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स्वाद के साथ सेहत का खजाना! हल्दी, अदरक समेत ये मसाले देंगे कमाल के फायदे, रिसर्च का दावा

मसाले, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन, मिनरल्स और फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होते हैं. ये शरीर में सूजन कम करने, कोशिकाओं को नुकसान से बचाने और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यही कारण है कि खाने में मसालों का उचित उपयोग हमें कई बीमारियों से बचाने में मदद कर सकता है.

हमारी भारतीय रसोई में मौजूद मसाले सिर्फ़ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं होते, बल्कि वे सदियों से आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का अभिन्न अंग रहे हैं. आधुनिक विज्ञान और विभिन्न शोध भी अब यह साबित कर रहे हैं कि ये साधारण दिखने वाले मसाले कई असाधारण स्वास्थ्य लाभों से भरपूर हैं. शुगर कंट्रोल करने से लेकर याददाश्त बढ़ाने और पेट फूलने (ब्लोटिंग) जैसी समस्याओं को दूर करने तक, ये मसाले किसी औषधि से कम नहीं हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ कमाल के मसालों और उनके वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित फायदों के बारे में.

मसाले हैं स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद 

मसाले, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन, मिनरल्स और फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होते हैं. ये शरीर में सूजन कम करने, कोशिकाओं को नुकसान से बचाने और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यही कारण है कि खाने में मसालों का उचित उपयोग हमें कई बीमारियों से बचाने में मदद कर सकता है.

किन मसालों को खाने में ज़रूर करना चाहिए शामिल?

दालचीनी
कई शोधों से पता चला है कि दालचीनी ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है. यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाती है, जिससे कोशिकाएं ब्लड शुगर को अधिक प्रभावी ढंग से अवशोषित कर पाती हैं. मधुमेह के रोगियों के लिए यह विशेष रूप से लाभकारी हो सकती है. इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं.

हल्दी
करक्यूमिन में न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं. कुछ शोध बताते हैं कि यह याददाश्त में सुधार कर सकता है और अल्जाइमर जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है. हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पेट फूलने और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं. करक्यूमिन शरीर में सूजन को प्रभावी ढंग से कम करता है, जिससे जोड़ों के दर्द और अन्य सूजन संबंधी बीमारियों में राहत मिलती है.

अदरक
अदरक पेट की गैस और सूजन को कम करने में बेहद प्रभावी है. यह Nausea को दूर करने और पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करने में मदद करता है, जिससे भोजन का पाचन सुचारू होता है. इसमें जिंजेरोल नामक बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जिनमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो मांसपेशियों के दर्द और सूजन से राहत देते हैं.

लौंग
लौंग में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण भरपूर मात्रा में होते हैं. यही वजह है कि यह दाँत के दर्द से राहत दिलाने, पाचन सुधारने, सर्दी-खांसी और गले की खराश दूर करने में बेहद प्रभावी मानी जाती है. 

इन साधारण मसालों को अपनी रोज़ की डाइट का हिस्सा बनाकर आप न केवल अपने खाने का स्वाद बढ़ा सकते हैं, बल्कि अपने शरीर को अंदर से मज़बूत और स्वस्थ भी बना सकते हैं. ये छोटे बदलाव आपको बड़ा स्वास्थ्य लाभ दे सकते हैं. 

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान और जागरूकता के उद्देश्य से है. प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और आवश्यकताएं अलग-अलग हो सकती हैं. इसलिए, इन टिप्स को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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