12 लाख पर इनकम टैक्स में छूट, मिडिल क्लास को Budget में बड़ा तोहफा
Budget 2025 लोकसभा में पेश कर दिया गया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जैसे ही 12 लाख पर टैक्स में छूट का ऐलान किया सदन तालियों से गूंज उठा. तो बाहर मिडिल क्लास के चेहरे पर मुस्कान खिल गई. लेकिन क्या है टैक्स में छूट का गणित. नए टैक्स स्लैब में क्या बदला है जानिए
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हर बार बजट में राहत की उम्मीद लगाए बैठे मिडिल क्लास वर्ग का इंतजार इस बार खत्म हुआ। मोदी सरकार 3.0 ने दूसरे बजट में मिडिल क्लास के लिए खुशियों का खजाना खोल दिया। टैक्स के बोझ का मारा आम आदमी बेचारा जितनी उम्मीद लगा रहा था उससे कहीं ज्यादा छूट मिल गई है, अब 12 लाख तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं। जी हां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में बड़ा ऐलान करते हुए टैक्स पेयर्स को बड़ी राहत दी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जैसे ही 12 लाख तक की इनकम पर टैक्स में छूट का ऐलान किया, संसद भवन तालियों से गूंज गया। मोदी मोदी के नारे लगे ।तालियों की ये गड़गड़ाहट जितनी सदन के अंदर थी उतनी सदन के बाहर भी सुनाई दे रही थी। जो आम आदमी नए टैक्स की आशंका से घिरा हुआ था, डरा हुआ था। उसका चेहरा नए टैक्स स्लैब के ऐलान के साथ ही खिल गया। वित्त मंत्री की इस घोषणा के बाद टैक्स पेयर्स को सीधा फायदा होगा।
बजट में टैक्स पेयर्स को बड़ी छूट दी गई है। अब 12 लाख तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। जबकि नौकरीपेशा लोगों को 12.75 लाख तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। 75 हजार का ये जो स्टैंडर्ड टैक्स डिडक्शन है वो केवल नौकरी वालों के लिए ही है। नौकरी के अलावा इनकम के दूसरे सोर्स पर टैक्स में छूट केवल 12 लाख तक ही मिलेगी। और जिनकी सैलरी 13 लाख है उन्हें टैक्स तो देना होगा। लेकिन नए स्लैब के हिसाब से उन्हें फायदा ही होगा। कैसे आइए समझते हैं। और नए पुराने टैक्स स्लैब में जो अंतर और कन्फ्यूजन है उसे भी दूर करते हैं।
पुराना स्लैब - नया टैक्स स्लैब
0 से 3 लाख - 0% टैक्स 0 से 4 लाख - 0
5 से 7 लाख - 5% टैक्स 4 से 8 लाख तक- 5%
7 से 10 लाख- 10% टैक्स 8 से 12 लाख तक- 10%
10 से 12 लाख- 15 % टैक्स 12 से 16 लाख तक- 15 %
12 से 15 लाख- 20 % टैक्स 16 से 20 लाख तक- 20 %
15 लाख से ज्यादा- 30% टैक्स 20 से 24 लाख तक- 25 %
24 से ज्यादा - 30 %
यहां पहले और अब के टैक्स स्लैब पर हमने नजर डाली। जिसमें ये तो साफ हो गया कि नए टैक्स पॉलिसी के हिसाब से 12 लाख की इनकम तक वालों को एक भी रुपया टैक्स नहीं देना। इसके अलावा नए बजट में टैक्स के गणित को समझें तो जिस राशि पर टैक्स रेट लगाए गए हैं उसमें भी फायदा ही फायदा है। क्योंकि
पहले 15 लाख से ज्यादा की इनकम वालों को 30 प्रतिशत टैक्स देना पड़ता था।
अब 12 से 16 लाख तक की इनकम पर महज 15 प्रतिशत टैक्स देना होगा ।
जबकि 16 से 20 लाख तक की इनकम पर 20 प्रतिशत टैक्स देना होगा।
20-24 लाख तक की इनकम पर 25 प्रतिशत टैक्स देना होगा।
24 लाख से ज्यादा इनकम पर 30 प्रतिशत टैक्स लगेगा।
यानि जो 30 प्रतिशत टैक्स पहले 15 लाख से ज्यादा की इनकम पर देना पड़ता था वो अब 24 लाख से ज्यादा की इनकम पर देना पड़ेगा। टैक्स पेयर्स को सीधे सीधे बड़ा फायदा यहां मिलता हुआ दिख रहा है।
टैक्स में छूट से कितना फायदा ?
8 लाख रुपए तक इनकम है तो 30 हजार तक का फायदा ।
9 लाख तक की इनकम है तो पर 40 हजार का फायदा।
10 लाख तक की इनकम पर 50 हजार का फायदा।
12 लाख तक की इनकम पर 80 हजार का फायदा ।
18 लाख तक की इनकम पर 70 हजार का फायदा ।
20 लाख तक की इनकम पर 90 हजार का फायदा ।
24 लाख तक की इनकम पर 1.10 लाख का फायदा ।
हालांकि अभी भी कुछ लोगों के मन में नए टैक्स स्लैब को लेकर कन्फ्यूजन है। कन्फ्यूजन ये है कि जब 12 लाख की इनकम तक कोई टैक्स नहीं है तो 4 लाख से ज्यादा की इनकम पर नए स्लैब में 5% टैक्स क्यों दिया हुआ है ? दरअसल, इसका सीधा सीधा मतलब टैक्स की गणना से है। यानि 12 लाख तक छूट की गणना इसी स्लैब के हिसाब से होगी। दरअसल, सरकार इनकम टैक्स एक्ट 87 ए के तहत रिबेट देती है। नए टैक्स स्लैब में ये रिबेट 60 हजार तक है यानि 12 लाख की इनकम पर बनने वाला 60 हजार का टैक्स अब रिबेट के तहत शून्य हो जाएगा। PIB के इस चार्ट से भी हम समझ सकते हैं अगर किसी की इनकम 8 लाख रुपये है तो मौजूदा स्लैब के मुताबिक उसे 30000 टैक्स देना होता है जबकि नए स्लैब के हिसाब से 20 हजार रुपये लेकिन यहां मिल जाएगा रिबेट का फायदा। ये एक तरह का मार्जिनल रिलीफ है।
हालांकि जहां सरकार की कोशिश आम आदमी को राहत देने की रही है वहीं, विपक्ष ने इस पर भी सवाल उठा दिए। विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, ये बजट अरबपतियों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया।
बहरहाल सरकार के अपने दावे हैं विपक्ष के अपने सवाल हैं। देखना ये है कि मिडिल क्लास को साधने की सरकार की ये कोशिश कितना रंग ला पाती है क्या नए बदलाव लेकर आती है?
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