क्या राहुल गांधी ने जगन्नाथ रथ यात्रा का अपमान किया है ? वायरल वीडियो का सच?
मंदिर में खुद की एंट्री बैन होने के चलते क्या राहुल गांधी ने जगन्नाथ रथ यात्रा का अपमान किया है ? आज ये सवाल इसलिए क्योंकि इन दिनों सोशल मीडिया में राहुल गांधी के नाम से एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें ये दावा किया गया है कि कांग्रेसी राहुल गांधी ने जगन्नाथ रथ यात्रा को नाटक बताया है और इसी पोस्ट के आधार पर राहुल पर इलज़ाम लगने शुरु हो गये कि उन्होंने महाप्रभु के भक्तों की आस्था का अपमान किया है…हालाँकि इस वायरल पोस्ट की सच्चाई क्या है? देखिये धर्म ज्ञान पर.

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मंदिर में खुद की एंट्री बैन होने के चलते क्या राहुल गांधी ने जगन्नाथ रथ यात्रा का अपमान किया है ? आज ये सवाल इसलिए क्योंकि इन दिनों सोशल मीडिया में राहुल गांधी के नाम से एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें ये दावा किया गया है कि कांग्रेसी राहुल गांधी ने जगन्नाथ रथ यात्रा को नाटक बताया है और इसी पोस्ट के आधार पर राहुल पर इलज़ाम लगने शुरु हो गये कि उन्होंने महाप्रभु के भक्तों की आस्था का अपमान किया है…हालाँकि इस वायरल पोस्ट की सच्चाई क्या है और असलियत में नाथों के नाथ प्रभु जगन्नाथ की गर्भ ग्रह में क्या गांधी परिवर्तन बैन है ? इस पूरे मामले की ABC समझने के लिए जुड़े रहिये धर्म ज्ञान के साथ.
महाप्रभु का अपमान और वो भी दत्तात्रेय गोत्र ब्राह्मण की ज़ुबान से ….जगन्नाथ रथ यात्रा का अपमान और वो भी ओड़िसा की धरती से …..हिंदुओं की भावनाओं पर चोट और वो भी राहुल गांधी के हाथों ….इन्हीं सवालों के ईर्द-गिर्द घूमते वायरल पोस्ट की असलियत को समझने के लिए आपको जगन्नाथ मंदिर से जुड़ी गांधी हिस्ट्री जानना ज़रूरी है ….
भारतवर्ष जिसकी पहचान उसकी विविधता में एकता है, जिसकी पहचान उसकी सनातन संस्कृति से है, जिसकी पहचान उसकी 140 करोड़ भारतीय से और जिसकी पहचान अनगिनत मंदिरों से भरे इकलौते ऐसे देश से होती है, जिसकी ओर आज पूरी दुनियाँ खींची चली आ रही है… प्रकृति पूजा, शांति प्रिय धर्म, सहिष्णुता, नास्तिकता को अपनाना, लैंगिक समानता सिखाना और अन्य धर्मों के प्रति उदारता…यहीं चीजें सनातन की असल ख़ूबसूरती है, जिससे आज हर कोई जुड़ना चाहता है, तभी तो हिंदू मंदिरों में विदेशियों की अच्छी खांसी भीड़ नज़र आती है…लेकिन क्या आप जानते हैं…हमारे देश में कुछ प्राचीन हिंदू मंदिर ऐसे भी हैं, जहां ग़ैर -हिंदुओं की एंट्री पर पूरी तरह से पाबंदी है…जिस तरह मक्का में ग़ैर-मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक है. ठीक वैसे ही भारत के कुछ ऐसे प्राचीन मंदिर हैं, जहां टंगी तख्तियों पर ग़ैर हिंदू प्रवेश वर्जित लिखा है…इसी कड़ी में एक मंदिर प्रभु जगन्नाथ को समर्पित जगन्नाथ पुरी धाम है, जहां ग़ैर-हिंदुओं की एंट्री पर सख़्त पाबंदी है…फिर चाहे वो शख़्स देश का प्रधानमंत्री हो या फिर कोई कितनी ही बड़ी शक्तिशाली शख़्सियत…उदाहरण गांधी परिवार का दिया जाता है. न्यूज़ चैनलों से लेकर न्यूज़ आर्टिकल में ये बताया गया है कि जगन्नाथ मंदिर जहां ना सिर्फ़ गांधी परिवार बल्कि महात्मा गांधी से लेकर इंदिरा गांधी को भी प्रवेश करने से रोक दिया गया था…1984 के आसपास तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक को मंदिर में प्रवेश से रोका गया था. इसके पीछे की वजह ये दी गई थी कि इंदिरा गांधी का विवाह फिरोज़ जहांगीर गांधी से हुआ था. विवाह के उपरांत महिला पति के गोत्र की हो जाती है.इसको लेकर मंदिर से जुड़े सेवायत रजत प्रतिहारियों का कहना है कि राहुल गांधी भले अपने आप को जनेऊधारी दत्तात्रेय गोत्र का कौल ब्राह्मण बताएं लेकिन सच्चाई ये है कि वो फ़िरोज़ जहांगीर गांधी के पौत्र हैं और फ़िरोज़ जहांगीर गांधी हिंदू नहीं थे. जिस कारण गर्भ ग्रह में उनकी मौजूदगी बैन हैं, लेकिन रथ यात्रा का हिस्सा बनने में कहीं कोई प्रतिबंध नहीं है.ऐसे में क्या राहुल गांधी जगन्नाथ रथ यात्रा को नाटक बता सकते हैं?
दरअसल वायरल पोस्ट में ये दावा किया गया कि “ओडिशा की धरती पर खड़े राहुल गांधी ने भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा को बताया "नाटक"! कांग्रेस ने आखिर वोट बैंक के लिए महाप्रभु का अपमान किया है, कांग्रेस ने ओडिशा के अनगिनत भक्तों और लोगों की भावनाओं को आहत किया है.”…इसी दावे की सत्यता को जानने के लिए वीडियो को खोजा गया और ये वीडियो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला. 11 जुलाई का ये वीडियो राहुल गांधी का ओड़िसा से सीधा प्रसारण है . इसी वीडियो में 26 मिनट 16 सैकेंड पर राहुल गांधी जनता को संबोधित करते हुए कहते हैं...
जब ओडिशा में जगन्नाथ यात्रा निकलती है, जरा सोचिए, एक रथ निकलता है, जगन्नाथ यात्रा का एक रथ निकलता है, लाखों लोग उसे देखते हैं और उसके पीछे चलते हैं, और फिर एक नाटक होता है, एक नाटक होता है. अडानी जी और उनके परिवार के लिए रथ रोका जाता है. आप ओडिशा सरकार के बारे में सब कुछ समझ सकते हैं. यह आपकी सरकार नहीं है, यह ओडिशा की सरकार नहीं है. यह अडानी और पांच-छह ऐसे ही उद्योगपतियों की सरकार है."
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वीडियो में राहुल गांधी नाटक शब्द का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अडानी के संदर्भ में ना की रथ यात्रा को लेकर….मतलब साफ़ है कि ना ही राहुल गांधी ने जगन्नाथ रथ यात्रा को नाटक बताया और ना ही हिंदुओं की आस्था से किसी भी तरह का खिलवाड़ किया है. वायरल वीडियो पूरी तरह से झूठा है.