कौन हैं रशियन इंफ्लुएंसर ‘कोको इन इंडिया’, जो वीजा विवाद के बाद भारत छोड़ने को हुईं मजबूर, रोते हुए सुनाई आपबीती
भारत में ‘कोको इन इंडिया’ के नाम से मशहूर रशियन इंफ्लुएंसर क्रिस्टिना ने वीज़ा विवाद के बाद भारत छोड़ने का फैसला कर लिया है. दिल्ली के एफआरआरओ ऑफिस में वीज़ा एक्सटेंशन के दौरान कथित बदसलूकी के कारण उन्होंने एग्जिट परमिट के लिए आवेदन किया, जो तुरंत मंजूर हो गया. अब उन्हें 12 अक्टूबर तक भारत छोड़ना होगा.
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भारत में ‘कोको इन इंडिया' नाम से मशहूर रशियन इंफ्लुएंशर क्रिस्टिना ने आखिरकार भारत छोड़ने का फैसला कर लिया है. दिल्ली के फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) में वीज़ा एक्सटेंशन के दौरान हुई कथित बदसलूकी ने उनके दिल को इतनी चोट दी कि उन्होंने वीजा बढ़ाने की बजाय एग्जिट परमिट के लिए अप्लाई कर दिया. इन सबके बीच हैरानी की बात यह रही कि यह परमिट तुरंत मंजूर भी हो गया और अब उन्हें 12 अक्टूबर तक भारत छोड़ना होगा.
दरअसल, क्रिस्टिना ने अपने सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम एकाउंट पर रोते हुए अपने वीडियो में कहा कि वह दोबारा उस महिला अधिकारी से मुलाकात नहीं चाहतीं थीं, इसलिए भारत को अलविदा कह रही हैं. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उनके लिए भारत किसी दूसरे घर की तरह बन चुका था, लेकिन हालिया अनुभव ने सबकुछ बदल दिया. जिसके चलते अब उन्हें फिलहाल यहां से वापस जाना पड़ रहा है.
कौन है क्रिस्टिना?
साल 2021 में क्रिस्टिना रशिया से भारत आई. तभी से वो यहीं रहकर भारत को जानने और समझने के लिए उन्होंने यहां की संस्कृति, त्योहार, खानपान और जीवनशैली का वीडियो बनाकर अपने अंदाज में सोशल मीडिया पर पोस्ट करना शुरू किया. क्रिस्टिना का वीडियो भारत के लोगों को इतना पसंद आने लगा कि इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर उनके लाखों फॉलोअर्स हो गए है. इस तरह सोशल मीडिया पर उनकी पहचाहन ‘कोको इन इंडिया’ के नाम से बन गई है. क्रिस्टिना का कहना था कि वह मूल रूप से अपने प्रेमी के लिए भारत आई थीं, लेकिन रिश्ते के टूटने के बाद भी यहां की जीवनशैली और लोगों का अपनापन उन्हें यहीं रोककर रखे रहा. उन्होंने हिंदी सीखी, मंदिरों में पूजा की, लोकल त्योहारों में हिस्सा लिया और भारतीय समाज को करीब से समझा. उनका मानना है कि भारत ने उन्हें दोस्ती और प्यार का असली मतलब सिखाया.
एफआरआरओ में विवाद से टूटा भरोसा
क्रिस्टिना ने अपने वीडियो में दावा किया कि एफआरआरओ ऑफिस में एक महिला अधिकारी ने उनसे अपमानजनक सवाल किए. उनसे पूछा गया कि वह अलग-अलग होटलों में क्यों जाती हैं। यहां तक कि उनके फोन में पर्सनल चैट भी चेक किए गए. क्रिस्टिना ने अपने वीडियो में साफ कहा कि वह अपने प्रेमी के अलावा कभी किसी होटल में नहीं गईं. उन्होंने चुनौती दी थी कि अगर किसी होटल के रिकॉर्ड में कुछ मिलता है तो वह मान लेंगी कि उन पर लगे आरोप सही हैं. भावुक होकर उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने कॉमेंट्स में उन्हें पोर्न स्टार और वेश्या कहा, जबकि यह बिल्कुल झूठ है.
छठ पूजा में जाना चाहती थी बिहार
क्रिस्टिना का भारत से गहरा जुड़ाव इस बात से समझा जा सकता है कि वह दुर्गा पूजा और छठ जैसे त्योहारों में शामिल होने का सपना देख रही थीं. खासकर बिहार जाकर छठ पूजा देखने की उनकी ख्वाहिश अधूरी रह गई. उन्होंने कहा कि जीवन में कभी मौका मिला तो वह फिर लौटकर इस पर्व को जरूर देखेंगी. उन्होंने आगे यह भी कहा, 'मेरे चार साल भारत में शानदार रहे. मैंने यहां बहुत कुछ सीखा. मुश्किलों के बावजूद अपना यूट्यूब और इंस्टाग्राम चैनल बनाया. हिंदी भाषा सीखी और दोस्त बनाए। मुझे हमेशा लगा कि यह मेरा घर है.'
सवालों के घेरे में आया सिस्टम
क्रिस्टिना ने आंसुओं के साथ पूछा कि क्या सिर्फ विदेशी होने की वजह से उन्हें इस तरह का बर्ताव झेलना पड़ा. उन्होंने कहा कि ऑफिस में उनसे कई बार सवाल किए गए, लेकिन उन्हें बोलने का मौका तक नहीं मिला. उनके मुताबिक यह बात उन्हें सबसे ज्यादा आहत कर गई कि उनकी पहचान पर सवाल उठाए गए. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर सबूत मिल जाता है तो वह मान लेंगी कि वह एक घटिया औरत हैं और वेश्या हैं लेकिन बिना सबूत के उन पर इस तरह का आरोप लगाना बेहद अपमानजनक है.
सोशल मीडिया पर मचा हंगामा
अब यह मामला सोशल मीडिया पर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. क्रिस्टिना के लाखों फॉलोअर्स ने उनके साथ हुए व्यवहार पर सवाल उठाए हैं. कई लोगों का कहना है कि विदेशी नागरिकों के साथ नियम तो लागू हों, लेकिन इस तरह की व्यक्तिगत टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं. इस मामले में कुछ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है और एफआरआरओ के रवैये को लेकर चिंता जताई है.
भारत से टूटा नाता लेकिन मोह रहेगा बरकरार
क्रिस्टिना ने जाते-जाते यह भी कहा कि भले ही उन्हें भारत छोड़ना पड़ रहा है, लेकिन उनका मन यहीं बसा है. वह मानती हैं कि भारत ने उन्हें नया जीवन दिया और कभी मौका मिला तो वह वापस जरूर आएंगी. क्रिस्टिना का यह प्रकरण सिर्फ एक सोशल मीडिया स्टार की निजी कहानी नहीं, बल्कि इस बात पर भी सवाल उठाता है कि विदेशी नागरिकों के साथ सरकारी संस्थानों का व्यवहार कैसा होना चाहिए. भारत को हमेशा से ‘अतिथि देवो भवः’ की परंपरा पर गर्व रहा है, लेकिन ऐसी घटनाएं उस छवि को धूमिल करती हैं.
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