Live स्ट्रीमिंग में पकड़ा गया शातिर ठग, हैकर ने वेबकैम से पूरी कुंडली खोली!
Scammer Gaurav Trivedi कई सालों से दिग्गज टेक कंपनी Microsoft का कर्मचारी बन कर लोगों से लाखों की ठगी करता था… डर, धोखा और डिजिटल जाल में वो लोगों को फ़र्ज़ी प़ॉप अप के ज़रिए फंसाता था...लेकिन जब उसका पाला एक NANO BAITER से पड़ा तो शिकारी ख़ुद शिकार हो गया…NANO BAITER ने ठग की सारी हरकतें न केवल दुनिया को दिखाई बल्कि ठगी के जाल का पर्दाफ़ाश भी किया
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ये क्लिप…किसी वीडियो चैट का पार्ट नहीं है…ना ही दो दोस्तों के बीच कोई हंसी मज़ाक़ चल रहा है….ये क्लिप एक ऐसे कांड का लाइव सबूत है…जहां एक शातिर ठग हर दिन मासूम लोगों को अपने जाल में फंसाता था…ठगी का तरीक़ा ऐसा कि, उसके चंगुल में फंसा शख्स ख़ुद समझ पाए इससे पहले ही अकाउंट ख़ाली हो जाता था…लेकिन इस शातिर ठग की सारी चालाकी उस वक़्त धरी की धरी रह गई…जब उसका सामना एक हैकर से हुआ और सारा खेल ही पलट गया…और स्कैमर की पूरी कुंडली खुल गई…
स्क्रीन पर दिख रहे इस शख़्स का नाम है गौरव त्रिवेदी…गौरव त्रिवेदी यूपी के रायबरेली का एक शातिर ठग है…जो कई सालों से दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ़्ट का कर्मचारी बन कर...लोगों से लाखों की ठगी करता था… डर, धोखा और डिजिटल जाल में वो लोगों को फ़र्ज़ी प़ॉप अप के ज़रिए फँसाता था...लेकिन जब उसका पाला एक स्मार्ट हैकर NANO BAITER से पड़ा तो शिकारी ख़ुद यहां शिकार हो गया…NANO BAITER ने ठग की सारी हरकतें न केवल दुनिया को दिखाई बल्कि ठगी के जाल का पर्दाफ़ाश भी किया…इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर…यहां NANO BAITER ने गौरव त्रिवेदी का कैसे खुलासा किया…और कैसे गौरव के जाल में फंसा…इस बारे में सिलसिलेवार तरीक़े से बताया…
20 अगस्त को NANO BAITER ने X पर स्कैमर गौरव त्रिवेदी का वीडियो पोस्ट किया…और बताया कि, 'गौरव त्रिवेदी फेक पॉप अप के ज़रिए ठगी शुरू करता था, फिर स्क्रीन को लॉक कर देता था, और तेज़ आवाज़ के साथ स्क्रीन पर वॉर्निंग आती कि, आपका कंप्यूटर ख़तरे में है, इसके बाद लोग डरकर स्क्रीन पर दिए गए नंबर पर कॉल करते हैं जहां से स्कैमर गौरव त्रिवेदी उन्हें AnyDesk या TeamViewer जैसे सॉफ़्टवेयर के ज़रिए अपने कंप्यूटर का एक्सेस मांगता था, और इस तरह से लोगों के पूरे सिस्टम को हैक कर लेता था.
