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'जातियों में बांटने वाले माफिया के सामने नाक रगड़ते थे...', इटावा कथावाचक कांड के बाद पहली बार बोले CM योगी, विपक्ष को घेरा

इटावा कथावाचक कांड के बाद पहली बार बोलते हुए सीएम योगी ने विपक्ष, खासकर सपा को घेरा और अपना पुराना नारा दोहराते हुए कहा कि 'बंटोगे तो कटोगे, एक रहोगे तो नेक रहोगे'. उन्होंने आगे कहा कि आज जातियों में बांटने वाले लोग कभी माफिया के सामने नाक रगड़ते थे.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दानवीर भामाशाह जयंती और व्यापारी कल्याण दिवस की पूर्व संध्या पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए इटावा में हुए कथावाचक विवाद और जातिगत तनाव के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ी. उन्होंने अपने चर्चित नारे 'बंटोगे तो कटोगे, एक रहोगे तो नेक रहोगे' को दोहराया और समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोला. उन्होंने सपा पर जातिगत और सांप्रदायिक आधार पर समाज को बांटने का आरोप लगाया. उनके इस बयान एक बार फिर सियासी में हलचल पैदा हो गई है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सबसे ज्यादा राजस्व कर देने वाले व्यापारियों को भामाशाह सम्मान से सम्मानित किया.

सीएम योगी ने आगे कहा कि "जो लोग समाज को जाति और धर्म के नाम पर बांट रहे हैं, उन्हें मैं फिर कहता हूं- बंटोगे तो कटोगे, एक रहोगे तो नेक रहोगे. सपा ने हमेशा वोट बैंक की राजनीति की है. पहले माफियाओं के आगे नाक रगड़ते थे, अब जब माफिया खत्म हो गए तो जाति की आड़ में समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं."  

उन्होंने आगे कहा, "हमारी सरकार ने उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाकर दिखाया है. माफिया और अपराध का खात्मा हुआ है, लेकिन सपा को यह रास नहीं आ रहा. ये लोग अब समाज को बांटकर अपनी सियासत चमकाने में लगे हैं."

व्यापारियों और बेटियों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों का यमराज टिकट काटेंगे 

मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि अब प्रदेश में व्यापारी और बेटियों की सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने याद दिलाया कि 2016 में लखनऊ में एक व्यापारी की बेदर्दी से हत्या कर दी गई थी, और सुल्तानपुर में एक सराफा कारोबारी को गोली मारी गई थी. उस वक्त की सरकार ने अपराधियों को खुली छूट दे रखी थी. अब सरकार ने यह ठान लिया है कि अगर किसी ने व्यापारियों या बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश की, तो उसका हिसाब ऊपर वाला करेगा – उनका "टिकट यमराज" काटेंगे.
मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि जब अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई, तब कुछ लोग जाति की राजनीति करने लगे और घड़ियाली आंसू बहाने लगे. उन्होंने कटाक्ष किया कि पिछली सरकारें ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ की जगह ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया’ मॉडल चला रही थीं.

व्यापारी कल्याण दिवस: अब हर जिले में हर साल मनाया जाएगा

मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि अब हर जिले में साल में एक बार 'व्यापारी कल्याण दिवस' मनाया जाएगा. इस दिन जीएसटी में टॉप 10 व्यापारियों को लखनऊ में और हर जिले के टॉप 10 व्यापारियों को स्थानीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा.
इतना ही नहीं, अगर कोई पंजीकृत व्यापारी किसी दुर्घटना का शिकार होता है, तो सरकार की ओर से 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.

धन की गति और व्यापारियों की भूमिका

श्रीमद्भगवद्गीता का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि धन की तीन दिशा होती हैं – दान, भोग और नाश. अगर दान सही समय, जगह और व्यक्ति को दिया जाए, तो वह कई पीढ़ियों तक यश दिलाता है.
भामाशाह की मिसाल देते हुए उन्होंने व्यापारियों को 'आज का भामाशाह' बताया और आह्वान किया कि हर जिले में एक नदी के पुनर्जीवन, पौधारोपण और रोजगार बढ़ाने के काम में वे सहभागी बनें.

इस कार्यक्रम में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, विधायक डॉ. नीरज बोरा, राजेश्वर सिंह, व्यापारी कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रविकांत गर्ग, संदीप बंसल, राज्य कर विभाग के प्रमुख सचिव एम. देवराज और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम समेत बड़ी तादाद में व्यापारी उपस्थित थे.

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