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बचपन के स्कूल में पहुंचे CM Yogi को याद आई पुरानी बात, छड़ी से डरते थे योगी !

CM Yogi देवभूमि उत्तराखंड में स्थित अपने गांव पंचूर गये तो एक अलग ही अंदाज में नजर आए, कभी किसी बच्चे को गोद में लेकर उसके साथ खेलते नजर आए तो कभी अपनी नातिन के साथ प्यार दुलार करते नजर आए, इस दौरान सीएम योगी ठांगर में स्थित उस स्कूल भी गये जहां कभी वो बचपन में पढ़ने जाया करते थे !

उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़क मिजाज से भला कौन वाकिफ नहीं होगा। कैसे कभी सदन से माफियाओं को ललकारते हैं। तो कभी मंच से विरोधियों पर दहाड़ते हैं।

सदन से लेकर सड़क तक अक्सर कड़क मिजाज में नजर आने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ जब कुछ ही दिनों पहले देवभूमि उत्तराखंड में स्थित अपने गांव पंचूर गये तो एक अलग ही अंदाज में नजर आए।कभी किसी बच्चे को गोद में लेकर उसके साथ खेलते नजर आए तो कभी अपनी नातिन के साथ प्यार दुलार करते नजर आए.।इस दौरान सीएम योगी ठांगर में स्थित उस स्कूल भी गये। जहां कभी वो बचपन में पढ़ने जाया करते थे।

सीएम योगी लंबे समय बाद अपने बचपन के स्कूल में गये तो पुरानी बातें याद आने लगी। और बताने लगे कि अगर बाल सभा में हिस्सा नहीं लेते तो भाषण देना भी नहीं सीख पाते। तो वहीं सीएम योगी को पढ़ाने वाले गुरुजी राजेंद्र सिंह रावत आज भले ही रिटायर हो गये हों। लेकिन उन्हें आज भी ये बात याद है कि कैसे योगी उनकी छड़ी देख कर डर जाया करते थे। उन्होंने बताया।"मेरे पास एक छड़ी हुआ करती थी और योगी आदित्यनाथ कक्षा में सबसे आगे बैठते थे, वे पढ़ाई में होशियार थे लेकिन मेरी छड़ी से वो बहुत डरते थे, उसी छड़ी के डर ने उन्हें कामयाब बना दिया है, योगी आदित्यनाथ की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और परिश्रम ही उनकी सफलता की कुंजी है"

आपको बता दें बचपन में योगी आदित्यनाथ का नाम अजय सिंह बिष्ट था। स्कूल के रजिस्टर में आज भी उनका यही नाम अंकित है। उन्होंने इस स्कूल में पांचवीं तक पढ़ाई की थी। इसके बाद टिहरी के गजा के स्थानीय स्कूल से 1987 में दसवीं की परीक्षा पास की और 1989 में ऋषिकेश के श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज से उन्होंने इंटर किया, 1992 में श्रीनगर के हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में बीएससी किया।

उत्तराखंड के इसी पंचूर गांव की मिट्टी में पले बढ़े योगी आदित्यनाथ अपने माता-पिता के सात बच्चों में पांचवें नंबर थे।पढ़ाई लिखाई के बाद अजय सिंह बिष्ट ने 22 साल की उम्र में ही अपना घर छोड़ दिया था। और गोरखपुर आकर संन्यास ग्रहण कर लिया था। जिसके बाद अजय सिंह बिष्ट का नाम बदल कर योगी आदित्यनाथ हो गया।जो राजनीति में उतरे तो महज 26 साल की उम्र में पहली बार 1998 में गोरखपुर से लोकसभा का चुनाव जीता और सबसे कम उम्र में सांसद बनने का रिकॉर्ड बनाया। साल 2017 में यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने तक वो इसी गोरखपुर से सांसद रहे।और अब लगातार दूसरी बार यूपी की कमान संभाल रहे हैं।

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