लेकिन जब गौरव ने Nano Baiter के साथ ये चालाकी करने की कोशिश की तो उसका खेल उल्टा पड़ गया...NANO BAITER ने गौरव का लैपटॉप, उसके Webcam तक को Hack किया और साथ ही उसका चेहरा, असली नाम और सटीक लोकेशन तक निकाल ली…
इस प्रोसेस के दौरान NANO BAITER ने स्कैमर गौरव की सभी हरकतें वीडियो स्ट्रिमिंग के ज़रिए क़ैद होती रहीं…जैसे खाना सोना, घर के काम करते…इस दौरान उसका फेक इंग्लिश एक्सेंट में लोगों को ठगना भी कैप्चर हो गया…वह लोगों का अपना नाम सॉफ़्टवेयर इंजीनियर माइक विल्सन बताता…इतना ही नहीं वॉइस चैट के दौरान वो लोगों से ये भी कहता कि, उन्हें उसका नाम या उससे जुड़ी जानकारी नोट करने की ज़रूरत नहीं…सारी जानकारी ख़ुद बखुद कंप्यूटर में सेव हो जाएगी…और मेल पर डिटेल मिल जाएगी…NANO BAITER ने लिखा कि, मैंने स्कैमर की पूरी ज़िंदगी सामने से देखी, खाते हुए, सोते हुए और लोगों को धोखा देते हुए.
कमाल की बात देखिए…लोगों का केस सॉल्व करते समय ठग गौरव उन्हें स्कैमर से सावधान रहने की चेतावनी देता था…उन्हें फेक कॉल्स और बग से सावधान रहने के लिए अलर्ट करता था…
मामले का खुलासा करते हुए हैकर NANO BAITER ने लिखा कि, गौरव त्रिवेदी भारतीय स्कैमर है, उसने मुझे भी स्कैम करने की कोशिश की, लेकिन पैसे लेने की जगह मैंने ही उसका लैपटॉप हैक कर लिया और उसका वेबकैम ऑन कर दिया.
इससे स्कैमर का असली नाम और उसकी लोकेशन के बारे में पता चला. गौरव त्रिवेदी रायबरेली के एक अपार्टमेंट से ठगी के इस खेल को अंजाम देता था. Nano Baiter ने घर की सैटेलाइट इमेज और IP एड्रेस भी शेयर की. इस दौरान जब गौरव त्रिवेदी को अपने खेल बिगड़ने का अंदाज़ा लगा तो वह वह Nano Baiter से बचने के लिए लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान ही छुपने लगा…अपना चेहरा छुपाने लगा…
गौरव त्रिवेदी के खिलाफ तमाम सबूत ऑनलाइन शेयर करने के बाद हैकर Nano Baiter ने यूपी पुलिस को मामले की जानकारी दी…उन्होंने रायबरेली पुलिस को टैग करते हुए लिखा, गौरव त्रिवेदी जैसे घोटालेबाज़ यहां ज़िंदगियां बर्बाद कर रहे हैं, मैंने इसकी कई बार रिपोर्ट की है, लेकिन कुछ भी होता नहीं दिख रहा, अब कार्रवाई ज़रूरी है, कृपया आगे आएं और निर्दोष लोगों की रक्षा करें.
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इस पर रायबरेली पुलिस का रिएक्शन भी सामने आया…पुलिस ने रिप्लाई किया कि, प्रभारी साइबर थाना को जांच और ज़रूरी कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है.
इससे पहले ऐसा ही केस यूपी के कानपुर से सामने आया था, जब लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाला शिकारी ख़ुद ही शिकार हो गया था…एक कनपुरिए ने ठग को जाल में फँसाकर उसी से पैसे ऐंठ लिए थे, कानपुर के इस शख़्स की समझदारी पर पुलिस ने बक़ायदा उसको सम्मानित भी किया था…आए दिन ऐसे कई मामले सामने आते हैं जिसमें नौकरी, लोन, या किसी ऑफ़र का लालच देकर ठग लोगों को अपना शिकार बनाते हैं…इसके लिए वह फ़र्ज़ी कॉल्स, वीडियो कॉल्स और टेक्नॉलजी का सहारा लेते हैं…जैसा की स्कैमर गौरव त्रिवेदी ने किया…लेकिन वह भूल गया था कि वो शेर है तो हैकर सवा शेर…Nano Baiter ने उसकी ही चाल को उसी पर इस्तेमाल किया…और उसके खेल को दुनिया के सामने ला दिया…अब देखना होगा….पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है…इस केस से जुड़ी तमाम अपडेट हम आप तक पहुँचाते रहेंगे…
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