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पैरा एथलीटों को हरियाणा सरकार का सम्मान, 31.72 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देकर बढ़ाया मान

स्वास्थ्य मंत्री और पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष आरती सिंह राव ने अपने खिलाड़ियों पर गर्व जताते हुए कहा कि हरियाणा एथलीट्स को सबसे ज्यादा प्रोत्साहित करने वाला राज्य है. आरती सिंह राव ने 'आईएएनएस' से कहा, "मुख्यमंत्री की ओर से 31 करोड़ से ज्यादा राशि रिलीज की गई है. यह सभी खिलाड़ियों के अकाउंट में पहुंच चुकी है. इससे पैरा एथलीट्स बेहद खुश हैं. एथलीट्स भविष्य में भी अपने देश का नाम रोशन करेंगे."

Nayab Singh Saini

हरियाणा सरकार ने चौथे पैरा एशियन गेम्स-2022 में हिस्सा लेने वाले 17 खिलाड़ियों को कुल 31.72 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार दिया है. स्वास्थ्य मंत्री और पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष आरती सिंह राव ने अपने खिलाड़ियों पर गर्व जताते हुए कहा कि हरियाणा एथलीट्स को सबसे ज्यादा प्रोत्साहित करने वाला राज्य है. 
आरती सिंह राव ने 'आईएएनएस' से कहा, "मुख्यमंत्री की ओर से 31 करोड़ से ज्यादा राशि रिलीज की गई है. यह सभी खिलाड़ियों के अकाउंट में पहुंच चुकी है. इससे पैरा एथलीट्स बेहद खुश हैं. एथलीट्स भविष्य में भी अपने देश का नाम रोशन करेंगे."
आरती सिंह राव ने आगे कहा, "हमारे पैरा एथलीट्स ने देश का नाम रोशन किया है. हमें उन पर फख्र है. हरियाणा अपने खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा प्रोत्साहित करने वाला राज्य है." हरियाणा सरकार ने प्रदेश के विभिन्न जिलों के 13 खिलाड़ियों को 19 करोड़ 72 लाख 50 हजार रुपये, जबकि चार खिलाड़ियों को 12 करोड़ रुपये जारी किए. गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को तीन करोड़, सिल्वर मेडल विजेताओं को 1.50 करोड़, जबकि कांस्य पदक विजेता खिलाड़ियों को 75 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया.

जानिए किन-किन खिलाड़ियों को मिला सम्मान
हरियाणा सरकार की ओर से पैरा बैडमिंटन में स्वर्ण और रजत पदक जीतने वाले नितेश कुमार को 4.5 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार मिला है, जबकि गोल्ड मेडलिस्ट रमन शर्मा, प्रवण सूरमा, सुमित (एथलेटिक्स) और तरुण ढिल्लो (पैरा बैडमिंटन) को तीन-तीन करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया.
योगेश कथुनिया, सरिता अढाना, पूजा सहित कई अन्य खिलाड़ियों को रजत पदक जीतने पर 1.5-1.5 करोड़ रुपये मिले, जबकि जसबीर (एथलेटिक्स), अंजू बाला (पैरा लॉन बॉल), जयदीप (कैनोइंग) को भागीदारी के लिए 7.5-7.5 लाख रुपये दिए गए हैं.

हरियाणा मे 1500 खेल नर्सरियां खोली गई हैं, ताकि खिलाड़ी प्रैक्टिस से वंचित न रहें. इसके साथ ही प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के साथ खेल के दौरान चोटिल होने पर उनके खर्च का वहन भी कर रही है.

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