'तो सड़कों पर नंगी तलवारें लहराई गई होतीं...', प्रयागराज पहुंचे अखिलेश यादव ने BJP पर साधा निशाना
अखिलेश यादव ने रविवार को सूबे की राजधानी लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने निशाने पर लिया है. इस दौरान सपा प्रमुख ने कहा कोई धोती पहनने से योगी नहीं बन सकता, बल्कि योगी विचार से होता है.
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उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए भले ही करीब दो साल का समय बचा हो लेकिन राजनीतिक दलों ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी है. प्रदेश की मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव लगातार केंद्र और प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. दरअसल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को प्रयागराज पहुंचे. यहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर BJP पर निशाना साधा. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी जमकर हमला बोला. इस दौरान सपा प्रमुख ने कहा कोई धोती पहनने से योगी नहीं बन सकता, बल्कि योगी विचार से होता है. इसके अलावा उन्होंने यह भी अच्छा हुआ लोकसभा चुनाव में जनता ने इनके मुताबिक साथ नहीं दिया नहीं तो सड़को पर खुलेआम तलवारें लहराती. अखिलेश ने आगे कहा, सच्चाई तो ये है कि जो लोग दावा कर रहे थे कि 400 पार... और अगर 400 पार हो गए तो सड़कों पर तलवारें और राइफलें घूम रही होतीं. बम तो चलने का यहां है ही प्रचलन. सोचिए 400 पार होने के बाद तलवारें घूम रही होती सड़कों पर. नंगी तलवारें लहराई गई होतीं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की कानून व्यवस्था से लेकर महाकुंभ आयोजन को बढ़ा-चढ़ा कर दिखाने का आरोप लगाया. अखिलेश यादव ने कहा "महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाएं बहुत कम थी लेकिन प्रचार में प्रदेश सरकार ने कोई कमी नहीं छोड़ी, महाकुंभ के दौरान हमने प्रदेश सरकार को कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे लेकिन प्रदेश सरकार इसे हमारी आलोचना समझ रही थी, 2013 में जब प्रयागराज में कुंभ का आयोज हमें करवाने का मौका मिला था, हमने वही अनुभव को प्रदेश सरकार के साथ साझा करते हुए सुझाव दिया लेकिन योगी सरकार ने किसी भी बात पर ध्यान नहीं दिया." अखिलेश यादव ने कहा "आज भारतीय जनता पार्टी के अंदर अहंकार इतना भर गया है कि अगर उन्हें कोई अन्य दल अच्छी नियत के साथ भी कोई हिदायत देते हैं तो वह इसे गलत ही मानते हैं, महाकुंभ के आयोजन से पहले प्रदेश के मुख्य योगी आदित्यनाथ ने यह कहा था कि "100 करोड़ श्रद्धालु भी अगर महाकुंभ में आते हैं तो प्रदेश सरकार की तैयारी पूरी है, लेकिन हकीकत क्या थी वह महाकुंभ जाने वाले हर एक श्रद्धालुओं को पता है, भगदड़ के दौरान श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़े को छिपाया गया, बीजेपी सच्चे आंकड़े छिपाने में और झूठे आंकड़े फैलाने में माहिर है."
डिजिटल कुंभ हुआ, लेकिन आंकड़े गायब
अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि "महाकुंभ से पहले बीजेपी ने जगह-जगह बड़े-बड़े विज्ञापन दिए और कुंभ को डिजिटल कुंभ बताया, प्रदेश सरकार ने डिजिटल कुंभ को लेकर ऐसा दावा किया था कि अगर कोई भी डाटा सरकार से मांगा जाएगा तो कुछ ही मिनट के अंदर डाटा उपलब्ध हो जाएगा. महाकुंभ में जिस दौरान भगदड़ हुई उसे दौरान ना तो ड्रोन कैमरे उड़ रहे थे, ना सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे थे, जहां डिजिटल की जरूरत थी उसे समय सब कुछ बंद कर दिया गया था. ताकि सच्चाई जनता के सामने ना आए."
धोती पहनने से कोई योगी नहीं बनता
प्रेसकांफ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने औरंगजेब को लेकर एक बात करते हुए कहा "इतिहास को इतिहास रहने देना चाहिए इस पर कोई चर्चा मत करिए, समाजवादी पार्टी का यह प्रयास है कि हम सब मिलकर काम करें, हमने PDA को मजबूत किया है, दलितों का सबसे ज्यादा उत्पीड़न हो रहा है, प्रयागराज में दलित की जान ले ली गई. जगह-जगह पर सुनने में आता है कि दलित की हत्या हो रही है, बीजेपी सरकार शुरू से ही विभाजन कर रही है और इस काम के लिए बकायदे फंडिंग करती है, प्रदेश में कानून का राज खत्म हो चुका है. आज यूपी महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न में सबसे आगे है, हमारा धर्म हमें टॉलरेंस सिखाता है, कोई धोती पहनने से योगी नहीं बनता."
वक्फ पर क्या बोले अखिलेश
वही वक्फ के मुद्दे आर सपा प्रमुख ने कहा हमारी पार्टी वक्फ कानून के खिलाफ है, बीजेपी हमेशा से ही छीनने की राजनीति करती आई है. जैन धर्म के लोग आंदोलित है, बीजेपी ने मंदिर की जमीन छीनी. अब सरकार ने वक्फ की जमीन छीनने के लिए सरकार ने संशोधन कानून लाया है। इस लिहाज से यह कह सकते है कि बीजेपी भू माफिया पार्टी है."
सपा कार्यकर्ताओं को दी नसीहत
सपा सांसद रामजीलाल सुमन के राणा सांगा पर की है टिप्पणी को लेकर हो रहे विरोध पर सपा प्रमुख अखिलेश ने अपने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा " जो इतिहास हमें सही दिशा न दिखा सके, प्रोग्रेसिव रास्ते पर ना ले जा सके, समाज में खाई पैदा करें, उस इतिहास को इतिहास ही रहने दें. इसलिए पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं को किसी भी धार्मिक मामले में टिप्पणी नहीं करनी है. बीजेपी इसका फायदा उठाती है."
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