शनि शिंगणापुर से हटाए गये मुस्लिम कर्मचारियों पर स्वामी यो की बड़ी बात
शनि शिंगणापुर में हिंदू संगठनों की माँग पर 114 मुस्लिम कर्मचारियों की छुट्टी कर देना क्या न्याय संगत है ? इन्हीं सवालों के ईद-गिर्द इन दिनों दंडाधिकारी का दिव्य धाम शनि शिंगणापुर मीडिया की सुर्खियों में है. क्या है ये पूरा मामला, जिस पर स्वामी यो ने सच का आईना दिखाने की कोशिश की, देखिये हमारी इस ख़ास रिपोर्ट में.
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मंदिर के चबूतरे पर मुस्लिम कर्मचारियों की मौजूदगी क्या मंदिर की पवित्रता को खंडित करती है ? हिंदुओं के सबसे बड़ी तीर्थ स्थल पर मुस्लिम कर्मचारियों की नियुक्ति क्या बर्दाश्त की जा सकती है ? हिंदू संगठनों की माँग पर 114 मुस्लिम कर्मचारियों की छुट्टी कर देना क्या न्याय संगत है ? इन्हीं सवालों के ईद-गिर्द इन दिनों दंडाधिकारी का दिव्य धाम शनि शिंगणापुर मीडिया की सुर्खियों में है. क्या है ये पूरा मामला, जिस पर स्वामी यो ने सच का आईना दिखाने की कोशिश की, देखिये हमारी इस ख़ास रिपोर्ट में.
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दरअसल महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में मौजूद जिस प्राचीन शनि शिंगणापुर मंदिर में हिंदुओं का सैलाब उमड़ता है... दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन पूजन करने के लिए आते हैं… उस प्राचीन शनि शिंगणापुर मंदिर में पिछले कई सालों से सैकड़ों मुस्लिम कर्मचारी काम कर रहे थे और हिंदू संगठनों को इसकी भनक तक नहीं लगी. ये मामला तब सामने आया जब 21 मई को कुछ मुस्लिम कारीगर पवित्र शनि शिंगणापुर मंदिर के चबूतरे पर ग्रिल लगा रहे थे, तो वहीं कुछ मुस्लिम कर्मचारी मंदिर के चबूतरे की साफ-सफाई कर रहे थे. जैसे ही ये तस्वीर सामने आई हिंदू संगठनों ने जल्द से जल्द उन्हें हटाने की मांग करते हुए बवाल काट दिया. एक्शन में आए मंदिर प्रशासन ने 167 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया, जिसमें से 114 मुस्लिम कर्मचारी हैं. इस पूरे विवाद में दंडाधिकारी की चौखट से मुस्लिम कर्मचारियों को निकाला जाना क्या न्याय संगत है ? इसी सवाल पर स्वामी योगेश्वरानंद गिरि महाराज जी का क्या कुछ कहना. अगर शिंगणापुर मामला सिर्फ़ एक झांकी है, तो फिर क्या पूरी पिक्चर अभी बाक़ी है ?
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