2026 में ममता चौथी बार सीएम बनेंगी या खत्म होगा राज? श्री संत बेत्रा अशोका जी ने की चौंकाने वाली भविष्यवाणी
2019, 2021, 2024 के बाद 2026 को लेकर पश्चिम बंगाल की नियति में क्या लिखा है? इसी पर आज की इस रिपोर्ट में हम फ्लैशबैक में जाकर आपके लिए कुछ ऐसी भविष्यवाणियाँ निकालकर लेकर आए हैं, जो बंगाल की अब तक की पूरी पिक्चर आपको समझा देगी, देखिए सिर्फ धर्म ज्ञान पर.

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2011 में “मां, माटी, मानुष”, 2021 में ‘खेला होबे’, लेकिन अब क्या? पश्चिम बंगाल की क्वीन बन जाने के बाद से प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने आगे किसी को टिकने नहीं दिया. पीएम मोदी की नेतृत्व शक्ति में भाजपा ना ही टीएमसी को कमजोर कर पाई और ना ही दीदी को चुनावी शिकस्त दे पाई. 2026 की चुनावी जंग को लेकर अभी से पीएम मोदी और सीएम ममता दीदी, दोनों ही चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. लेकिन टैगोर की धरती पर क्या बंगाल की शेरनी भारत के शेर को शिकस्त दे पाएगी? ममता बनर्जी को लेकर सत्य और असत्य साबित हुई राष्ट्रभक्त, विश्वविख्यात सुदर्शनचक्र ज्योतिषाचार्य श्री संत बेत्रा अशोका जी की अबकी बार की भविष्यवाणी क्या कहती है? 2019, 2021, 2024 के बाद 2026 को लेकर पश्चिम बंगाल की नियति में क्या लिखा है? इसी पर आज की इस रिपोर्ट में हम फ्लैशबैक में जाकर आपके लिए कुछ ऐसी भविष्यवाणियाँ निकालकर लेकर आए हैं, जो बंगाल की अब तक की पूरी पिक्चर आपको समझा देगी.
जब से पीएम मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं, तभी से अगर पश्चिम बंगाल की सियासत को देखें, तो दीदी का ही पलड़ा भारी दिखा है. भले ही 2019 में भाजपा ने 18 सीटें जीतकर दीदी के पैरों तले ज़मीन खिसका दी थी, ख़ुद की ताक़त का एहसास दिलाया, लेकिन अपनी इस ताक़त से बंगाल को जीत नहीं पाई. जिसका नतीजा यह हुआ कि 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव में पूरे बहुमत के साथ दीदी की फिर से ताजपोशी हुई. आज भी ना ही भाजपा के पास ममता जैसा चेहरा है, ऊपर से बाहरी पार्टी का ठप्पा लगा हुआ है, और तो और, ज़मीनी स्तर पर एकजुटता में कमी है. हालाँकि अबकी बार ममता सरकार के लिए भी चुनौती कम नहीं है. शिक्षक भर्ती ममता हो या फिर एसएससी घोटाला या फिर पंचायत धन अनियमितताओं में पार्टी नेताओं और मंत्रियों की गिरफ्तारी — इन चीज़ों ने टीएमसी को भ्रष्टाचार के कीचड़ में ढकेल दिया है. बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठ और मुस्लिम वोट बैंक के लिए तुष्टीकरण — इन धब्बों को धोने के लिए दीदी के पास कोई मैजिक वॉशिंग पाउडर नहीं है. दूसरी तरफ़ संदेशखाली, मुर्शिदाबाद हिंसा और ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर — समाज को शर्मसार करने वाली इन घटनाओं ने ममता दीदी की कानून व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ा दी हैं. आलम यह है कि ख़ुद पीएम मोदी बंगाल में परिवर्तन आने की भविष्यवाणी कर रहे हैं. लेकिन क्या दीदी के रहते पश्चिम बंगाल का मूड बदलेगा? शहीद दिवस के मौके पर ममता दीदी टीएमसी का चुनावी शंखनाद कर चुकी हैं. लोकतंत्र बचाने और तानाशाही के खिलाफ चुनावी बिगुल फूंक चुकी हैं. ज़ुबान पर बांग्ला अस्मिता को लेकर भारत के शेर से टकराने चली हैं. लेकिन क्या करारी शिकस्त दे पाएँगी? इसी पर देखिए... बंगाल 2026 चुनाव पर श्री संत बेत्रा अशोका जी की चौंका देने वाली भविष्यवाणी.
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