'मौलाना भूल गया कि UP में किसकी सरकार है', बरेली हिंसा पर बोले CM योगी, दोषियों पर NSA के तहत दर्ज होगा मामला
शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बरेली में हुई हिंसा पर सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि कल बरेली में एक मौलाना भूल गया कि राज्य में किसकी सरकार है.
Follow Us:
बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान हुई हिंसा को लेकर पुलिस लगातार जांच में जुटी हुई है. पुलिस ने कुल पांच एफआईआर दर्ज की है. हालांकि अभी बरेली शहर में हालात सामान्य हैं. जिले के डीएम ने कहा कि दोषियों के खिलाफ एनएसए (NSA) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.
मौलाना भूल गया कि यूपी में सरकार किसकी है
बरेली में शुक्रवार को हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, कल बरेली में एक मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है. उसे लगा कि वो जब चाहे व्यवस्था को रोक सकता है, लेकिन हमने साफ कर दिया कि न तो नाकाबंदी होगी और न ही कर्फ्यू लगेगा. हालांकि, हमने जो सबक सिखाया है, उससे आने वाली पीढ़ियां दंगे करने से पहले दो बार सोचेंगी. व्यवस्था को रोकने का ये कैसा तरीका है? 2017 से पहले यूपी में यही चलन था, लेकिन 2017 के बाद हमने कर्फ्यू तक नहीं लगने दिया. उत्तर प्रदेश के विकास की कहानी यहीं से शुरू होती है.”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि जो जाति के नाम पर भड़काते हैं, उन्हीं के लिए हमने बुलडोज़र बनाया था. हम वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट और वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज दे रहे हैं. उन लोगो ने वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया दिया था. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब बेईमान और भ्रष्ट लोग सत्ता में आते हैं, तो वे उस सत्ता का शोषण और दुरुपयोग करेंगे, ठीक वैसे ही जैसे उत्तर प्रदेश के सामने पहचान का संकट पैदा हो गया था. हमने बुलडोजर उन्हीं लोगों के लिए बनाया है जो जाति के नाम पर लोगों को भड़काते हैं और परिवार के नाम पर उनका शोषण करते हैं.
5 FIR, 39 गिरफ्तारी, NSA के तहत कारवाई
बरेली में हुई हिंसा को लेकर लगातार बड़े खुलासे हो रहे हैं. पुलिस ने खुलासा किया है कि हिंसा की प्लानिंग करीब पांच दिन पहले से चल रही है. पुलिस ने कुल 5 FIR दर्ज की है. साथ ही 39 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस 60 से अधिक सीसीटीवी की फुटेज खंगाल रही है.
वहीं गिरफ्तार लोगों के परिजन, उन्हें बेगुनाह बता रहे हैं. किसी का कहना है कि उनके घर का आदमी दवा लेने गया था तो किसी का कहना है कि उनका बेटा घर पर खाना खाने के लिए आ रहा था. पुलिस ने यह भी दावा किया है कि भीड़ में से कुछ लोगों ने पत्थरबाजी भी की है. बरेली जिले के लिए पीलीभीत जिले से दो थाना इंचार्ज, 6 इंस्पेक्टर समेत 150 अधिकारी और सिपाही रवाना हो गए हैं. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अन्य जिलों से पुलिस बल की तैनाती की जा रही है. हालांकि अभी बरेली शहर में माहौल शांत है.
सोची समझी साजिश के तहत हुई हिंसा
बरेली डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि विकास की रफ्तार को रोकने के लिए बरेली में बड़ी साजिश रची गई. सोची समझी साजिश के तहत बरेली में बवाल को अंजाम दिया गया. अब तक 10 एफआईआर दर्ज की गई है और 35 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. पर्दे के पीछे बैठे लोग कितने भी ताकतवर होंगे, खींचकर बाहर लाएंगे. शरारती तत्वों पर बेहद सख्त कार्रवाई की जाएगी. बरेली हिंसा का वीडियो सामने आ गया है, जिसमें गली में से कुछ लोग पुलिस की टीम पर पत्थरबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि पुलिस उन्हें बार-बार रुकने को कह रही है. जब पत्थरबाज नहीं माने तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े.
बरेली हिंसा की जांच के दौरान पता चला है कि हिंसा की प्लानिंग 5 दिन से चल रही थी. पुलिस के मुताबिक साजिश में जो भी लोग शामिल थे उनकी पहचान की जा रही है. इसके अलावा सभी उपद्रवियों और साजिश में शामिल लोगों पर NSA के तहत कार्रवाई की जाएगी. ऑर्गनाइजर्स के खिलाफ भी NSA लगाने की तैयारी की जा रही है. बरेली में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के दौरान हुए बवाल के बाद पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है. चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस तैनात है. हालांकि राहत की बात यह है कि शहर का माहौल सामान्य है. स्कूल-बाजार खुले हुए हैं.
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें