5 एयरबेस-40 रूसी फाइटर जेट तबाह... जेलेंस्की बोले- डेढ़ साल से चल रही थी तैयारी; रूस पर हमले की Inside Story
रूस पर हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने यूक्रेन के सैन्य अधिकारियों को धन्यवाद कहा है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस ऑपरेशन की तैयारी करीब डेढ़ साल पहले शुरू की गई थी.

अमेरिका समेत अन्य कई देशों के तमाम प्रयासों के बावजूद रूस और यूक्रेन के बीच बीते 3 सालों से चल रहा युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच यूक्रेन ने रूस के सैन्य ठिकानों पर बड़ा हमला किया है. यूक्रेन की सेना ने ऑपरेशन स्पाइडर वेब के तहत रूस के 4 अलग-अलग एयरबेस पर 40 सैन्य विमानों नष्ट किया है. इसको लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने यूक्रेन के सैन्य अधिकारियों को धन्यवाद कहा है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस ऑपरेशन की तैयारी करीब डेढ़ साल पहले शुरू की गई थी.
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन स्पाइडर वेब को FPV ड्रोन के जरिए अंजाम दिया गया. यूक्रेन का कहना है कि इन हमलों ने रूस को अरबों का नुकसान दिया है. जिससे उबरने में उसे लंबा वक्त लग जाएगा. इस ऑपरेशन को लेकर राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोशल मीडिया के एक्स पर लिखा "यूक्रेन के सिक्योरिटी ऑपरेशन के हेड वासिल मालियुक ने आज के ऑपरेशन को लेकर रिपोर्ट सौंपी. शानदार नतीजा रहा, 1 साल 6 महीने और 9 दिनों पहले कि हमले की प्लानिंग शुरू हुई थी. हमारा सबसे लंबा रेंज का ऑपरेशन रहा. इस बड़े ऑपरेशन की तैयारी में शामिल हमारे लोगों को वक्त रहते रूसी क्षेत्र से बुला लिया गया. यूक्रेन की इस सफलता के लिए जनरल वसील को धन्यवाद. मैंने यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस को निर्देश दिया है कि वह ऑपरेशन को लेकर जनता को जानकारी दें. इस वक्त सब कुछ तो नहीं बताया जा सकता लेकिन यूक्रेन के यह एक्शन इतिहास की किताबों में दर्ज हो जाएंगे. रूस ने युद्ध को शुरू किया है, और उसे ही खत्म करना चाहिए. ग्लोरी टू यूक्रेन!"
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने 'X' पर लिखा: "आज, एक शानदार ऑपरेशन किया गया - दुश्मन के इलाके में, केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर, विशेष रूप से यूक्रेन पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किए गए उपकरणों पर। रूस को काफी नुकसान हुआ - पूरी तरह से उचित और योग्य।" pic.twitter.com/JkyEMbAu68
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 1, 2025
रूस ने दी प्रतिक्रिया
यूक्रेन के इस बड़े ऑपरेशन की बात को रूस ने स्वीकार किया है. रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यूक्रेनी ड्रोनों ने 5 एयरबेस पर हमले किए. इसमें अज्ञात संख्या में विमान को नुकसान हुआ है. इससे पहले यूक्रेन की तरफ से इस बात का दावा किया गया था कि, उसने रविवार को एक विशेष ऑपरेशन के तहत रूस के सैन्य ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले किए जिसमें 40 सैन्य विमान को पूरी तरीके से नष्ट किया गया है. जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन ने इस ऑपरेशन में कुल 117 ड्रोन का इस्तेमाल किया है और इतनी ही संख्या में ड्रोन ऑपरेटर भी शामिल थे. रूस के रक्षा मंत्रालय ने अपना बयान जारी करते हुए कहा, "आज कीव शासन ने मरमंस्क, इरकुत्सक, इवानोवा, रियाजान और अमूर क्षेत्र में स्थित हवाई क्षेत्र पर एफ की द्रोण का उपयोग करके एक आतंकी हमला यूक्रेन की तरफ से किया गया है, हालांकि रूस ने यह भी साफ किया कि यूक्रेन की तरफ से इन जगहों पर किए गए सभी हम लोग को सफल कर दिया गया है"
रूस के किन विमानों को किया टारगेट
यूक्रेनी सेना से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, इस हमले से रूस को 2 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है. इसमें रूस के सबसे हाईटेक TU-22M3, TU-95 और A-40 जैसे बम बरसाने वाले विमान थे. इसके अलावा निगरानी करने वाले विमान को भी यूक्रेन ने निशाना बनाया है. इन हमलों को अंजाम देने के लिए रूस में पहले यूक्रेन ने इन ड्रोनेस की स्मगलिंग कर दी थी. ट्रैकों पर लगे लकड़ी के केबिन की छत के नीचे छिपा कर यूक्रेन ने इन ड्रोन्स को रूस में पहुंचा था. हमले के वक्त ट्रक की छत को रिमोट के जरिए ओपन किया गया और ड्रोन ने थोड़ी ही दूरी पर जाकर हमले को अंजाम दिया.
जेलेंस्की बना रहे रूस पर दबाव
तीन सालों से चल रही इस जंग पर करीब से नजर रखने वाले जानकारों की मानें तो, यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की इस्तांबुल में होने वाली दूसरे दौर की शांति वार्ता से पहले रूस पर दबाव बनाना चाहते है. हालांकि इस हमले के बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि शांति वार्ता बेनतीजा रहेगी युद्ध विराम को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाएगा.
Head of the Security Service of Ukraine Vasyl Maliuk delivered a report regarding today’s operation. An absolutely brilliant result. A result achieved solely by Ukraine. One year, six months, and nine days from the start of planning to effective execution. Our most long-range… pic.twitter.com/oN41NFYyfw
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) June 1, 2025