'तकनीकी गड़बड़ी नहीं, जानबूझकर गिराया गया प्लेन...', अहमदाबाद विमान हादसे पर एक्सपर्ट ने किया बड़ा दावा
अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे पर भारत के टॉप एविएशन एक्सपर्ट कैप्टन मोहन रंगनाथन ने बड़ा दावा करते हुए इस हादसे की गुत्थी और उलझा दी है. मामले की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद अब इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद ये हादसा किसी तकनीकी गड़बड़ी के बजाय किसी पायलट की गलती के कारण हुआ है.
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भारत के टॉप एविएशन एक्सपर्ट में से एक कैप्टन मोहन रंगनाथन ने ईंधन कटऑफ स्विच और कॉकपिट ऑडियो की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए कहा है कि दुर्घटना जानबूझकर की गई कार्रवाई का नतीजा हो सकती है.
जानबूझकर पायलट ने किया ईंधन बंद
कैप्टन मोहन रंगनाथन ने इशारा किया है कि यह दुर्घटना कॉकपिट में जानबूझकर की गई कार्रवाई यानी आत्महत्या का नतीजा हो सकता है. टीवी चैनल एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक जब उनसे पूछा गया कि क्या पायलटों में से किसी ने जानबूझकर ईंधन बंद कर दिया था, जबकि वह पूरी तरह से जानता था कि ऐसा करने से दुर्घटना हो सकती है, तो कैप्टन रंगनाथन ने कहा, बिल्कुल, यह काम हाथ से ही करना पड़ता है.
कैप्टन रंगनाथन से जब पूछा गया कि क्या ड्रीमलाइनर के इंजनों में फ्यूल बंद करने का कोई तरीका है, तो उन्होंने कहा कि यह काम ऑटोमेटिक रूप से या बिजली गुल होने पर नहीं हो सकता क्योंकि फ्यूल सेलेक्टर्स स्लाइडिंग प्रकार के नहीं होते. इन्हें एक स्लॉट में रहने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और इन्हें ऊपर या नीचे करने के लिए आपको इन्हें बाहर निकालना पड़ता है. इसलिए, अनजाने में इन्हें ‘बंद’ स्थिति में ले जाने की संभावना नहीं बनती. यह निश्चित रूप से जानबूझकर मैन्युअल रूप से ‘बंद’ करने का मामला है.
दुर्घटना से पहले लंबी मेडिकल छुट्टी पर था पायलट
कैप्टन रंगनाथन का यह बयान भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के 12 जून को हुए विमान हादसे की प्रारंभिक जांच प्रकाशित होने के मात्र 24 घंटे बाद आई है. इस हादसे में विमान में सवार 241 लोग और जमीन पर 19 अन्य लोग मारे गए थे. 2011 में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के व्यावसायिक सेवा में आने के बाद से यह विमान दुर्घटना पहली घातक दुर्घटना थी. कैप्टन रंगनाथन ने दावा किया कि एयर इंडिया के कई सेवारत पायलटों ने उन्हें बताया था कि विमान चालक दल के एक सदस्य की मेडिकल हिस्ट्री का पता था तथा वह दुर्घटना से पहले लंबी मेडिकल छुट्टी पर था.
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