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गुजरात में 15 अगस्त के मौके पर बड़ा बदलाव, पाकिस्तानी मोहल्ला बना हिंदुस्तानी मोहल्ला, बीजेपी नेता ने किया नामकरण

गुजरात की हीरा नगरी में 79वें स्वतंत्रता दिवस पर बड़ा बदलाव हुआ है. आजादी के बाद से पाकिस्तानी मोहल्ले के नाम से जाने-जाने वाले एक क्षेत्र को नया नाम दिया गया है. सूरत शहर के रांदेर इलाके के रामनग में स्थित पाकिस्तान मोहल्ले का नाम आधिकारिक तौर पर बदल दिया गया है.

बीजेपी के विधायक और पूर्ण मंत्री पूर्णेश मोदी की मौजूदगी में इस क्षेत्र का नाम पाकिस्तान मोहल्ले से हिन्दुस्तानी मोहल्ला किया गया. भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने स्थानीय निवासियों की उपस्थिति में एक नए साइनबोर्ड का उद्घाटन किया है. नए बदलाव के बाद अब लोग अपने दस्तावेजों में पाकिस्तानी मोहल्ले की जगह पर नए नाम को अपडेट कराने के लिए उत्सुक है. साेमवार से इसके लिए लोग आवेदन जमा करेंगे, ताकि उनके आधार के पते से पाकिस्तानी शब्द हट जाएगा. 

पूर्णेश मोदी के प्रस्ताव पर बदला नाम 

सूरत में इस मोहल्ले की जड़ें विभाजन से जुड़ी हुई थीं. जब कई सिंधी शरणार्थी सूरत में आकर बस गए थे. उन्होंने रामनगर नाम से एक कॉलोनी बसाई थी, जिसमें लगभग 600 घर थे. समय के साथ इस कॉलोनी का एक हिस्सा पाकिस्तान मोहल्ले के नाम से लोकप्रिय हो गया. इस इलाके का नाम बदलने के पहले के प्रयास में आंतरिक चौराहे का नाम हेमू कलानी चौक रखा गया, लेकिन यह काफी लोकप्रिय नहीं हो पाया. पायाबाद में पूर्णेश मोदी ने इस इलाके का नाम पाकिस्तान मोहल्ले से हिन्दुस्तानी मोहल्ला करने का प्रस्ताव किया. जिसे नगर निगम के अधिकारियों ने मंजूरी किया.

नाम लोकप्रिय करने के लिए विधायक ने लगवाया आधार कैंप 

बीजेपी के विधायक पूर्णेश मोदी ने नए नाम को लोकप्रिय करने की पूरी तैयारी कर ली है. विधायक ने एक आधार कैंप लगवा दिया है. ताकि लोग नए नाम को अपडेट करवा सकें. पूर्णेश मोदी ने एक महिला के आधार में पाकिस्तानी मोहल्ले की जगह पर हिन्दुतानी मोहल्ला दर्ज करने का आवेदन पत्र जमा करवाकर इसकी शुरुआत भी की. मोदी ने कहा कि अब सूरत के पाकिस्तानी मोहल्ले का नाम खत्म हो जाएगा. उन्होंने यह भी घोषणा की कि निवासियों को अपने आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को पुराने नाम 'पाकिस्तान मोहल्ला' के रूप में अपडेट करने में सहायता के लिए पूरी व्यवस्था की जाएगी ताकि एक भी दस्तावेज पर यह नाम न बचे.

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