उत्तराखंड STF का यूपी में फिल्मी स्टाइल ऑपरेशन, एक आरोपी की गर्दन दबोची, दूसरे पर तानी पिस्टल, देखें वीडियो
उत्तराखंड की STF ने लखीमपुर खीरी में बीच बाजार स्थित एक मेडिकल स्टोर पर अचानक धावा बोलकर दवा खरीद रहे तीनों आरोपियों को गन प्वाइंट पर पकड़ा और खींचकर गाड़ी में बैठा लिया. इसका वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें पुलिस के फिल्मी स्टाइलको देख लोग उनके फन हो गए.
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उत्तराखंड की STF ने बुधवार दोपहर लखीमपुर खीरी में फिल्मी अंदाज़ में कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. बीच बाजार स्थित एक मेडिकल स्टोर पर अचानक धावा बोलकर STF ने दवा खरीद रहे तीनों आरोपियों को गन प्वाइंट पर पकड़ा और खींचकर गाड़ी में बैठा लिया. अचानक हुई इस कार्रवाई से बाजार में अफरा-तफरी मच गई और लोग घबराकर इधर-उधर भागने लगे. हालांकि जब पुलिस ने रिमिनल्स को पकड़ा और उन्हें साथ ले गई तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली. फिलहाल पुलिस आरोपित को लेकर जिला मुख्यालय नैनीताल को लेकर रवाना हो गई है. पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है.
नैनीताल पंचायत चुनाव फायरिंग कांड से जुड़े हैं आरोपी
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों पर आरोप है कि वे 14 अगस्त को उत्तराखंड के नैनीताल में हुए जिला पंचायत चुनाव के दौरान हुई फायरिंग में शामिल थे. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है और प्रदेश के गृह सचिव व पुलिस महानिदेशक को 22 अगस्त को अदालत में पेश होने का आदेश दिया है.
फायरिंग कांड के तीन आरोपी गन प्वाइंट पर गिरफ्तार
लखीमपुर खीरी के भीरा कस्बे के मुख्य बाजार में बुधवार सुबह फिल्मी अंदाज में STF ने बड़ी कार्रवाई की. करीब 11 बजे थार गाड़ी से पहुंचे तीन युवक मेडिकल स्टोर पर दवा ले रहे थे, तभी उत्तराखंड STF और भीरा कोतवाली पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गन प्वाइंट पर उन्हें दबोच लिया. अचानक हुई इस कार्रवाई से बाजार में हड़कंप मच गया और लोग इधर-उधर भागने लगे.
वीडियो फुटेज में साफ दिखता है कि उत्तराखंड पुलिस का एक जवान सादी वर्दी में पिस्टल ताने हुए आता है और एक आरोपी की गर्दन दबोच लेता है. उसके सामने वर्दीधारी पुलिसकर्मी और सादी वर्दी में मौजूद अन्य जवान काली टी-शर्ट पहने युवक को पकड़कर दबोचे हुए हैं. पूरी कार्रवाई इतनी तेजी से होती है कि मौके पर खड़ी कार में बैठे एक शख्स ने यह पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद कर लिया. छापेमारी के दौरान आसपास बड़ी भीड़ जमा हो गई, जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद नजर आईं.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्रदीप सिंह, अमृत पाल पन्नू और गुरजीत सिंह के रूप में हुई है, जो उधम सिंह नगर के बाजपुर कस्बे के रहने वाले हैं. तीनों पर 14 अगस्त को नैनीताल जिला पंचायत चुनाव में हुई फायरिंग में शामिल होने का आरोप है. पुलिस आरोपियों को नैनीताल मुख्यालय ले गई है, जहां पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.
मामले की जानकारी देते हुए एसपी लखीमपुर खीरी संकल्प शर्मा ने बताया कि किसी मामले में वांछित तीन अपराधियों को पकड़ने के लिए उत्तराखंड की पुलिस आई थी. भीरा कस्बे से गिरफ्तार कर आरोपियों को उत्तराखंड ले गई है.
क्या है पूरा मामला?
नैनीताल में 14 अगस्त को जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव था. इसी दौरान बेतालघाट ब्लॉक में दोपहर में अचानक दो गुटों के बीच झड़प छिड़ गई. बात इतनी बढ़ी कि फायरिंग शुरू हो गई और पूरा माहौल दहशत में बदल गया. गोलीबारी में छड़ा गांव निवासी महेंद्र सिंह बिष्ट गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें तीन गोलियां लगीं. गरमपानी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद हालत नाजुक होने पर उन्हें हल्द्वानी रेफर किया गया. डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर उनके पांव में फंसी दो गोलियां निकालीं.
घटना के तुरंत बाद बेतालघाट पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया. इस हिंसा को लेकर कांग्रेस ने भाजपा समर्थकों पर आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने की साजिश रची.
सीएम धामी से CBCID को सौंपी जांच
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल और बेतालघाट में पंचायत चुनावों के दौरान हाल में हुई गोलीबारी समेत अन्य घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की विस्तृत मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही 2 पुलिस अधिकारियों का तबादला जिले से बाहर करने के निर्देश दिए हैं. UKCMO की तरफ से इसे लेकर ट्वीट भी किया गया. इसमें लिखा गया कि ‘मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल एवं बेतालघाट में हाल ही में हुए घटनाक्रमों को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष और प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि संपूर्ण मामले की मजिस्ट्रेट जांच कुमाऊँ मंडल के आयुक्त द्वारा की जाएगी और आयुक्त को यह आख्या पंद्रह दिन के भीतर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.
इसके आगे लिखा गया ‘घटनाओं के मद्देनज़र मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक स्तर पर त्वरित कार्यवाही करते हुए बेतालघाट में हुई फायरिंग सहित अन्य घटनाओं को देखते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी भवाली का स्थानांतरण जनपद से बाहर अन्यत्र करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही थानाध्यक्ष तल्लीताल को भी जनपद नैनीताल से बाहर स्थानांतरित किया जाएगा.’ मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि नैनीताल एवं भवाली में हुई घटनाओं तथा इस दौरान दर्ज समस्त प्राथमिकी की विस्तृत जांच अब सीबीसीआईडी द्वारा की जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी भी स्थिति में कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं करेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी.
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