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नक्सल प्रभावित इलाके में पहुंचकर गरियाबंद एसपी ने जीता दिल, 12 किमी की यात्रा के बाद जमीन पर बैठकर सुनी लोगों की समस्याएं

गांव में पहुंचकर एसपी निखिल राखेचा ने औपचारिकता की जगह सादगी को चुना. उन्होंने दरी बिछाकर जमीन पर बैठकर ग्रामीणों से सीधे संवाद किया. करीब दो घंटे तक चले इस संवाद में उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और उन्हें जल्द हल करने का भरोसा दिया.

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नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विश्वास का पुल बनाने के लिए गरियाबंद जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) निखिल राखेचा ने एक सराहनीय कदम उठाया. उन्होंने अपनी टीम के साथ जिले के सबसे दुर्गम और कभी नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले भालूडीगी इलाके का दौरा किया. एसपी और उनकी टीम ने 12 किलोमीटर की कठिन पहाड़ी यात्रा पैदल तय की, ग्रामीणों के बीच पहुंचे, जमीन पर बैठकर समस्याएं सुनीं और भरोसा दिलाया कि “पुलिस हमेशा उनके साथ है.”

7 घंटे की कठिन चढ़ाई कर भालूडीगी गांव पहुंचे एसपी निखिल

यह दौरा मैनपुर थाना क्षेत्र के कुल्हाड़ी घाट से शुरू हुआ, जहां से वाहन छोड़कर एसपी राखेचा और उनकी टीम ने पैदल यात्रा शुरू की. 7 घंटे की लगातार चढ़ाई के बाद वे भालूडीगी गांव पहुंचे. यह पहला मौका था जब जिले के एसपी ने इस दुर्गम इलाके में कदम रखा. एसपी के अचानक गांव पहुंचने से ग्रामीण भी चकित रह गए.

एसपी निखिल ने जमीन पर बैठकर सुनीं लोगों की समस्याएं 

गांव में पहुंचकर एसपी निखिल राखेचा ने औपचारिकता की जगह सादगी को चुना. उन्होंने दरी बिछाकर जमीन पर बैठकर ग्रामीणों से सीधे संवाद किया. करीब दो घंटे तक चले इस संवाद में उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और उन्हें जल्द हल करने का भरोसा दिया.

“हर नागरिक के साथ खड़ी है पुलिस” – एसपी राखेचा

एसपी ने कहा कि नक्सली ग्रामीणों की सादगी और अशिक्षा का फायदा उठाकर उन्हें गुमराह करते हैं. लेकिन अब पुलिस प्रशासन हर गांव तक पहुंचेगा और लोगों को यह भरोसा दिलाएगा कि कानून और शासन उनके साथ खड़ा है.

पुलिस ने लोगों को उपहार बांटे और साथ में खाना खाया

पुलिस टीम ग्रामीणों के लिए बच्चों के स्कूल बैग, साड़ी, छाता, टॉर्च जैसे आवश्यक सामान लेकर गई थी. इन उपहारों को बांटने के साथ-साथ उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठकर फूड पैकेट भी खाए, जिससे लोगों के साथ आत्मीय रिश्ता बना.

सिविक एक्शन के तहत पहली बार एसपी का दौरा

यह दौरा पुलिस के सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत किया गया, जो जनता और पुलिस के बीच विश्वास की डोर को मजबूत करने की पहल है. एसपी निखिल राखेचा की इस पहल की जिलेभर में सराहना हो रही है और इसे एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है.

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