भगवान शिव की पहाड़ी पर गई रूसी महिला, हिंदुओं के पवित्र स्थल पर देखा कुछ ऐसा...फिर जो किया उसका VIDEO वायरल है
उत्तराखंड में चंद्रशिला की पहाड़ी पर गई एक रूसी महिला ने भगवान शिव के विराजने वाली जगह पर गंदगी देखने के बाद कहा कि उसे भारत से प्यार है, ये सुंदर देश है, मनोरम स्थल है, लेकिन यहां जो कचरा है वो देख दुख होता है. इसके बाद महिला ने जो किया और जो कहा वो सोशल मीडिया पर वायरल है.
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सनातन धर्म में हिमालय, चोटी और चंद्रशिला की पहाड़ी का क्या महत्व है, ये हम सबको पता है. सैकड़ों की संख्या में पर्यटक, विदेशी और भारतीय तुंगनाथ की चोटी पर ट्रेकिंग के लिए जाते हैं और प्रकृति की अविस्मरणीय कृति को देख अचंभित होते हैं. लाख जतन और शारीरिक मेहनत के बाद भी सैलानी पहुंचते है. ये तो हुई एक सुखद बात, लेकिन एक दुखद बात ये है कि यहां भारी मात्रा में गंदगी और कचरा लोग छोड़कर चले जाते हैं. इसी बीच एक रूसी महिला पर्यटक ने चंद्रशिला की अपनी यात्रा के दौरान जो किया उसने आम लोग, जो इस पवित्र जगह पर गंदगी फैलाते हैं, उन्हें गिरेबान में झांकने पर मजबूर कर दिया है. इतना ही नहीं महिला ने हिमालय और अपने पर्यटन स्थलों को साफ रखने को लेकर जो बातें कही हैं, वो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मैसेज और मैसेजिंग के तरीके ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है.
दरअसल इंस्टाग्राम पर तान्या नाम की एक रूसी महिला ने उत्तराखंड की चंद्रशिला की पहाड़ी का एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि उसके हाथ में गार्बेज बैग है. इस दौरान वह कचरे से भरा एक थैला लेकर लोगों से बेहद आत्मीयता से अपील कर रही है. महिला ने अपना परिचय देते हुए कहा कि “मेरा नाम तात्याना है, शॉर्ट में तान्या. महिला ने बताया कि वो रूस से है और उसे यहां आना अच्छा लगता है.
'भारत से बहुत प्यार है मुझे, लेकिन'
तान्या ने कहा कि आज सुबह मैं चंद्रशिला की ट्रेकिंग पर गई थी. यह एक अद्भुत जगह है. मुझे यह बहुत पसंद है. मुझे प्रकृति से बहुत प्यार है. मुझे इस देश (भारत) से प्यार है. मुझे यहां घूमना बहुत अच्छा लगता है, लेकिन एक चीज़ जो बेहद दुखी करती है, वह है कचरा. और जब भी मैं यात्रा करती हूं, मैं हमेशा कुछ छोटे-मोटे प्रयास करना पसंद करती हूं, जो मैं कर सकती हूँ. बेशक, मैं सब कुछ साफ नहीं कर सकती, हर चीज नहीं उठा सकती है. हां, मैं कुछ छोटी-छोटी बोतलें ले जाना पसंद करती हूं. मेरे जीवन का नियम यह है कि जब आप प्रकृति के बीच में हैं, प्रकृति के आगोश में हों, तो उसे पहले से थोड़ा और साफ करने की कोशिश करें. अगर हर कोई ऐसा करेगा, तो मुझे लगता है कि यह बेहतर होगा. हमारी दुनिया बेहतर होगी.”
'चंद्रशिला, थकान में भी सुखद एहसास'
उन्होंने अपना संदेश देते हुए लिखा कि, चोपटा, तुंगनाथ, चंद्रशिला यानी कि हिमालय की ट्रेकिंग पर हम गए. यह बेहद खूबसूरत था, इतना खूबसूरत कि बस पूछो मत. और सच में बोलू तो इस ट्रेकिंग के दौरान मैं बहुत थक गई थी, लेकिन हर कदम नज़ारे देखने लायक थे. अपनी जर्नी के शानदार अनुभवों के बीच उन्होंने एक कड़वा सच भी कहा. उन्होंने कहा कि मेरी इस सुखद यात्रा का एक दुखद पहलू भी है.
'अच्छा हो कि हम कचरा ही न छोड़ें'
उन्होंने कहा कि जब हम सूर्योदय के लिए चंद्रशिला चढ़ रहे थे, तो सूरज निकला और उसके साथ ही हमने अपने चारों ओर भारी मात्रा में कचरा देखा. यहां तक कि चंद्रशिला की चोटी पर भी. इतने पवित्र स्थान के लिए, यह वाकई बहुत दुखद तस्वीर है. रूसी पर्यटक ने आम लोगों को आइना दिखाते हुए कहा कि हमारे पास सिर्फ एक बैग था, इसलिए हमने जितना हो सका उतना कचरा उठाया. हम उसे नीचे लाए और ठीक से फेंक दिया. नीचे पहुंचने पर हमें स्थानीय कर्मचारियों ने रोका. मुझे अभी भी ठीक से पता नहीं है कि ट्रेकिंग के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए कौन ज़िम्मेदार है. स्थानी व्यवस्थापकों ने उनसे पूछा कि हम कौन हैं और क्या हुआ. मेरे दोस्तों ने मुझे बुलाया, और मैंने बताया कि मैं ट्रेकिंग के दौरान हमेशा ऐसा करने की कोशिश करती हूं. अगर मैं सफाई कर सकती हूं, तो मैं करती हूं. यह ट्रेक को अपवाद नहीं था.
उन्होंने कहा कि अच्छा तो ये ही रहेगा कि हम यहां, पहाड़ों पर कचड़ा ही न छोड़ें. जिस जगह पर आप जाते हैं, उसका सम्मान करें. और अगर आपमें इसे साफ करने की शक्ति है, तो यह एक भलाई का काम होगा.
तान्या के वीडियो पर क्या बोले लोग?
तान्या का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. उनके प्रयासों की सराहना करते हुए लोगों ने अच्छी बातें कही हैं और सीख लेने का भी प्रण लिया है. एक इंस्टा यूजर ने लिखा, हमें सिविक सेंस यानी समाज के प्रति जिम्मेदारी का एहसास कराने किए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, मैम. दूसरे ने कहा, आपके प्रयासों के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद मैम. वहीं एक ने कहा कि "अगर लोगों को टैग करने लगूंगा तो विवाद हो जाएगा." इसके अलावा एक ने सवाल उठाते हुए कहा कि उसे उन लोगों पर शर्म आती है जो ट्रेक के दौरान और चंद्रशिला की चोटी पर भी कचरा फैलाते हैं. उस खूबसूरत हिमालयी स्वर्ग को साफ करने में योगदान देने के लिए धन्यवाद, भगवान शिव आपको आशीर्वाद दें.
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