Pahalgam: क्या शहीद की मां को भी जाना होगा Pakistan, क्या बोली J&K Police ?
Pahalgam हमले के बाद मोदी सरकार ने पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने का आदेश सुनाया तो इसी बीच एक ऐसी खबर आई कि जिस शहीद की मां को खुद देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने हाथों से शौर्य चक्र दिया था, उस मां को भी भारत छोड़ कर पाकिस्तान जाना होगा !
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जिस पहलगाम को भारत का मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है. जिस पहलगाम में घूमने के लिए देश-दुनिया से लोग कश्मीर आते हैं. उस पहलगाम में पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को धर्म पूछ कर 25 हिंदुओं समेत 26 लोगों की जान ले ली. इस हिंसक वारदात के बाद मोदी सरकार ने भी तगड़ा एक्शन लेते हुए पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने का आदेश सुना दिया. और इस एक आदेश के बाद अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान जाने वालों की लाइन लग गई.
पहलगाम हमले के बाद मोदी सरकार ने जब भारत में रह रहे पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का आदेश दिया तो.इस एक आदेश के बाद हैरान कर देने वालीं तस्वीरें सामने आईं... कोई चालीस साल से भारत में रह रहा था तो कोई दस साल से रहा था. जब सरकार ने पाकिस्तान जाने का आदेश सुनाया तो रोने लगीं.
पहलगाम हमले के बाद मोदी सरकार ने भारत छोड़ने का आदेश सुनाया तो कुछ इसी तरह से कोई रोता नजर आया तो कोई सरकार के फैसले पर नाराज नजर आया. तो वहीं इसी बीच एक ऐसी खबर आई कि जिस शहीद की मां को खुद देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने हाथों से शौर्य चक्र दिया था. उस मां को भी भारत छोड़ कर पाकिस्तान जाना होगा.
राष्ट्रपति भवन में जिस शहीद कॉन्स्टेबल मुदस्सिर अहमद की वीरता के किस्से सुनाए जा रहे हैं. जिस शहीद की मां को खुद पीएम मोदी ने प्रणाम किया. उस शहीद की मां के बारे में कहा जा रहा है कि. मोदी सरकार के आदेश के बाद अब उन्हें भी देश छोड़ कर पाकिस्तान जाना होगा.
सरफराज खान नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा "शौर्य चक्र तो दिया पर दिल में कुछ और था, सलाम है मुद्दसिर जी को जिनका दिल हर हिंदुस्तानी मुसलमान की तरह पाक साफ था"
एक सोशल मीडिया हैंडल से लिखा गया "अगर मुदस्सर को पता होता कि उसकी कुर्बानी का यह अंजाम होगा तो वो कभी अपनी जान ना देता, इस तरह किसी शहीद की मां के साथ बर्ताव नहीं किया जाना चाहिए, शर्म आती हैं ऐसे लोगों पे जो देश चला रहे हैं"
सुहैल अहमद नाम के एक यूजर ने लिख दिया "मुदस्सिर अहमद शेख पुलिस में थे, जैश के तीन आतंकियों को मार गिराया था और वीरगति को प्राप्त हुए थे, उनकी शहादत के बाद संवेदना प्रकट करने अमित शाह उनके घर भी गए थे, 2023 में मुदासिर की मां शमीमा को शौर्य चक्र दिया , हाईकोर्ट के निर्णय के बाद वे 45 साल से कश्मीर में थीं, शौर्य चक्र विजेता मुदस्सिर की मां को अब पाकिस्तान डिपोर्ट करने का निर्णय है लेकिन सीमा हैदर इधर ही रहेगी"
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा "माफ करना भारत मां के वीर सपूत मुदस्सिर शेख, राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर की जा रही कार्रवाई में आपके परिवार को परेशान होना पड़ रहा है, भारतीय लोकतंत्र दुनिया का सबसे संवेदनशील और सबसे बेहतरीन लोकतंत्र है जो बाबा साहब के संविधान पर आधारित है, राष्ट्रपति जी न्याय करो"
दरअसल कुछ न्यूज चैनलों ने खबर चलाई कि पाकिस्तान में पैदा हुईं शहीद मुद्दसिर अहमद की मां को भी भारत छोड़ कर पाकिस्तान जाना पड़ेगा. जिसके बाद सोशल मीडिया में कुछ इसी तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं. हालांकि कुछ ही देर बाद जम्मू कश्मीर पुलिस के बारामुला डिस्ट्रिक्ट हेडक्वॉर्टर से सफाई दी गई कि शहीद की मां के भारत छोड़ कर जाने की खबर पूरी तरह से गलत है.वो भारत छोड़ कर कहीं नहीं जा रही हैं. तो वहीं इसी बीच शहीद मुदस्सिर अहमद के माता को भी बयान सामने आ गया कि वो अपना मुल्क भारत छोड़ कर कहीं नहीं जा रही हैं.
दरअसल पहलगाम हमले के बाद मोदी सरकार ने सभी पाकिस्तानियों को किसी भी कीमत पर भारत छोड़ने का आदेश दिया है. इसी बीच जम्मू कश्मीर पुलिस शहीद की मां शमीमा अख्तर के घर पहुंच गईं उन्हें श्रीनगर ले जाने के लिए. क्योंकि उनकी तबीयत खराब थी. लेकिन घर के बाहर पुलिस देखते ही किसी ने ये अफवाह फैला दी की उन्हें भी सरकार ने पाकिस्तान जाने का आदेश सुना दिया है. क्योंकि उनका जन्म भी पाकिस्तान में हुआ है. हालांकि 1982 में वो भारत आ गईं थीं. और यहीं की होकर रह गईं. इसी हिंदुस्तान में उनके पति मोहम्मद मसूद ने पुलिस में सेवा दी. और उनके बेटे कॉन्सटेबल मुदस्सिर अहमद ने देश के लिए शहादत दी. जिसके लिए भारत सरकार ने उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा.और अब उनकी मां के पाकिस्तान जाने की खबरें चलाई जाने लगीं जो पूरी तरह से फर्जी निकलीं.
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