'राज कुंद्रा की किडनी मत लीजिएगा, वह मांस और शराब से अशुद्ध हो चुकी है...' प्रेमानंद महाराज से फलाहारी महाराज की अपील
स्वामी दिनेश फलाहारी ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि राज कुंद्रा मांस और मदिरा का सेवन कर चुके हैं, जिससे उनकी किडनी "अशुद्ध" हो सकती है और ऐसी किडनी संत के लिए उपयुक्त नहीं है. उन्होंने कहा, “ऐसी किडनी उन्हें बेचैन कर सकती है.”
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वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज, जिनकी दोनों किडनियाँ लंबे समय से खराब हैं, को लेकर इन दिनों एक नई बहस छिड़ गई है. संत प्रेमानंद जी की सेवा और चिकित्सा के लिए किडनी दान देने को लेकर अब धार्मिक और सामाजिक दायरे में चर्चा तेज हो गई है.
राज कुंद्रा ने महाराज को अपनी किडनी दान करने की इच्छा जताई थी
14 अगस्त को फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी अपने पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा के साथ वृंदावन स्थित केली कुंज आश्रम पहुँची थीं. इस दौरान राज कुंद्रा ने संत प्रेमानंद महाराज को अपनी किडनी दान करने की इच्छा जताई थी. इस खबर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर विभिन्न तरह की प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं.
दिनेश फलाहारी महाराज ने जताई आपत्ति
इसी बीच, श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास, मथुरा के अध्यक्ष और श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद के मुख्य याचिकाकर्ता स्वामी दिनेश फलाहारी महाराज ने एक पत्र के माध्यम से प्रेमानंद महाराज से अनुरोध किया है कि वे राज कुंद्रा की किडनी स्वीकार न करें.
स्वामी दिनेश फलाहारी ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि राज कुंद्रा मांस और मदिरा का सेवन कर चुके हैं, जिससे उनकी किडनी "अशुद्ध" हो सकती है और ऐसी किडनी संत के लिए उपयुक्त नहीं है. उन्होंने कहा, “ऐसी किडनी उन्हें बेचैन कर सकती है.”
फलाहारी किडनी देने की पेशकश
अपने पत्र में स्वामी दिनेश फलाहारी महाराज ने प्रेमानंद जी को फलाहारी और शुद्ध सनातनी किडनी देने की पेशकश की है. उन्होंने लिखा कि वे स्वयं वर्षों से फलाहार पर जीवन जी रहे हैं और श्रीकृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति के लिए लगातार संघर्षरत हैं.
उन्होंने यह भी आग्रह किया कि संत प्रेमानंद महाराज अपने करोड़ों अनुयायियों से अपील करें कि देशभर के प्रत्येक जनपद में गौशालाएँ स्थापित की जाएँ ताकि गौमाता का संरक्षण किया जा सके.
लम्बे समय से किडनी की परेशानी से पीड़ित है संत प्रेमानंद महाराज
प्रेमानंद महाराज कई बार सार्वजनिक रूप से अपनी की खराबी का जिक्र कर चुके हैं. देशभर में उनके लाखों अनुयायी हैं, जो उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं और लगातार उनके लिए प्रार्थनाएँ कर रहे हैं.
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