दूर कर देना चाहिए. शाम होने से पहले ही अपने घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद करके रहे. साथ ही डेंगू के मच्छरों से बचने के लिए काला हिट और ऑल आउट जैसी चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं, सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करने से आप डेंगू के मच्छरों से बच सकते हैं.
खान-पान का रखे ध्यान
लोगों की लापरवाही के कारण भी संक्रमण का खतरा से फैलता है, ऐसे में सतर्क रहना बेहद जरूरी है. इसलिए समस-समय पर चेकअप कराते रहें. साथ ही अपने खान पान का भी पूरा ध्यान रखें, खाने में इम्यूनिटी को मज़बूत रखने वाली चीजों का सेवन करिए, ताकि आप संक्रमण से बच सकें.
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