इजरायल के हमले में ईरान का UAV कमांडर ढेर... न्यूक्लियर सिटी इस्फहान में भयंकर धमाके, जानिए जंग की ताजा अपडेट
ईरान और इजरायल के बीच जारी टकराव अब और उग्र होता जा रहा है. शुक्रवार को ईरान ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर बैलिस्टिक मिसाइलों और रॉकेटों से हमला किया. जिसके जवाब में इजरायल ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स अमीनपुर जौदकी को मार गिराने का दावा किया है.
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ईरान और इजरायल के बीच जारी टकराव अब और उग्र होता जा रहा है. शुक्रवार को ईरान ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर बैलिस्टिक मिसाइलों और रॉकेटों से हमला किया, जिससे पूरे शहर में अफरा-तफरी मच गई. ईरानी हमले के बाद सेंट्रल इजरायल में सायरन बजने लगे और रॉकेट की कई खेप शहर की ओर बढ़ती देखी गई. वही दूसरी तरफ इजरायल ने भी ईरान पर बड़ी जवाबी कार्रवाई करते हुए इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स अमीनपुर जौदकी को मार गिराने का दावा किया है.
इन हमलों को लेकर टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, हमले के दौरान इजरायल के तेल अवीव के कई इलाकों में जोरदार धमाके सुने गए. हालांकि, इजरायली मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने तुरंत सक्रिय होकर कई मिसाइलों और रॉकेटों को इंटरसेप्ट कर लिया, जिससे भारी जान-माल की हानि टल गई. एक ईरानी सैन्य प्रवक्ता ने अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी को जानकारी दी कि शुक्रवार के हमले में ईरान ने लंबी दूरी की और भारी विस्फोटक क्षमता वाली मिसाइलों का इस्तेमाल किया. ये मिसाइलें इजरायल के सैन्य ठिकानों, रक्षा उद्योगों और कमांड एवं नियंत्रण केंद्रों को निशाना बनाने के लिए दागी गई थीं. वहीं, इजरायली सैन्य अधिकारियों ने पुष्टि की कि इस हमले में लगभग 20 मिसाइलें दागी गईं इजरायली एम्बुलेंस सेवा के अनुसार, अब तक कम से कम दो लोग घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. वही इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरानी हमले के बाद मध्य इजरायल में एक चार मंजिला अपार्टमेंट इमारत की छत पर आग लग गई. अग्निशमन दल मौके पर मौजूद हैं और आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं. शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक किसी के हताहत या फंसे होने की पुष्टि नहीं हुई है.
इजरायल के विदेश मंत्री का बयान
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मिसाइल हमलों से हाइफा की एक ऐतिहासिक ओटोमन काल की मस्जिद को नुकसान पहुंचा है. इजरायली विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक वीडियो में यह भी दिखाया गया कि हाइफा में स्थित एक ऊंची इमारत को गंभीर नुकसान हुआ है, जिसमें गृह मंत्रालय की एक शाखा भी संचालित होती है. हाइफा को इजरायल का प्रमुख बंदरगाह और नौसैनिक अड्डा माना जाता है, जो रणनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है. मीडिया को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री गिदोन सार ने ईरान की मंशा पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, “हमें ईरान के इरादों पर गहरा संदेह है। उनके रिकॉर्ड से स्पष्ट है कि वे किसी भी मुद्दे पर ईमानदारी से बातचीत नहीं करते."
ईरान पर इजरायल का बड़ा पलटवार
ईरान के मिसाइल हमलों के जवाब में इजरायल ने बड़ा पलटवार किया है. इजरायली वायुसेना ने दावा किया है कि उसने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IGRS) के एक वरिष्ठ UAV कमांडर अमीनपुर जौदकी को निशाना बनाकर मार गिराया है. इजरायली रक्षा अधिकारियों के मुताबिक, जौदकी ने दक्षिण-पश्चिमी ईरान के अहवाज क्षेत्र से इजरायल पर सैकड़ों ड्रोन हमले करवाए थे. वह हाल ही में 13 जून 2025 को मारे गए कमांडर ताहिर पौर की जगह लेकर UAV मुख्यालय का संचालन कर रहा था. इजरायली सेना ने एक और बड़ा दावा करते हुए कहा है कि ईरान के पश्चिमी इलाके में मिसाइल लॉन्चिंग साइट्स पर भी हमले किए गए हैं. इजरायल का उद्देश्य क्षेत्र में हवाई दबदबा बनाए रखना और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल बैटरियों को निष्क्रिय करना था. इस बीच, ईरान के केंद्रीय शहर इस्फहान से बड़े धमाकों की आवाजें सुनी गई हैं. ईरानी सरकारी मीडिया के मुताबिक, यह हमला इजरायल की मिसाइल स्ट्राइक का नतीजा था. रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल ने ईरान के परमाणु शोध केंद्र इस्फहान को निशाना बनाया है, जो देश के सबसे संवेदनशील और बड़े न्यूक्लियर परिसरों में से एक है.
UNSC में इजरायल और अमेरिका पर जताई चिंता
इजरायल के UN दूत डैनी डैनन ने साफ कहा कि उनका देश तब तक अपने हमले जारी रखेगा जब तक कि “ईरान का परमाणु खतरा समाप्त नहीं हो जाता”, वहीं ईरान ने अमेरिका की संभावित सैन्य भागीदारी पर गहरी चिंता जताई है. ईरान के संयुक्त राष्ट्र में राजनयिक आमिर सईद इरावानी ने सुरक्षा परिषद से कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि ईरान उन रिपोर्टों को लेकर चिंतित है जिनमें कहा जा रहा है कि अमेरिका युद्ध में इजरायल का साथ दे सकता है. उन्होंने अपील की कि "क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए वैश्विक समुदाय हस्तक्षेप करें." वही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया है कि अगले दो हफ्तों में यह तय करेंगे कि अमेरिका इस युद्ध में इजरायल का सैन्य रूप से समर्थन करेगा या नहीं.
गौरतलब है कि पिछले शुक्रवार को इजरायल ने ईरान के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया था. इजरायल का आरोप है कि उसका पारंपरिक दुश्मन अब परमाणु हथियार बनाने की कगार पर है. दूसरी ओर ईरान बार-बार यह दोहराता आया है कि उसका न्यूक्लियर प्रोग्राम केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है.
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