वजाइना के पास सूजन या गांठ दिखे तो अलर्ट हो जाएं – ये हो सकता है बार्थोलिन सिस्ट
अगर वजाइना के पास सूजन या गांठ महसूस हो रही है, तो यह बार्थोलिन सिस्ट हो सकता है. जानिए इसके लक्षण, कारण और घरेलू उपाय. महिलाओं की इंटिमेट हेल्थ से जुड़ी ज़रूरी जानकारी पाएं.
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महिलाओं की वजाइनल हेल्थ को लेकर आज भी समाज में उतनी खुलकर बात नहीं होती, जितनी होनी चाहिए. अक्सर महिलाएं शर्म या झिझक की वजह से अपने शरीर में हो रहे बदलाव या समस्याओं को नजरअंदाज कर देती हैं, जो आगे चलकर बड़ी परेशानी का कारण बन सकते हैं. ऐसी ही एक स्थिति है बार्थोलिन सिस्ट, जो वजाइना के दोनों किनारों पर मौजूद बार्थोलिन ग्रंथियों में सूजन या गांठ के रूप में उभरती है. ये ग्रंथियां वजाइनल एरिया को चिकनाई देने के लिए एक तरल पदार्थ छोड़ती हैं, लेकिन जब इनका मार्ग ब्लॉक हो जाता है, तो उसमें तरल पदार्थ जमा हो जाता है और एक फूला हुआ थैला बन जाता है.
बार्थोलिन सिस्ट क्या है?
बार्थोलिन सिस्ट तब होती है जब बार्थोलिन ग्लैंड के रास्ते में अवरोध या ब्लॉकेज आ जाता है. इस ब्लॉकेज के कारण तरल पदार्थ बाहर नहीं निकल पाता और अंदर ही जमा होने लगता है, जिससे गांठ बनती है. अगर ये ब्लॉकेज बनी रहती है, तो सिस्ट बड़ी हो सकती है या उसमें संक्रमण भी हो सकता है. इसके अलावा, यदि पहले कभी इस सिस्ट का इलाज या सर्जरी पूरी तरह से सही ढंग से नहीं हुई हो, तो ये समस्या बार-बार हो सकती है.
बार्थोलिन सिस्ट के कारण
शारीरिक संबंध के कारण भी बार-बार सिस्ट की समस्या हो सकती है, क्योंकि इससे बार्थोलिन ग्रंथियों को चोट या दबाव लग सकता है. वजाइना में तरल पदार्थ के सही तरीके से निकलने में रुकावट भी बार-बार गांठ बनने का कारण बनती है. साथ ही, हार्मोनल बदलाव, खासकर उम्र के कुछ पड़ावों पर, और मानसिक तनाव भी इस समस्या को बढ़ावा देते हैं क्योंकि तनाव के कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर पड़ जाती है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
बार्थोलिन सिस्ट के लक्षण
अगर बार्थोलिन सिस्ट छोटी होती है, तो इसमें दर्द कम महसूस होता है या हो सकता है बिल्कुल भी न हो, लेकिन खुजली और असहजता बनी रहती है. हालांकि, यदि सिस्ट बड़ी हो जाए, तो चलने-फिरने या बैठने में परेशानी हो सकती है और शारीरिक संबंध के दौरान दर्द महसूस हो सकता है. इसके साथ ही, वजाइना में सूजन, लालिमा और बुखार जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं.
बार्थोलिन सिस्ट का इलाज
छोटी सिस्ट का इलाज आमतौर पर गर्म पानी से सिंकाई (sitz bath) और दवाओं से किया जाता है, जिससे संक्रमण कम होता है और आराम मिलता है. लेकिन यदि सिस्ट बहुत बड़ी हो जाए या बार-बार हो, तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह दे सकते हैं, जिसमें सिस्ट को निकालना या उस क्षेत्र को साफ करना शामिल होता है.
खुद का कैसे रखें ख्याल?
महिलाओं को चाहिए कि वो अपनी वजाइनल हेल्थ को लेकर जागरूक रहें और किसी भी असामान्यता को नजरअंदाज न करें. गांठ या सूजन महसूस होने पर खुद से कोई घरेलू उपचार करने के बजाय डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें. समय पर इलाज से बार्थोलिन सिस्ट जैसी समस्याएं आसानी से ठीक हो सकती हैं और महिलाओं को दर्द और असुविधा से बचाया जा सकता है.
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