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पुनर्जन्म को लेकर अक्षत गुप्ता का हैरतअंगेज़ खुलासा

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई भगवान शिव का अवतार बताता है,कोई भगवान विष्णु का रूप बोलता है।कोई उनमें स्वामी विवेकानंद का पुनर्जन्म देखता है,तो किसी को उनमें पिछले जन्म का कट्टर मुस्लिम नज़र आता है।असल में पुनर्जन्म सच है या फिर एक छलावा ? इस पर देखिये धर्म ज्ञान की ये ख़ास रिपोर्ट।

जो जन्मा है, वो मरेगा और ऐसा इसलिए क्योंकि इस धरा पर मौजूद प्रत्येक वस्तु नश्वर है।लेकिन आत्मा को अमर बताया गया है, जिस कारण धर्म ग्रंथों में पुनर्जन्म की धारणा पाई गयी है।गीता प्रेस गोरखपुर की किताब परलोक और पुर्नजन्मांक में ऐसी बहुत सी सच्ची कहानियाँ है, जो पूरी तरह से पुनर्जन्म पर आधारित है।आत्मा का पुनर्जन्म क्यों होता है, इसके पीछे भी कई कारण बताए गये हैं।धरती पर पाप का फल भोगने के लिए बदला चुकाने के लिए ।अकाल मृत्यु हो जाने पर, पुण्य समाप्त हो जाने पर या फिर स्वयम् ईश्वर की आज्ञा से आत्मा का पुनर्जन्म होता है।इस समाज में 100 में से एक आत्मा का जब पुनर्जन्म  होता है, तो अपने संग अधूरी कहानी भी लेकर आती है।जिसे जानने के बाद, पुनर्जन्म के सच से दुनिया का सामना होता है।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुनर्जन्म से क्या कमेक्शन है, ये तो मालूम नहीं लेकिन आपको ये ज़रूर बताएँगे कि बंगाल से बीजेपी सांसद सौमित्र खान पीएम मोदी को स्वामी विवेकानंद का अवतार बता चुके हैं।दावा करते हैं, जिस तरह से पीएम मोदी ने अपनी मां को खोने के बाद भी इस देश के लिए अपना जीवन समर्पित किया है, उससे मुझे लगता है कि वो आधुनिक भारत के नए युग के स्वामी जी हैं।दूसरी तरफ़, राजस्थान के बीजेपी विधायक ज्ञान चंद पारख को पीएम मोदी भगवान में शिव का अवतार दिखता है।महाराष्ट्र बीजेपी प्रवक्ता अवधूत वाघ बक़ायदा ट्वीट कर कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान विष्णु का ग्यारहवां अवतार हैं।इसी कड़ी में सैनफ्रांसिस्कों स्थित इंस्टीट्यूशन फ़ॉर दी इंटीग्रेशन ऑफ साइंस ।जिसमें पुनर्जन्म पर शोध किया और पीएम मोदी को लेकर ये दावा किया है कि पिछले जन्म में पीएम मोदी ने सर सैयद अहमद खान के रूप में मुस्लिम एकता और शैक्षिक प्रगति और अधिकारों के लिए काम किया है।

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