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15 दिनों में दो ग्रहण! पितृपक्ष पर बना अद्भुत संयोग, क्या देश में मचाएगा उथल-पुथल? जानें प्रकृति पर कैसा प्रभाव पड़ेगा

Pitra Paksha: इस बार पितृपक्ष का आना और जाना ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद ही महत्वपूर्ण है क्योंकि 7 सितंबर को पितृपक्ष की शुरुआत के साथ चंद्र ग्रहण भी लगा था. अब पितृपक्ष की समाप्ति के साथ सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. 15 दिनों के अंदर सूर्य ग्रहण का लगना विश्व में कैसी उथल-पुथल की ओर इशारा कर रहा है. भारत पर इसका कैसा प्रभाव? जानें.

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20 Sep 2025
( Updated: 11 Dec 2025
01:46 PM )
15 दिनों में दो ग्रहण! पितृपक्ष पर बना अद्भुत संयोग, क्या देश में मचाएगा उथल-पुथल? जानें प्रकृति पर कैसा प्रभाव पड़ेगा
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इस साल का पितृपक्ष बेहद अनोखा और दुर्लभ माना जा रहा है. क्योंकि आमतौर पर पितृपक्ष में तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध जैसे कर्मकांड ही किए जाते हैं लेकिन इस बार इसकी विशेषता और भी बढ़ गई है. क्योंकि 7 सितंबर को पितृपक्ष की शुरुआत चंद्र ग्रहण के साथ हुई थी और समाप्ति सूर्य ग्रहण के साथ हो रही है. ऐसे में यह दुर्लभ संयोग ज्योतिषीय दृष्टि और खगोलीय दृष्टि से बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है. ऐसे में यह दुर्लभ संयोग देश-दुनिया पर कैसा प्रभाव डालेगा? इसका राजनीति और आम जनता पर कैसा प्रभाव डाल सकता है. आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य डॉ. मयंक शर्मा से…

पितृपक्ष और ग्रहण का राजनीति पर प्रभाव?

डॉ. मयंक शर्मा के अनुसार इस बार पितृपक्ष के दौरान चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को राजनीति से भी जोड़कर देखा जा सकता है. ऐसे में 21 सितंबर का यह दिन सत्ता के लिए चुनौतियां खड़ी कर सकता है. नेताओं की छवि पर बुरा प्रभाव डाल सकता है. जनता का आक्रोश भी बढ़ सकता है.

क्या प्रकृति का विकराल रूप देखने को मिलेगा? 

15 दिनों के अंतराल में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का लगना प्रकृति को भी प्रभावित करेगा. ऐसे में भूकंप आ सकते हैं, प्राकृतिक आपदाएं आ सकती हैं. जैसे कि आंधी-तूफान का आना, बादल फटना जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं.

क्या अमेरिका में बढ़ेंगी दिक्कतें?

इस बार साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में तो नहीं दिखाई देगा लेकिन न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका के हिस्सों में दिखाई देगा. ऐसे में यह ग्रहण अमेरिका के लिए भी भारी रहेगा. अमेरिका में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. सरकार के विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिल सकते हैं. ऐसे में इस बार इस ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए किन कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए? यह भी जान लीजिए…

ग्रहण के दौरान किन कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए?

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ज्योतिषाचार्य डॉ. मयंक शर्मा के अनुसार ग्रहण के दौरान इन कामों को भूलकर भी न करें…

  • ग्रहण के दौरान खान-पान से परहेज करें.
  • भगवान शिव की आराधना करें.
  • हनुमान चालीसा का पाठ करें.
  • क्रोध की अधिकता से बचें.
  • मानसिक तनाव से बचें.
  • ऊँ आदित्याय नमः का जाप करें.

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