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वाराणसी कचहरी में ACP और थानेदार की अधिवक्ताओं ने की जमकर पिटाई... SHO पर भी बरसाए थप्पड़, सामने आई VIDEO

बता दें कि मंगलवार को वाराणसी कचहरी में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच जमकर हाथापाई हुई है, जिसमें अधिवक्ताओं की संख्या ज्यादा होने से ACP, दारोगा और SHO की पिटाई का मामला सामने आया है.

वाराणसी कचहरी में अधिवक्ताओं ने एक दारोगा, SHO और ACP की बेरहमी से पिटाई की है. इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. खबरों के मुताबिक, दारोगा की पिटाई के बाद हालत गंभीर है और उन्हें बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि जब दारोगा की पिटाई हुई, तो उस दौरान ACP कैंट नितिन तनेजा और थाना प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत मिश्रा भी मौजूद थे. दोनों ने दारोगा को बचाने की काफी कोशिश की, इसके अलावा अधिवक्ताओं यानी वकीलों ने SHO को भी कई थप्पड़ लगाए.

वाराणसी कचहरी में अधिवक्ताओं ने की दारोगा की पिटाई

बता दें कि मंगलवार को वाराणसी कचहरी में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच जमकर हाथापाई हुई है, जिसमें वकीलों की संख्या ज्यादा होने से एक दारोगा की पिटाई का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि जब थानेदार अपनी टोपी को गिरने से बचाने के लिए नीचे झुके, तो उसी दौरान अधिवक्ताओं ने उन्हें हाथ में ले लिया और जमकर पिटाई की. फोर्स के साथ पास में मौजूद रहे दो अधिकारी किसी तरह से घायल दारोगा को अधिवक्ताओं के बीच से निकाल सके. इस पूरे घटनाक्रम का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. 

अधिवक्ताओं की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस

इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज और अन्य वीडियो के आधार पर दारोगा की पिटाई करने वाले अधिवक्ताओं की पहचान करने में जुटी हुई है. पुलिस इस मामले में 10 नामजद सहित कुल 50 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है. 

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि मंगलवार को वाराणसी कचहरी में परिवार न्यायालय कोर्ट के सामने स्थित भवन के निचले तल पर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने वकीलों ने दारोगा मिथिलेश प्रजापति पर अचानक से हमला कर दिया. इस दौरान उपनिरीक्षक खुद को बचाने के लिए अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम) के कार्यालय में घुस गए और दरवाजा बंद कर लिया. अधिवक्ताओं ने दरवाजा धकेलने की काफी कोशिश की और दरोगा को बाहर आने के लिए ललकारने लगे. घटना के दौरान मौजूद ACP कैंट नितिन तनेजा, थाना प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत मिश्रा भी पहुंचे और उन्होंने दरवाजे से वकीलों को हटाने की कोशिश की. 

अधिवक्ताओं ने जबरदस्ती दरवाजा खोला

अधिवक्ताओं ने धक्का-मुक्की करते हुए जबरदस्ती दरवाजे को खोल दिया. उसके बाद कार्यालय के अंदर मौजूद कोर्ट मोहर्रीर राम प्रसाद को भी दरोगा समझकर पीट दिया. इसके बाद फिर दारोगा प्रजापति को बाहर निकाल कर पीटना शुरू किया, इस दौरान थानाध्यक्ष ने दारोगा को भी बचाने की कोशिश की, तो वह भी अधिवक्ताओं का शिकार बन गए. वहीं मिथलेश नाली में गिर गए और उनके सिर पर गंभीर चोटे आई हैं. ACP और थाना प्रभारी घायल दारोगा को लेकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उनकी नाजुक हालत को देखते हुए बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है. 

आखिर क्यों हुआ दारोगा पर हमला?

बता दें कि कचहरी में दारोगा मिथिलेश प्रजापति पर हमले के पीछे का विवाद बीते शनिवार को समाधान दिवस से जोड़कर देखा जा रहा है. पुलिस की आरंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि समाधान दिवस पर बड़ा गांव थाने में अधिवक्ता से दुर्व्यवहार करने वाले दारोगा समझकर मिथिलेश प्रजापति पर हमला किया गया. खबरों के मुताबिक, बीते शनिवार को बड़ा गांव थाने में समाधान दिवस पर पहुंचे कुंवारी कला निवासी अधिवक्ता स्टे ऑर्डर लेकर आ गए थे. 

अधिवक्ताओं ने लगाया आरोप 

अधिवक्ताओं ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां के दारोगा ने विपक्षियों के साथ मिलकर दुर्व्यवहार किया था, जबकि पुलिस के अनुसार अधिवक्ता ने लेखपाल के साथ दुर्व्यवहार किया, तो उसे समझाया गया. अधिवक्ता जिला अस्पताल में भर्ती है. इधर मंगलवार को बड़ा गांव थाने से दारोगा मिथिलेश गोवर्धन निषेध अधिनियम के तहत कोर्ट से रिमांड पर्ची लेने पहुंचे थे, जहां पर अधिवक्ताओं ने उन पर अचानक से हमला बोल दिया. 

फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच-पड़ताल कर रही है. पुलिस दारोगा की पिटाई करने वाले अधिवक्ताओं पर जल्द से जल्द कार्रवाई की तैयारी में है. 

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