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भारत ने माइंड गेम में भी पाकिस्तान को दी थी पटखनी, पहले डमी जेट भेजकर छकाया...लोकेशन पता की और फिर ब्रह्मोस ने ध्वस्त कर दिया उसका एयर डिफेंस

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में न सिर्फ अपने युद्ध कौशल बल्कि अद्भुत रणनीतिक कौशल का परिचय दिया. भारत ने पाक की ओर मिसाइल से पहले डमी जेट्स भेज जिसे देख उसने अपना रडार, मिसाइल सिस्टम एक्टिवेट कर दिया, फिर क्या था, भारतीय सेना को उनकी लोकेशन पता लग गई. जिसे ब्रह्मोस मिसाइल की बौछार से तबाह कर दिया गया.

भारत और भारतीयों का युद्ध कौशल प्राचीन काल से ही प्रसिद्ध रहा है. भारत का सैन्य इतिहास अत्यंत समृद्ध और गौरवशाली रहा है, लेकिन ऑपरोशन सिंदूर में भारतीय सेना ने जिस प्रिसिजन, कौशल और एकजुटता से पाकिस्तान को जंग के हर क्षेत्र में पटखनी दी उसका चर्चा आने वाले समय में होती रहेगी. भारत ने पाक को न सिर्फ आमने-सामने की लड़ाई में मात दी बल्कि उसे माइंड गेम में भी हरा दिया. करीब 4 दिन तक चले तनाव में PAK को उठने का मौका तक नहीं मिला, सतह से लेकर हवा में भी, हर एरिया में उसे मात मिली, खासकर उसका एयर पावर तो बैठ ही गया या यूं कहें कि उसे नेस्तनाबूद कर दिया गया. भारतीय वायु सेना के फाइटर जेट्स, ड्रोन्स, एयर डिफेंस सिस्टम और ब्रम्होस मिसाइल ने तो कमाल किया ही, भारत के रणनीतिकारों ने पाकिस्तानियों के डंब दिमाग को भी एक्सपोज कर दिया.

डमी फाइटर जेट्स, चक्रव्यूह में फंसा पाकिस्तान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंटिग्रेटेड कमांड के तहत पाकिस्तान  की हर गतिविधि पर नजर रख रहे अधिकारियों ने दिमागी श्रेष्ठता का परिचय तब दिया जब उन्होंने पाक आर्मी को छकाने और भरमाने के लिए एक डमी जेट ही उसकी ओर भेज दिया. अब इसकी काफी चर्चा हो रही है. 

दरअसल, भारत ने पाकिस्तान के रडार सिस्टम को एक्टिवेट करने के लिए एक डमी जेट्स का सहारा लिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक पाक की ओर भारत की तरफ से डमी जेट भेजा गया, जो उनके रडार सिस्टम पर फाइटर जेट्स की तरह दिख रहे थे. दुश्मन ने इसे ही असली समझा और इन्हें गिराने के लिए अपना रडार और डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया. बस क्या था, हमारी सेना को उनकी कीमती मिसाइल डिफेंस सिस्टम का ठिकाना पता लग गया. इसके बाद पाकिस्तानी एयरबेस पर हमारी ब्रम्होस मिसाइलों की बौछार शुरू कर दी, जिसने PAK Airforce की कमर तोड़ दी.

'पाकिस्तान ने अपने रडार सिस्टम और मिसाइल डिफेंस सिस्टम की लोकेशन को खुद किया एक्सपोज'

आपको बता दें कि पाकिस्तान पर सटीकता और प्रभावी अटैक करने के लिए भारतीय सेना के अधिकारियों के लिए जरूरी था कि उन्हें पाकिस्तान के रडार सिस्टम और मिसाइल डिफेंस सिस्टम की लोकेशन की एक्चुअल जानकारी हो, जाहिर है कोई देश इतनी आसानी से इसे एक्सपोज तो करेगा नहीं, लेकिन NDA, IMA और वॉर कॉलेज में ट्रेनिंग के दौरान जो चीजें उन्हें सिखाई गईं, उसकी उपयोगिता यहां उन्होंने साबित कर दी. ऐसी युद्धक रणनीति और बुद्धिमता का परिचय दिया कि पाकिस्तान अब भी समझ नहीं पाया है कि उसके साथ हुआ क्या. कुल मिलाकर भारत ने गिदड़भभकी दे रहे गीदड़ को उसकी मांद से निकालकर उसे दबोच लिया और बर्बाद कर दिया. पाक, भारत की इस चाल के सामने पानी मांगता नज़र आया.

रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने पहले चरण में पायलट रहित जेट विमानों (Dummy Jets) को पाकिस्तान की सीमा की ओर भेजा. इन विमानों का मुख्य उद्देश्य हमला करना नहीं था, बल्कि पाकिस्तान की वायुसेना को भ्रमित करना और उन्हें प्रतिक्रिया देने पर मजबूर करना था. जैसे ही ये डमी जेट पाकिस्तानी एयरस्पेस के करीब पहुँचे, पाकिस्तान ने इन्हें असली खतरा मानते हुए अपने रडार सिस्टम को सक्रिय किया, एंटी-एयरक्राफ्ट डिफेंस सिस्टम और मिसाइल डिफेंस यूनिट्स को अलर्ट मोड में डाल दिया.

