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JNU में एक बार फिर लेफ़्ट का दबदबा, AISA के नीतीश बने अध्यक्ष, ABVP को भी बड़ी उपलब्धि लगी हाथ

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नतीजे रविवार की देर शाम घोषित हुए. इन नतीजे में एक बार फिर लेफ्ट गठबंधन का बोलबाला देखने को मिला है, गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सेंट्रल पैनल की तीन हम सीटों पर जीत हासिल की है.

28 Apr, 2025
( Updated: 28 Apr, 2025
11:24 AM )
JNU में एक बार फिर लेफ़्ट का दबदबा, AISA के नीतीश बने अध्यक्ष, ABVP को भी बड़ी उपलब्धि लगी हाथ
राजधानी दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नतीजे रविवार की देर शाम घोषित हुए. इन नतीजे में एक बार फिर लेफ्ट गठबंधन का बोलबाला देखने को मिला है, गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सेंट्रल पैनल की तीन हम सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी एक सीट पर जीत हासिल की है. 

नीतीश बने छात्रसंघ के अध्यक्ष

जेएनयू छात्र संघ चुनाव को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जीत का दावा किया था लेकिन नतीजा इससे बिल्कुल उलटे साबित हुए. AISA-DSF गठबंधन के प्रत्याशी नीतीश कुमार अध्यक्ष पद पर बड़ी जीत हासिल की. नीतीश को 1702 वोट मिले जब के उनके निकटतम प्रतिबंध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की शिखा को 1430 वोट मिलें. वही उपाध्यक्ष पद पर DSF की मनीषा ने बाजी मारी जिन्हें 1150 वोट मिले जबकि उनके नजदीकी एबीवीपी प्रतिद्वंद्वी नीतू को 1116 बात मिले और मुन्तेहा फातिमा महासचिव पर पर जीत हासिल की. 

जीत के बाद बोले नीतीश 

AISA से चुने गए अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा, "इस कैंपस में लगातार फंड काटा जा रहा है. हम सरकार के खजाने से खींच कर फंड लाएंगे. कैंपस के आधारभूत संरचना को जो बर्बाद किया गया है उसको बेहतर किया जाएगा. JNU प्रवेश परीक्षा के अपने मॉडल को दोबारा शुरू किया जाएगा. इस कैंपस का वामपंथ का आंदोलन खड़ा है। यदि ABVP का संयुक्त सचिव(वैभव मीना) इस कैंपस के दिए हुए जनादेश से एक कदम भी हिलने की कोशिश करता है, यदि वे JNU के खिलाफ एक शब्द भी बोलने की कोशिश करता है तो पूरा पैनल उसके सामने खड़ा होगा. उसको चेतावनी है कि JNU के खिलाफ एक शब्द भी बोलने की कोशिश ना करें."

ABVP का संयुक्त सचिव पद पर कब्जा

छात्र संघ चुनाव में संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के वैभव मीना ने जीत हासिल की है, उन्हें 1518 वोट मिले. इसके अलावा एबीवीपी ने 42 में से 23 सीटें जीतकर काउंसिलर चुनावों में इतिहास रचा है. एबीवीपी के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. ABVP के ये साल 1999 के बाद अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन माना जा रहा है. 

बताते चलें कि बीते शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव के लिए मतदान हुआ था जिसमें कुल 70% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. जो चुनाव प्रक्रिया में छात्रों की भागीदारी को दर्शाता है.

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