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पुणे के 500 से ज्यादा टूरिस्ट जम्मू कश्मीर में फंसे, फणडवीस सरकार ने भेजे विशेष विमान

पहलगाम हमले को लेकर पूरा देश गुस्से में है जहां मोदी सरकार एक्शन में जुटी हुई है वहीं दूसरी तरफ अलग अलग राज्यों के मुख्यमंत्री भी हमले की निंदा कर रहे हैं वहीं इस आतंकी हमले में महाराष्ट्र के 6 लोगों की मौत हुई है जिसको लेकर देवेंद्र फडणवीस काफी गुस्से में हैं ऐसे में महाराष्ट्र सरकार ने पीड़ितों के लिए तुरंत हेल्पलाइन नंबर जारी किए है. साथ ही जम्मू कश्मीर में फंसे लोगों को लाने के लिए विशेष विमान भी भेजा है

पहलगाम के आतंकी हमले ने पूरे देश का ख़ून खौला दिया..सबको दहला दिया. क्योंकि आतंकियों ने गोलियों की तड़तड़ाहट से इस कदर क़हर बरपाया.. कि एक झटके में हंसते खेलते चेहरे मौत की नींद सुला दिया.. महिलाएं चीखती रह गई.. बच्चे चिल्लाते रह गए.. आंसुओं की धारा ने सबका कलेजा पसीज दिया.. लेकिन आतंक का मजहब के नाम पर घिनौना खेल खत्म नहीं हुआ.. जहां एक तरफ़ प्रधानमंत्री मोदी से लेकर अमित शाह-राजनाथ सिंह आतंक और उसके पालने वाले पाकिस्तान की ताबड़तोड़ फैसलों से कमर तोड़ रहे हैं.. तो वहीं यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक सुरक्षा व्यवस्था ना सिर्फ टाइट कर दी गई है.. बल्कि  मुख्यमंत्री तक एक्शन मोड में आ गए हैं…वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तो इस हमले पर भयंकर भड़के.. और पीड़ित परिवारों को आश्वासन दिया.. कि आतंकियों का हिसाब ऐसा किया जाएगा.. कि पाकिस्तान भी घुटनों पर आ जाएगा.. देवेंद्र फडणवीस ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि
"भारत मास्टरमाइंड को नहीं छोड़ेगा. केंद्र सरकार सही समय पर और उचित कार्रवाई करेगा. यह घटना निंदनीय है ये एक प्रकार से भारत को विभाजित करने का प्रयास था कश्मीर हमले का उद्देश्य सभी को अपना काम बंद करने पर मजबूर करना है हम उनके एजेंडे के आगे नहीं झुकेंगे हम अपना काम पूरा करने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे"

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इसलिए ज्यादा गुस्से में है क्योंकि पहलगाम आतंकी हमले में महाराष्ट्र के एक दो नहीं बल्कि 6 लोग मारे गए हैं.जिसमें 

पुणे के संतोष जगदाले पर आतंकी हमला हुआ.  पुणे के ही कौस्तुभ गंबोटे पर आतंकी हमला हुआ. ठाणे के संजय लेले पर आतंकी हमला हुआ. ठाणे के अतुल मोने पर आतंकी हमला हुआ. ठाणे के हेमंत जोशी पर आतंकी हमला हुआ. मुंबई के दिलीप डिसले आतंकी हमले का शिकार हुए.

पीड़ित परिवारों को सरकार हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश में जुट गई है.. सरकार की तरफ़ से पीड़ित परिवारों को लेकर तुरंत बड़े कदम उठा लिए  हैं..

महाराष्ट्र में पीड़ित परिवारों को सरकार की ओर से 5-5 लाख का मुआवजा दिया जाएगा. जम्मू कश्मीर में अभी भी फंसे महाराष्ट्र के लोगों को जल्द से जल्द सकुशल लाने का प्रबंधन भी सरकार की तरफ़ से करवाया गया है पुणे के 500 से ज्यादा पर्यटक इस समय जम्मू कश्मीर में फंसे हैं
फंसे लोगों को वापस लाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है।विशेष उड़ानों के जरिए 182 पर्यटकों को पहले वापस लाया जा रहा है

जैसे ही आतंकी हमले में पहलगाम से चीख पुकार की आवाज बाहर आई.. सेना ने मोर्चा संभाला.. चारों तरफ़ से जम्मू कश्मीर को घेरा.. वैसे ही घाटी में अलग अलग जगहों पर घूम रहे पर्यटकों का भी दिल दहल गया.. डर सताने लगा.. कि ना जाने कौन सी गली से दहशतगर्त आ जाएंगे.. और तबाही मचा जाएंगे.. वा जाने कब किसकी जिंदगी दांव लग जाएगी.. डर की वजह से तुरंत पर्यटक जम्मू कश्मीर छोड़ने एयरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेशन तक जुटने लगे.. और अपने अपने राज्यों की सरकारों से मदद की गुहार लगाने लगे.. ऐसे में एक तरफ़ प्रधानमंत्री मोदी से लेकर अमित शाह तक मोर्चा संभाले हुए थे.. तो दूसरी तरफ़ फडणवीस अपने राज्य के लोगों को किसी तरह वापस लाने के मिशन में जुट गए थे.. तुरंत हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए.. शवों को वापस लाने की व्यवस्था करवाई गई.. और आतंक के ख़िलाफ़ गुस्सा जाहिर किया.. ऐसे में चारों तरफ़ से माँग उठ ही रही थी कि मोदी सरकार ने सबसे पहला कदम उठाते हुए पाकिस्तान को पांच झटके एक साथ दे दिए.. सिंधू जल संधि को सस्पेंड किया..  वीजा सस्पेंड किया… पाक उच्चायोग पर एक्शन लिया.. बॉर्डर पर आवाजाही को रोक दिया.. और अब प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार पहुंचते ही एक और बड़ा ऐलान कर दिया कि आतंकवादियों को कमर तोड़ी जाएगी.. अभी तो शुरूआत है ऐसा एक्शन होना.. जिसे पूरी दुनिया याद रखेगी… 

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