यह एक दुर्लभ अवसर था. भारतीय इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस यूनिट्स (ELINT) और सैटेलाइट सर्विलांस सिस्टम्स ने पाकिस्तान की सभी सक्रिय रडार और मिसाइल डिफेंस लोकेशनों को ट्रैक कर लिया. इस प्रक्रिया को ‘Radar Mapping’ कहा जाता है, जिसमें दुश्मन के एक्टिव डिफेंस सिस्टम की लोकेशन, फ्रिक्वेंसी, और ऑपरेशनल स्ट्रेंथ का पता लगाया जाता है. 

इसके बाद भारत की मिसाइलों ने पाकिस्तान पर शुरू किया मिशन प्रलय. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर हमला कर उनके बुनियादी ढांचे और एयर डिफेंस नेटवर्क को नष्ट करने के लिए अभियान चलाया, जिसमें चीन की एचक्यू-9 प्रमाली भी शामिल है.  भारत को जानकारी मिल चुकी थी कि पाकिस्तानी वायुसेना ने चकलाला एयर बेस समेत कई जगहों पर एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम तैनात कर रखा था. 

पाकिस्तान के ये रडारऔर मिसाइल डिफेंस सिस्टम जैसे ही एक्टिवेट हुए भारत ने कामिकोज ड्रोन्स जैसे हारोप से हमला किया. इन हमले में पाकिस्तान का एयर डिफेंस नेटवर्क बुरी तर चौपट हो गया.

क्या होते हैं डमी फाइटर जेट्स? 
डमी फाइटर जेट्स आमतौर पर मानवरहित हवाई वाहन (UAV) या पायलट रहित टारगेट विमान होते हैं, जो वास्तविक फाइटर जेट्स के रडार, इन्फ्रारेड, या दृश्य हस्ताक्षर की नकल करते हैं. इनका उपयोग दुश्मन की हवाई रक्षा को भ्रमित करने, उनके रडार और मिसाइल सिस्टम को उजागर करने, या वास्तविक हमले से ध्यान भटकाने के लिए किया जाता है. 

भारतीय वायु सेना ने कैसे किया डमी जेट्स का उपयोग?

IAF ने पायलट रहित UAVs का उपयोग किया, जो रडार पर सुखोई Su-30MKI या मिग-29 जैसे जेट्स की तरह दिखते थे. इन डिकॉय ने पाकिस्तान की हवाई रक्षा, जैसे चीनी HQ-9 मिसाइल सिस्टम, को सक्रिय करने के लिए मजबूर किया, जिससे उनकी स्थिति उजागर हुई. इसके बाद IAF ने हारोप ड्रोन, 15 ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलें, और राफेल जेट्स से स्कैल्प मिसाइलें दागीं, जिससे पाकिस्तान के 11 हवाई अड्डे नष्ट हुए.

पाकिस्तान के साथ पहलगाम हमले के बाद हुए सैन्य तनाव में कब-क्या हुआ? 
भारत ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले का आतंकियों से बदला लेने के लिए पाकिस्तान के अंदर घुसकर कार्रवाई की, और ऑपरेशन का नाम दिया ‘ऑपरेशन सिंदूर.’ 7 मई को सेना ने सिर्फ आतंकवादियों के अड्डों पर हमला किया. भारत के इस जवाबी वार के पलटवार में 7 से 9 मई के दौरान पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में भारत ने लाहौर समेत पाकिस्तान के कई एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया.

साथ ही, भारत ने 9-10 मई की रात पाकिस्तान के 11 एयरफोर्स बेस पर जवाबी कार्रवाई की, जिनमें नूर खान, रफीकी, मुरिदके, सुक्कुर, सियालकोट, पसरूर, चुनीयन, सरगोधा, स्कारु, भोलारी और जैकोबाबाद शामिल हैं. यह पहला मौका था, जब किसी देश ने परमाणु क्षमता से लैस राष्ट्र के एयरफोर्स कैंपों को सफलतापूर्वक नुकसान पहुंचाया.

इन हमलों में पाकिस्तान के एफ-16 और जेएफ-17 लड़ाकू विमानों वाले बेसों को नुकसान पहुंचा, जिससे पाकिस्तानी वायुसेना की 20 प्रतिशत इंफ्रास्ट्रक्चर तबाह हो गई.

वहीं, भोलारी एयरबेस पर हुए हमले में पाकिस्तान के स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ समेत 50 से अधिक सैन्यकर्मियों की मौत हो गई और कई लड़ाकू विमान नष्ट हो गए.

भारत के ताबड़तोड़ हमलों से घबराए पाकिस्तान ने भारतीय सेना के DGMO को फोन किया और शांति की गुहार लगाई, जिसे अपनी शर्तों पर मानते हुए हिंदुस्तान ने 10 मई की शाम 5 बजे से लागू कर दिया. बाद में पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में स्पष्ट कर दिया किया सैन्य कार्रवाई सिर्फ स्थगित हुई है, खत्म नहीं. जब भी आतंकवादी हमले होंगे, भारत उसे युद्ध मानकर अपने अनुसार, अपनी शर्तों पर मुंहतोड़ जवाब देगा.

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