9 साल आगे की योगी बाबा ने की भविष्यवाणी, दिखाई 2034 की तस्वीर !
सीएम योगी अभी से साल 2034 पर भविष्यवाणी कर रहे हैं। तीन तलाक़ के ख़िलाफ़ क़ानून ,धारा 370 को स्वाहा कर देना, नागरिकता संशोधन अधिनियम और अब पुराने वक़्फ़ बोर्ड को दफ़नाना। इसी कड़ी में एक और ऐतिहासिक घटना होने वाली है, जो देश के विकास को एक नई दिशा देगी। योगी बाबा की भविष्यवाणी है। 2034 में होनी है वन नेशन , वन इलेक्शन की एंट्री।

संसद के रास्ते नया वक्फ क़ानून क्या बना, यूपी से वक़्फ़ की अवैध ज़मीन साफ़ होनी शुरु हो गई। यूपी के लिए उपयोगी बने योगी बाबा साफ़ कह चुके हैं। अब ना ही ज़मीनों की डकैती होगी। अब ना ही वक़्फ़ के नाम पर लूट खसोट और ना ही वक़्फ़ की दादागिरी चलेगी। मतलब ये कि वक़्फ़ के नाम पर वर्षों से चली आ रही लूट पर विराम लग चुका है। सौ बात की एक बात ये कि वक़्फ़ संसोधन क़ानून बने 10 दिन भी नहीं बीते हैं, लेकिन अभी से पूरे यूपी में योगी बाबा ने वक़्फ़ की अवैध संपत्ति को चिन्हित करना शुरु कर दिया है हालाँकि नये वक़्फ़ क़ानून को लेकर तमतमाया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड धरने पर बैठा है..विरोध-प्रदर्शन की यही चिंगारी दंगे ना भड़का दे, इसके लिए मुस्लिम बहुल इलाक़े हाई अलर्ट पर हैं लेकिन क्या आप जानते हैं, इन सबके बीच मठाधीश से मुख्यमंत्री बने योगी बाबा ने 9 साल आगे का भी भविष्य देख लिया है..योगी बाबा अभी से साल 2034 पर भविष्यवाणी कर रहे हैं। तीन तलाक़ के ख़िलाफ़ क़ानून धारा 370 को स्वाहा: कर देना। नागरिकता संशोधन अधिनियम और अब पुराने वक़्फ़ बोर्ड को दफ़नाना। इसी कड़ी में एक और ऐतिहासिक घटना होने वाली है, जो देश के विकास को एक नई दिशा देगी, योगी बाबा की भविष्यवाणी है 2034 में होनी है वन नेशन , वन इलेक्शन की एंट्री।
दरअसल आज़ाद भारत के इतिहास में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का अवधारणा बिलकुल नया नहीं है.. 1952, 1957, 1962 और 1967 । आज़ादी के बाद इन सालों में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हुए लेकिन इसके बाद जैसे ही विधानसभाएं समय से पहले भंग हुई। एक साथ चुनाव कराने की परंपरा टूटी और वन नेशन, वन इलेक्शन पूरी तरह से ख़त्म हो गया। एक देश, एक क़ानून से जुड़े फ़ायदे अनेक हैं लेकिन जो फ़ायदाा सबसे ज़्यादा गिनाया जाता है। वो ये कि बार-बार चुनाव में होने वाले करोड़ों रुपये का खर्च बचना और बिना रुके देश का विकास लेकिन इसके साथ ही कई संवैधिनक रुकावटें है। राजनीतिक दलों की रज़ामंदी और बीजेपी शासित राज्यों से इसकी शुरुआत ? इन सबके बीच विपक्षी दलों से लेकर क्षेत्रिय पार्टियों को इस बात का डर है कि एक देश, एक क़ानून से उनका अस्तित्व ही मिट जाएगा। जनता प्रदेश के मुद्दों की बजाए..राष्ट्रीय स्तर के मुद्रों पर वोट डालेंगे। एक साथ सारे चुनाव कराए जाने के चलते एक ही नेता चुना जाएगा। ऐसे में पीएम मोदी का 400 सीटों वाला जो ख्वाब पिछले साल पूरा नहीं हो पाया, क्या पता 2034 में पूरा हो जाए क्योंकि अभी से योगी बाबा डंके की चोट पर 2034 में वन नेशन, वन इलेक्शन लाने की भविष्यवाणी कर रहे हैं।