'असम को भारत से काट देंगे…' शरजील इमाम का वीडियो शेयर कर रिजिजू ने बताई कांग्रेस की 'असलियत', कहा- ये देश तोड़ने वालों को बचा रहे
दिल्ली दंगों के आरोपी शरजील इमाम और उमर खालिद के बहाने किरेन रिजिजू ने कांग्रेस पर बड़ा अटैक किया. उन्होंने शरजील इमाम का पुराना वीडियो शेयर किया. जिसमें वह देश को बांटने की बात कर रहे हैं.
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दिल्ली दंगे के कथित आरोपी शरजील इमाम का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें शरजील इमाम असम समेत पूरे पूर्वोत्तर को भारत से अलग करने की बात कर रहे हैं. ये वीडियो केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शेयर किया है. साथ ही आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस देश बांटने की बात करने वालों का बचाव करती है.
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने दिल्ली दंगा केस के आरोपियों के खिलाफ मानों मोर्चा खोला हुआ है. हाल ही में उन्होंने उमर खालिद का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया था. इस वीडियो में उमर खालिद फ्री कश्मीर का नारा लगा रहे थे. इसके अलावा किरेन रिजिजू ने उनका एक सोशल मीडिया पोस्ट भी शेयर किया था. जिसमें उमर खालिद ने आतंकी बुरहान वानी का समर्थन किया था. उमर खालिद ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी को क्रांतिकारी बताया था. उमर खालिद ने बुरहान की हिमायत करते हुए उसे वामपथी क्रांतिकारी चे ग्वेरा जैसा बताया है और उसे शहीद साबित करने की कोशिश की थी.
शरजील इमाम के वीडियो में क्या?
किरेन रिजिजू ने शरजील इमाम का पुराना वीडियो शेयर किया है. जिसमें वह कहते दिखे कि, ‘5 लाख लोग भी एक साथ आ जाएं तो हम हिंदुस्तान को नॉर्थ ईस्ट से परमानेंट कट कर सकते हैं. शरजील इमाम आगे कहते हैं कि परमानेंट भी नहीं तो कम से कम एक आधे महीने के लिए तो कट कर ही सकते हैं. असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है, असम और इंडिया कट के अलग हो जाएं तभी ये हमारी बात सुनेंगे. असम में मुसलमानों का जो हाल है वो आपको पता है लोग वहां डिटेंशन सेंटर में डाले जा रहे हैं’. शरजील की बात सुन वहां मौजूद लोग हंस रहे थे ताली बजा रहे थे. हालांकि शरजील इमाम के 30 सेकेंड के वीडियो में ये क्लियर नहीं है कि वह ये बात किस कॉन्टेक्स्ट या घटनाक्रम पर कह रहे हैं. वहीं, NMF News इन वीडियो की पुष्टि नहीं करता.
शरजील इमाम के बहाने किरेन रिजिजू ने कांग्रेस को घेरा
किरेन रिजिजू ने शरजील इमाम के बहाने कांग्रेस और वामपंथियों पर हमला बोला. उन्होंने शरजील इमाम और उमर खालिद का समर्थन करने वालों को आड़े हाथों लिया. केंद्रीय मंत्री ने लिखा, एक भारतीय होने के नाते आपकी क्या राय है? कांग्रेस पार्टी इस आदमी का बचाव कर रही है और उसे जमानत न देने के लिए न्यायपालिका पर हमला कर रही है. हमारे लिए वह हिंदू या मुसलमान का प्रतिनिधित्व नहीं करता, बल्कि वह भारत विरोधी है. शरजील इमाम पूर्वोत्तर और असम को भारत से अलग करने की बात कर रहे हैं, और कांग्रेस यह कहकर उनका बचाव कर रही है कि वह सिर्फ सरकार के विरोधी हैं
कौन हैं शरजील इमाम?
शरजील इमाम बिहार के जहानाबाद के काको गांव के एक प्रभावशाली मुस्लिम परिवार से आते हैं. उनके पिता अरशद इमाम जेडीयू के वरिष्ठ नेता थे और 2005 में विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं. शरजील ने पटना के सेंट जेवियर हाई स्कूल से पढ़ाई की है इसके बाद दिल्ली पब्लिक स्कूल वसंत कुंज से 12वीं की. फिर उन्होंने IIT बॉम्बे में 227वीं रैंक के साथ एडमिशन लिया. जहां से उन्होंने कंप्यूटर साइंस में बीटेक और एमटेक किया.
शरजील इमाम ने डेनमार्क से क्यों किया JNU का रुख?
शरजील इमाम ने डेनमार्क में बतौर प्रोग्रामर काम किया है. इसके बाद उन्होंने भारत वापसी की और मॉर्डन हिस्ट्री में PHD करने के लिए दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया. यहां पर शरजील छात्र राजनीति में एक्टिव हो गए. 2020 में CAA विरोधी आंदोलन के दौरान शरजील इमाम के कई ऐसे वीडियो सामने आए जिसमें वह भारत को बांटने की बात कर रहे हैं. इसके बाद शरजील पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया. तभी से शरजील इमाम जेल में बंद हैं.
कौन हैं उमर खालिद?
फरवरी 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे भड़क गए थे. इस हिंसा में 53 लोगों की मौत हो गई थी. इस दौरान उमर खालिद पर दंगे भड़काने के आरोप लगे थे. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया था. उमर खालिद पर दिल्ली दंगे की साजिश रचने के आरोप लगे थे. FIR के अनुसार, उमर खालिद ने कथित तौर पर दो अलग-अलग जगहों पर भड़काऊ भाषण दिए थे. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान नागरिकों से बाहर निकलकर सड़कें ब्लॉक करने को कहा ताकि ग्लोबल लेवल पर प्रॉपेगैंडा फैलाया जा सके. इससे पहले भी उमर खालिद कई बार विवादों में रहे हैं. वह सार्वजनिक मंचों से बीजेपी सरकार पर विवादित टिप्पणी और तीखे हमले करते रहे हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद उमर खालिद ने JNU से मास्टर्स और एम.फिल किया और यहीं से PHD भी की.
(Photo- साल 2020 के दिल्ली दंगों की एक तस्वीर)
क्या सुप्रीम कोर्ट से शरजील और उमर खालिद को मिलेगी जमानत?
दिल्ली दंगों की कथित साजिश रचने और UAPA मामले में आरोपी शरजील इमाम, उमर खालिद समेत तीन आरोपियों की जमानत पर 12 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है. आरोपियों ने 2 सितंबर को दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.
इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने 2 सितंबर को सभी आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा था कि, प्रदर्शनों की आड़ में नागरिकों को षड्यंत्रकारी हिंसा की अनुमति नहीं दी जा सकती. कोर्ट ने खालिद और शरजील इमाम समेत 9 लोगों को जमानत ठुकरा दी थी.
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