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‘पाकिस्तान का प्रवक्ता बन चुकी है, उसी की भाषा बोलती है’, कांग्रेस पर फूटा निशिकांत दूबे का गुस्सा

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पार्टी को पाकिस्तान का प्रवक्ता करार दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है वो ता पाकिस्तान की भाषा बोलती है. इसके साथ ही उन्होंने प्रियंका गांधी को इतिहास पढ़ने की भी सलाह दे डाली है.

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पार्टी को पाकिस्तान का प्रवक्ता करार दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है वो ता पाकिस्तान की भाषा बोलती है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रविवार को उन्होंने कहा कि जयराम रमेश ने दावा किया कि पाक आर्मी चीफ मुनीर अमेरिका जा रहे हैं और इस बारे में उन्होंने एक लंबी प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. लेकिन बाद में पता चला कि मुनीर तो अमेरिका जा ही नहीं रहे थे. कांग्रेस के नेता इस तरह से लोगों को गुमराह करते हैं. पाकिस्तान के मुखपत्र की तरह व्यवहार करते हैं.

‘उन्हें इतिहास पढ़ने की जरूरत है…’
उन्होंने प्रियंका गांधी द्वारा सरकार पर लगाए गए आरोप को लेकर पोस्ट पर भी अपनी बातों को रखा है. कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के बयान पर उन्होंने कहा कि उन्होंने मुझ पर कोई कटाक्ष नहीं किया है, मैंने उन्हें इतिहास से रूबरू करवा दिया है और उन्हें इतिहास पढ़ने की जरूरत है. दरअसल संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने गाजा और इजरायल के बीच शांति स्थापित करने के लिए एक प्रस्ताव भी तैयार किया. जिसपर 149 देशों ने समर्थन में वोट किया है, जबकि भारत उन 19 देशों में एक है, जिसने प्रस्ताव के लिए वोटिंग से दूरी बना ली. बस इसी बात पर कांग्रेस ने सरकार को घेरने की कोशिश की है. प्रियंका गांधी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पहव खेड़ा जैसे दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने सरकार पर सवाल उठाया है. 

‘दो-राष्ट्र सिद्धांत में विश्वास करते हैं’
दुबे ने आगे कहा, "दूसरी बात यह है कि कांग्रेस इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के बारे में दावा कर रही है कि भारत फिलिस्तीन और उसके नागरिकों के खिलाफ है. लेकिन वास्तविक तथ्य क्या हैं? तथ्य यह है कि हम दो-राष्ट्र सिद्धांत में विश्वास करते हैं. पहला तथ्य यह है कि 1948 में पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू ने इजरायल बनने का विरोध किया था. लेकिन, मुंबई में 1950 में नेहरू ने ऑफिस खुलवाया. यानी इजरायल को हमने अघोषित मान्यता दी. 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने इजरायली हथियार का इस्तेमाल किया और मोसाद के लोग तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल जैकब के साथ मिलकर पाकिस्तान पर प्रहार की योजना बनाते थे. कांग्रेस सरकार ने 1992 में दिल्ली में पहली बार घोषित इजरायली दूतावास खोला. अंत में फिलिस्तीन का दूतावास भारत में 1996 में खुला."

‘उनकी पॉलिसी को आगे बढ़ा रहे हैं तो उन्हें दर्द हो रहा’
भाजपा सांसद ने कहा कि कांग्रेस सब काम करती रही है और हम उनकी पॉलिसी को आगे बढ़ा रहे हैं तो उन्हें दर्द हो रहा है. कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति के लिए पाकिस्तान का साथ दे रही है. वोट बैंक के लिए देश को गुमराह किया जा रहा है. कांग्रेस के सभी प्रवक्ता देशद्रोही की तरह बात कर रहे हैं. पीएम मोदी का विरोध देश का विरोध हो गया है. पाकिस्तान परस्त कांग्रेस की जो राजनीति है उसमें ठहराव होना चाहिए. कांग्रेस को एक जिम्मेदार दल के तौर पर अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए. किसी को भावना को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए.

‘भाजपा का चरित्र राष्ट्रवाद है’
कांग्रेस का आरोप है कि निशिकांत दुबे जो बोलते हैं वो पीएम मोदी की भाषा और भाजपा का चरित्र है. जब इस पर भाजपा सांसद से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि भाजपा का चरित्र क्या है. भाजपा का चरित्र राष्ट्रवाद है. भाजपा का चरित्र ऐसा है कि वो जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान को नष्ट करने की कसम खाती है. भाजपा मानती है कि अगर हमारी धरती पर कोई आतंकवादी गतिविधि होती है, तो हम जवाबी कार्रवाई करेंगे. अगर कांग्रेस को इससे परेशानी होती है और अगर मुस्लिम वोट बैंक की खातिर उन्हें 'पाकिस्तान का गुणगान' करना है तो करते रहें. लेकिन हम पाकिस्तान और आतंकवाद का विरोध करते रहेंगे.

मुंबई में धमाके की दूबे ने दिलाइ याद
भाजपा सांसद ने कहा कि 2008 में मुंबई में धमाके हुए, 175 लोग मारे गए और 350 से ज़्यादा घायल हुए. कांग्रेस की सरकार ने क्या कार्रवाई की? जुलाई में पाकिस्तान के साथ सरकार ने समझौता कर लिया. पाकिस्तान का यह कुछ भी बिगाड़ नहीं सके. पाकिस्तान ने 2011 में मुंबई में बम धमाका किया जिसमें फिर 26 लोग मारे गए और करीब 300 लोग घायल हुए. कांग्रेस फिर कुछ नहीं कर सकी. इसीलिए, कांग्रेस को इतिहास पढ़ने की जरूरत है, उन्हें इतिहास बताने की कोई जरूरत नहीं है.

Input: IANS

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