उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले नवीन पटनायक और केसीआर की पार्टी ने कर दिया खेला, वोटिंग में शामिल नहीं होंगे BJD और BRS
उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले BJD और BRS ने बड़ा फैसला लेते हुए वोटिंग न करने की ठानी है. दोनों ने इसकी वजह भी बताई. BRS की ओर से तो ये तक कह दिया गया कि अगर NOTA का ऑप्शन होता तो पार्टी वही चुनती.
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9 सितंबर को उपराष्ट्रपति चुनाव की शुरुआत हो गई है. इसके साथ ही देश की दो बड़ी पार्टियों ने इससे दूरी बनाने का ऐलान कर दिया है. इनमें बीजू जनता दल (BJD) और के चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) शामिल है. यानी ये दोनों पार्टियां उपराष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग नहीं करेंगी. इसके अलावा शिरोमनी अकलाी दल ने भी विपक्ष को झटका दे दिया है. उसने भी वोटिंग से दूरी बना ली है. खैर ये तो तीन दल जो सत्ता पक्ष के साथ नहीं थे लेकिन सरकार में जो साथ हैं, जिसे तोड़ना चाहते थे जगदीप धनखड़, यानी कि TDP ने भी विपक्षी खेमे को तगड़ी चोट दी है. सरकार में फूट डालने की विपक्ष की कोशिश फेल हो गई है. आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के बेटे ने ऐसा बयान दिया है जिससे INDIA की बुनियाद हिल गई है, मंसूबे पर पानी फिर गया है.
आंध्र प्रदेश सरकार के मंत्री नारा लोकेश ने कोयंबटूर में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ के मंच पर खुला ऐलान करते हुए कहा है कि वह बिना किसी शर्त के उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए को वोट करेंगे. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहते हुए कहा कि 'तेलुगु देशम पार्टी' सत्ताधारी गठबंधन के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर विश्वास है. नारा लोकेश ने इस दौरान कई मुद्दों पर अपनी बात रखी.
'पीएम मोदी के नेतृत्व पर विश्वास है'
आंध्र प्रदेश सरकार के मंत्री नारा लोकेश ने कहा कि 'उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर विश्वास है. हम इस बात में भी विश्वास रखते हैं कि सही जगह और सही नेतृत्व सब कुछ बदल देता है. चाहे उपराष्ट्रपति चुनाव हो या कोई अन्य चुनाव हमारा रुख स्पष्ट है कि हम एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देंगे, सिर्फ मैं ही नहीं मेरे साथ टीडीपी के सभी सांसद एनडीए के उम्मीदवार को बधाई देने के लिए दिल्ली गए थे.'
'सुदर्शन रेड्डी को भी पता है कि हम सीपी राधाकृष्णन के साथ'
नारा लोकेश ने आगे कहा कि 'विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को भी पता है कि हम राधाकृष्णन का ही समर्थन करेंगे. हमने जब सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की, उसके बाद बी सुदर्शन रेड्डी के नाम का ऐलान हुआ.'
विपक्ष पर बोला हमला
उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'तेलुगू फाइट के नाम पर राजनीति की गई है और इस तरह की राजनीति के आगे हम नहीं झुकने वाले हैं. हमारा एजेंडा सबसे पहले भारत का रहा है और अब इसको लेकर रुख पूरी तरीके से साफ है.'
'जो भारत का नेतृत्व कर सके उसी को हमारा समर्थन'
नारा लोकेश ने आगे कहा कि 'जो भारत का नेतृत्व कर सके, उस नेतृत्व को ही हमारा समर्थन हैं. हमें पता है कि हमारे प्रधानमंत्री ही ऐसा कर सकते हैं.' इस दौरान चंद्रबाबू नायडू को लेकर पूछे गए सवाल पर नारा लोकेश ने जवाब देते हुए कहा कि 'उनकी नजर फिलहाल आंध्र प्रदेश पर है और वह अपने राज्य को नंबर एक बनाना चाहते हैं. हम पहले भी कह चुके हैं, कि हम गली वाले नेता हैं दिल्ली वाले नहीं.'
तीन दनों ने दिया विपक्ष को झटका
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए BJD और BRS ने बड़ा फैसला लेते हुए वोटिंग न करने की ठानी है. दोनों ने इसकी वजह भी बताई. ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली BJD की ओर से कहा गया कि, वह NDA और विपक्षी दल INDIA किसी का हिस्सा नहीं है. ऐसे में उसने दोनों गठबंधन से 'समान दूरी बनाए रखने' की अपनी नीति के तहत यह फैसला लिया है.
फैसले पर BJD सांसद ने क्या कहा?
BJD सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, पार्टी अध्यक्ष नवीन पटनायक ने फैसला किया है कि BJD के सांसद उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहेंगे. उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) के सदस्यों और सांसदों से राय लेने के बाद यह फैसला लिया है. सस्मित पात्रा ने कहा कि BJD ने NDA और INDIA दोनों से समान दूरी बना रखी है. पार्टी का पूरा फोकस 4.5 करोड़ लोगों के विकास पर है.
चुनाव से दूरी की BRS ने क्या वजह बताई?
तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर के बेटे और BRS के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव ने बताया उनकी पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहेगी. इसकी वजह उन्होंने तेलंगाना में यूरिया खाद की कमी को बताया है. केटीआर ने तेलंगाना के किसानों में यूरिया की कमी को लेकर कांग्रेस और BJD दोनों पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा, कांग्रेस और BJP दोनों ही इस कमी के मुद्दे को सुलझाने में फेल रही हैं. यूरिया की कमी इतनी ज्यादा है कि कतारों में इंतजार करते हुए किसानों के बीच हाथापाई हो रही है. ऐसे में विरोध के तौर पर BRS उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहेगी. BRS नेता ने तो यहां तक कह दिया कि, अगर, उपराष्ट्रपति चुनाव में नोटा का विकल्प मौजूद होता तो पार्टी इसी का इस्तेमाल करती.
राजनीति Vs न्यायपालिका का मुकाबला!
उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को सुबह 10 बजे शुरू हुई और वोटिंग शाम 5 बजे तक चलेगी. इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA की ओर से BJP के वरिष्ठ नेता सीपी राधाकृष्णन हैं. जबकि उनका मुकाबला INDIA ब्लॉक के उम्मीदवार सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी से है. सीपी राधाकृष्णन BJP के वफादार और विश्वसनीय माने जाते हैं. तो वहीं, सुदर्शन रेड्डी ज्यूडिशियल सिस्टम में अपनी ईमानदार छवि और निष्पक्षता के लिए जाने जाते हैं. एक तरफ राजनीति के धुरंधर हैं तो दूसरी ओर कानून के बड़े स्तंभ हैं.
(सीपी राधाकृष्णन और सुदर्शन रेड्डी)
गौरतलब है कि 21 जुलाई 2025 को जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा सियासी हलकों में सनसनी मचा दी. मानसून सत्र के बीच जगदीप धनखड़ के इस्तीफ़े ने हर किसी को चौंका दिया था. हालांकि उन्होंने इस्तीफ़े की वजह स्वास्थ्य कारणों को बताया था. इस्तीफ़े के बाद जगदीप धनखड़ का न कोई बयान आया न ही वह सार्वजनिक तौर पर कहीं नज़र आए. ऐसे में विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया था.
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