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Chirag Paswan अकेले चुनाव लड़ना चाहते ,सीएम बनना चाहते !शाह देंगे झटका

चिराग पासवान ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हनुमान लेकिन हनुमान आखिर राम को धोखा देकर जा कहा रहे है ,कौन सी राह चुन रहे है ,लगता है कोई और राह तलाश रहे है ,बीजेपी और नरेंद्र मोदी के सीने में छुरा घोंपकर क्या खुद की नैय्या पार लगा पाएंगे ,कभी नहीं जैसे ही चिराग ने चाल चलना शुरू की अमित शाह ने बड़ा खेल खेल दिया ,अमित शाह ने चाचा पारस से मुलाकात कर ली अचानक से चिराग को किनारे कर पारस चाचा को भाव देना शुरू कर दिया ,क्यों की बीजेपी को चिराग की कुछ गतिविधियां समझ नहीं आ रही है बीजेपी को लग रहा है की चिराग उनको पार कर अपनी पिक्चर और अपना चेहरा बनाने में लगे हुए है

Chirag Paswan : Chirag Paswan ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हनुमान लेकिन हनुमान आखिर राम को धोखा देकर जा कहा रहे है ,कौन सी राह चुन रहे है ,लगता है कोई और राह तलाश रहे है ,बीजेपी और नरेंद्र मोदी के सीने में छुरा घोंपकर क्या खुद की नैया  पार लगा पाएंगे ,कभी नहीं जैसे ही चिराग ने चाल चलना शुरू की अमित शाह ने बड़ा खेल खेल दिया ,अमित शाह ने चाचा पारस से मुलाकात कर ली अचानक से चिराग को किनारे कर पारस चाचा को भाव देना शुरू कर दिया ,क्यों की बीजेपी को चिराग की कुछ गतिविधियां समझ नहीं आ रही है बीजेपी को लग रहा है की चिराग उनको पार कर अपनी पिक्चर और अपना चेहरा बनाने में लगे हुए है ।


कुछ ही समझ बाद झारखण्ड में विधानसभा चुनाव होने है ऐसे में चिराग पासवान झारखण्ड के रांची पहुंच गए और वहा कुछ ऐसा बोल दिया जिससे बीजेपी में खलबली मच गई या ये कहे की बीजेपी को लग रहा है की अच्छा हमने ही मंत्री बनाया हमने नाम दिया और हमारे नाम से आगे निकल रहे हो ,दरअसल चिराग पासवान जब रांची पहुंचे ,लोजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तो उन्होंने एक  press conference की और कहा की अभी तक राम विलास की पार्टी ने गठबंधन पर भरोसा जताया गठबंधन में चुनाव लड़ा लेकिन अब चिराग ने अलग अलग राज्यों की स्वतंत्र ढंग से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। 

चिराग ने कहा की तालमेल बैठा तो ठीक वरना अकेले चुनाव लड़ेंगे और  ये बात बीजेपी को हजम नहीं हुई ,क्यों की झारखण्ड में सरकार बनाने का सपना देख रही बीजेपी का खेल चिराग अगर अकेले लड़े तो खेल बिगड़ सकते है ,ज़ाहिर सी बात है और बीजेपी बिलकुल नहीं चाहेगी की राजग के वोट बैंक में किसी प्रकार का कोई बिखराव हो और चिराग स्वतंत्र लड़ते है तो वोट बैंक तो बाटेंगे और ये बीजेपी नहीं चाहती।

बीजेपी ने प्लानिंग की है पारस को भाव देने की ,पारस की प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष से मुलाकात हुई ,फिर राजनीतिक गलियारों मेर हलचल तेज़ हो गई और चार दिन बाद ही उनकी मुलाकात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से हुई और पारस के समर्थकों में ख़ुशी की लहर है की एक बार फिर पारस चाचा की दिल्ली में एंट्री होने वाली है और मुलाकात से पारस संतुष्ट भी हुए है ,अब क्या पारस को साथ लाकर बीजेपी चिराग को किनारे करेगी क्या पारस बीजेपी को फायदा पहुंचाएंगे ,क्यूंकि चिराग की गतिविधियों को देखकर लग रहा है कि चिराग ने जिस थाली में खाया उसी में छेद किया । 

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