मकड़ी के जाले ला सकते हैं घर में तंगी! वास्तु शास्त्र मेें जानें इसकी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के उपाय
अचानक घर में कई बीमारियां, आर्थिक परेशानियां और पारिवारिक क्लेश जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं. घर के हालात बेहद खराब होने लगते हैं. बढ़ती नकारात्मक ऊर्जा के कारण घर में रहना भी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में वास्तु शास्त्र के अनुसार इसका एक कारण घर में लगे मकड़ी के जाले भी हो सकते हैं. ऐसे में जल्द ही इन्हें घर से हटा दें और इनकी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए आर्टिकल में बताए गए उपायों को जरूर करें…
Follow Us:
आपने अक्सर देखा होगा कि घर के कोने में मकड़ी के जाले लग जाते हैं. दीवारों पर धूल जमा हो जाती है और घर में सालों पुराना सामान ऐसा ही पड़ा रहता है. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार आप जिन बातों का अनदेखा कर रहे हैं वो ही आपके लिए मुसीबत बन सकती हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मौजूद गंदगी और मकड़ी के जाले बीमारियों समेत वास्तु दोष को भी उत्पन्न करते हैं. ऐसे में आपके लिए ये जानना बेहद ही ज़रूरी रहेगा कि वास्तु दोष क्या होता है और मकड़ी के जाले किस तरह से आपकी जिंदगी में परेशानियों को खड़ी करते हैं…
क्या होता है वास्तु दोष?
वास्तु दोष तब उत्पन्न होता है जब किसी घर का निर्माण या उस घर में रखी चीजें वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों के खिलाफ रखी हों. उदाहरण के लिए गलत दिशा में घड़ी का रखा होना, गलत दिशा में मुख्य दरवाजे का होना, सीढ़ियों के नीचे मंदिर का होना, घर में गंदगी होना और मकड़ी के जाले लगना. ऐसे में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
घर में लगे मकड़ी के जाले बनते हैं दुर्भाग्य का कारण!
वास्तु शास्त्र और ज्योतिषों के अनुसार घर में मकड़ी के जाले लगना बेहद ही अशुभ माना जाता है. ये घर की सकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर नकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. घर में बीमारियों, पारिवारिक कलह और आर्थिक तंगी जैसी समस्याओं को आमंत्रण देते हैं. इनके ज्यादा मात्रा में लगने से मानसिक तनाव भी बहुत हद तक बढ़ जाता है. ऐसे में अगर आपके घर में भी मकड़ी के जाले लगे हुए हैं तो इन्हें जल्द ही हटा दें.
यह भी पढ़ें
घर के वास्तु दोष और नकारात्मक ऊर्जा को ठीक करने के उपाय
- हमेशा घर के मुख्य द्वार को साफ रखें. दरवाजों पर स्वास्तिक या ओम का चिन्ह भी बना सकते हैं.
- अगर संभव हो तो पूजा के लिए मंदिर उत्तर-पूर्व दिशा में ही होना चाहिए. पूजा स्थल को बिल्कुल साफ रखें.
- उत्तर-पूर्व दिशा में वाटर फाउंटेन ज़रूर लगाएँ इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है.
- घर में हमेशा हल्के रंग जैसे कि सफेद, हल्का नीला, या फिर हल्का पिंक भी कर सकते हैं.
- घर को नियमित रूप से साफ रखें. अनावश्यक सामान को हटा दें.
- सुबह-शाम घर के मंदिर में पूजा अर्चना ज़रूर करें. कपूर का उपयोग भी कर सकते हैं, इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है.
- नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ ज़रूर करें. इससे आने वाली परेशानियों का नाश होगा..
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें