हिंदू टाइगर फोर्स पर बैन लगाएगी झारखंड सरकार, मंत्री इरफान अंसारी ने बताया 'आतंकवादी संगठन'
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने हिंदूवादी संगठन हिंदू टाइगर फोर्स पर ऐक्शन की बात कही. उन्होंने कहा, 'हिंदू टाइगर फोर्स के नाम पर ये लोग हमारी भोलीभाली जनता को मार रहा है. यहां पर यह गुंडागर्दी नहीं चलेगी. मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि जिसने भी इस संगठन की स्थापना की है, जो लोग भी इसमें शामिल हैं, जो मास्टरमाइंड है, सबपर कठोर कार्रवाई हो.'
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झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के बयान से एक बार फिर राजनीतिक पारा हाई हो गया है. उन्होंने 'हिंदू टाइगर फोर्स' को आतंकवादी संगठन बताते हुए इसे बैन करने की बात कही है. मंत्री ने कहा कि इस संगठन पर उनकी सरकार बैन लगाएगी और इससे जुड़े लोगों का पता लगाकर गिरफ्तार किया जाएगा. आपको बता दें कि रामगढ़ में एक मुस्लिम युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में इस संगठन पर आरोप लगाए जा रहे हैं.
इरफान अंसारी ने क्या कहा?
इरफान अंसारी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान हिंदूवादी संगठन हिंदू टाइगर फोर्स पर ऐक्शन की बात कही. उन्होंने कहा, 'हिंदू टाइगर फोर्स के नाम पर ये लोग हमारी भोलीभाली जनता को मार रहा है. यहां पर यह गुंडागर्दी नहीं चलेगी. मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि जिसने भी इस संगठन की स्थापना की है, जो लोग भी इसमें शामिल हैं, जो मास्टरमाइंड है, सबपर कठोर कार्रवाई हो.'
अंसारी ने आगे कहा कि यह किसने इजाजत दी कि आप दुकान से बच्चे को उठा लेते हैं, उसको मारते-पीटते हैं और अधमरा करके पुलिस को देते हैं. उन्होंने कहा, 'कौन है हिंदू टाइगर फोर्स? इसके संचालक कौन है? यह झारखंड है, हमारा आदिवासी राज्य है, लेकिन इसका मतलब यह थोड़ी की अपने मुताबिक चलाएंगे कानून को. यह तो आतंकवादी संगठन है, इस पर बैन तो लगेगा ही लगेगा. कठोर कार्रवाई हम लोग करने जा रहे हैं.'
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, रामगढ़ में आफताब अंसारी नाम के युवक पर एक आदिवासी लड़की के साथ रेप का आरोप लगा था. लड़की का आरोप है कि आफताब ने उसे नौकरी का झांसा देकर एक होटल में बुलाया और वहां उसके साथ ज़बरदस्ती की. आफताब एक कपड़े की दुकान में काम करता था और उसी में काम दिलवाने के बहाने लड़की को बुलाया गया था.
जब लड़की ने इस घटना का खुलासा किया, तो हिंदू संगठनों के लोग मामले में कूद पड़े. आरोप है कि 'हिंदू टाइगर फोर्स' से जुड़े कुछ लोगों ने आफताब की दुकान में घुसकर उसके साथ मारपीट की और फिर पुलिस के हवाले कर दिया.
24 जुलाई को पुलिस ने आफताब को पूछताछ के लिए थाने में रखा था, लेकिन वह वहां से फरार हो गया. कुछ समय बाद उसकी डेड बॉडी रजरप्पा थाना क्षेत्र में दामोदर नदी के किनारे मिली, जो घटना स्थल से करीब 35 किलोमीटर दूर है.
इस मामले में पुलिस ने 'हिंदू जागरण मंच' के नेता राजेश सिन्हा को गिरफ्तार किया है. राजेश सिन्हा के साथ दीपक सिसोदिया, मनीष कुमार पासवान और गंगा बेदिया के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है.
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