छत्तीसगढ़ में युवती ने PWD सब-इंजीनियर परीक्षा में नकल के लिए अपनाया अनोखा हथकंडा, अंडरगारमेंट्स में छिपाया कैमरा, लेकिन...
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अंडरगार्मेंट्स में कैमरा छिपाकर PWD सब-इंजीनियर परीक्षा में नकल. एग्जाम सेंटर के बाहर से एक युवती अपनी बहन को वायरलेस डिवाइस की मदद से बता रही थी आंसर. जिसे NSUI नेताओं ने रंगे हाथों पकड़ा है, मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है.

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में PWD सब-इंजीनियर भर्ती परीक्षा के दौरान हाईटेक तरीके से नकल करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. सरकंडा थाना क्षेत्र स्थित एक एग्जाम सेंटर में एक युवती द्वारा अपने अंडरगार्मेंट्स में कैमरा और ईयरपीस छिपाकर परीक्षा में बैठने की कोशिश की गई. मामले का खुलासा उस समय हुआ जब परीक्षा केंद्र के बाहर खड़ी उसकी बहन वायरलेस डिवाइस की मदद से उत्तर बता रही थी.
युवती ने अपने अंडरगारमेंट्स में छिपाया कैमरा
इस पूरे घटनाक्रम को NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) के कार्यकर्ताओं ने पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी. NSUI नेताओं के मुताबिक, युवती के पास से एक माइक्रो कैमरा, वायरलेस ईयरपीस और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज बरामद किए गए हैं, जो नकल के लिए इस्तेमाल हो रहे थे.
पुलिस ने दोनों बहनों को लिया हिरासत
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों बहनों को हिरासत में लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है. प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि इस तरह की नकल किसी संगठित गिरोह की साजिश हो सकती है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं में इस तरह के हाईटेक उपकरणों के जरिए उम्मीदवारों को पास करवाने का काम करते हैं.
पुलिस ने गंभीर धाराओं में दर्ज किया मामला
-छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अंडरगार्मेंट्स में कैमरा छिपाकर PWD सब-इंजीनियर परीक्षा में नकल
— Jaya Singh. (@SinghJaya_) July 14, 2025
-एग्जाम सेंटर के बाहर से एक युवती अपनी बहन को वायरलेस डिवाइस की मदद से बता रही थी आंसर
-जिसे NSUI नेताओं ने रंगे हाथों पकड़ा है, मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है#Chhattisgarh #PWDExam… pic.twitter.com/VEOR5UqvYt
सरकंडा थाना प्रभारी ने मीडिया को बताया कि आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 सहित अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त कर लिया गया है. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस गिरोह के और कौन-कौन सदस्य इससे जुड़े हो सकते हैं.
NSUI के जिलाध्यक्ष ने प्रशासन से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए दोषियों को कड़ी सजा दी जाए.