पितृ पक्ष के दौरान प्रियजनों से मिलने घर आते हैं पितर, इन रूपों में आपको दे सकते हैं दर्शन...पहचानने में ना करें भूल
पितृ पक्ष के दौरान पितृ अपने परिवारजनों से मिलने और आपका प्रेम पाने के लिए आते हैं. इस दौरान आए पितृ परिवार जनों को आशीर्वाद भी देते हैं. ऐसे में पितृ किसी भी प्राणी के रूप में आपसे मिलने आ सकते हैं. इसलिए पितरों के इन रूपों को भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
Follow Us:
हिन्दू धर्म में पितृ पक्ष का बहुत महत्व होता है. माना जाता है कि इस दौरान पितृ अपने प्रियजनों से मिलने घर आते हैं. इस बार 7 सितंबर से पितृ पक्ष शुरू होने वाला है और 21 सितंबर को समाप्त होगा. ये पूरा समय पितरों को समर्पित माना जाता है. इस दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण का विशेष महत्व होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दौरान पितृ प्रकृति के किसी भी रूप में आपको दर्शन दे सकते हैं, ऐसे में इन्हें इग्नोर करना आपके लिए ठीक नहीं रहेगा. इसलिए आइए जानते हैं कि कौन से रूप में पितृ आपको दर्शन दे सकते हैं.
प्रकृति के किस रूप में दर्शन देते हैं पितृ?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, पितृ पक्ष के दौरान पितृ अपने परिवार जनों से मिलने और आपका प्रेम पाने के लिए आते हैं. इस दौरान आए पितृ परिवार जनों को आशीर्वाद भी देते हैं. ऐसे में पितृ किसी भी प्राणी के रूप में आपसे मिलने आ सकते हैं. इसलिए पितरों के इन रूपों को भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए…
गाय - गाय के रूप में भी आपके पितृ आपसे मिलने आ सकते हैं. क्योंकि गरुड़ पुराण में भी गाय को तर्पण और श्राद्ध से जोड़कर देखा जाता है. इसलिए अगर आपको अपने घर के पास गाय दिखे तो उसे बिना भोजन कराए न जाने दें.
जीवित मनुष्य - इस दौरान पितृ किसी जरूरतमंद व्यक्ति के रूप में, भिखारी के रूप में, या फिर किसी व्यक्ति के रूप में भी आ सकते हैं. इसलिए अगर आपके घर इस दौरान इस तरह के व्यक्ति दिखें तो आप उनकी सेवा करना न भूलें.
कुत्ता - पौराणिक कथाओं के अनुसार कुत्तों को पितरों का दूत माना जाता है. माना जाता है कि जब पितृ इस दौरान धरती पर अपने प्रियजनों से मिलने आते हैं तो कुत्ते उनकी रक्षा कर उनका मार्गदर्शन करते हैं. इसलिए इस दौरान कुत्तों को रोटी जरूर खिलाएं.
यह भी पढ़ें
पक्षी - पितृ पक्ष के दौरान पितृ आपको पक्षियों के रूप में भी दर्शन दे सकते हैं. विशेषकर कौआ, कबूतर या फिर हंस के रूप में. कौए को भी पितरों का दूत माना जाता है. इसलिए इस दौरान पक्षियों के लिए अपनी छत पर पानी और खाने का इंतजाम जरूर करें.
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें