कांग्रेस पार्टी की शिकायत पर भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और रिपब्लिक टीवी के जर्नलिस्ट अर्नब गोस्वामी के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. दोनों पर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप है.
भारतीय युवा कांग्रेस की शिकायत पर भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी के खिलाफ कथित रूप से झूठी जानकारी दर्शकों तक पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
झूठी जानकारी देने के आरोप में कांग्रेस ने दर्ज कराई FIR
भारतीय युवा कांग्रेस की विधिक इकाई के प्रमुख श्रीकांत स्वरूप की शिकायत पर मंगलवार को कर्नाटक में अर्नब गोस्वामी और अमित मालवीय के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 192 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना) और 352 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मालवीय और गोस्वामी ने ‘‘आपराधिक मंशा से प्रेरित होकर गलत सूचना का प्रसारण किया'' और तुर्किये के इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) का कार्यालय बताकर ‘‘झूठी जानकारी दी.''
कांग्रेस छवि धूमिल करने की कोशिश
श्रीकांत स्वरूप ने कहा, ‘‘यह कृत्य आपराधिक मंशा से भारतीय जनता को गुमराह करने, एक प्रमुख राजनीतिक दल की छवि को धूमिल करने, राष्ट्रवादी भावनाओं से खिलवाड़ करने, सार्वजनिक अशांति फैलाने और राष्ट्रीय सुरक्षा एवं लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने के उद्देश्य से किया गया.''
स्वरूप ने आगे कहा कि मालवीय और गोस्वामी का यह कृत्य भारत और तुर्किये के बीच तनावपूर्ण संबंधों की अस्थिर पृष्ठभूमि में उठाया गया है. स्वरूप ने आरोप लगाया, ‘‘मालवीय और गोस्वामी के कृत्य भारत की लोकतांत्रिक नींव, जन सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर हमला हैं. उन्होंने आपराधिक मंशा से झूठी खबर प्रसारित की जिसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के साथ जवाब दिया जाना चाहिए.''
स्वरूप ने भारतीय प्रेस परिषद, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, सीबीआई और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों से इस शिकायत पर तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया है.
अमित मालवीय ने X पर किया था पोस्ट
अमित मालवीय ने 17 मई को 'X' पर अर्नब गोस्वामी एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वो बता रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी का तुर्किये में रजिस्टर्ड ऑफिस है. मालवीय ने लिखा था - "राहुल गांधी को बताना चाहिए कि ऐसा करने की जरूरत क्यों पड़ी. यह हैरान और समझ से बाहर का मामला है. देश को इसका सच जानने का हक है.
इसी वीडियो को लेकर शिकायत में कहा गया है कि ऐसा सोची-समझी रणनीति के तहत देश की जनता को गुमराह और कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने के लिए किया गया है. यह लोगों की भावनाओं को भड़काने, देश की सुरक्षा और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश है.